Mission Milap in LockDown 5.0: मुंबई में फंसे यूपी के सैकड़ों लोगों के मसीहा बने अमिताभ बच्चन
Mission Milapअमिताभ बच्चन इसकी पब्लिसिटी नहीं करना चाहते थे जिसके चलते एबी कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने हाजी अली ट्रस्ट और पीर मखदूम साहब ट्रस्ट के माध्यम से यह काम कराया गया।
लखनऊ, जेएनएन।वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते मुंबई में फंसे यूपी के लोगों के लिए महानायक अमिताभ बच्चन मसीहा साबित हुए। उन्होंने अपने खर्चे से विमान बुककर बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों को वाराणसी, लखनऊ, इलाहाबाद, गोरखपुर आदि शहरों तक भिजवाया।
बुधवार को पांच विमान सूबे के विभिन्न हवाई अड्डों पर उतरे। अमिताभ बच्चन की पहल पर ही गुुरुवार को भी मुंबई में फंसे 180 श्रमिक गुरुवार सुबह लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उतरे। हवाई अड्डे पर पहुंचे श्रमिकों ने अमिताभ बच्चन तारीफ करते हुए उनको असली महानायक बताया। दरअसल, अमिताभ बच्चन इसकी पब्लिसिटी नहीं करना चाहते थे, जिसके चलते एबी कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने हाजी अली ट्रस्ट और पीर मखदूम साहब ट्रस्ट के माध्यम से यह काम कराया गया।
वाराणसी में उतरे दो विमान
मुंबई में फंसे 174 प्रवासी मजदूरों को लेकर इंडिगो एयरलाइंस का पहला विमान 6 ई 9981 बुधवार दोपहर 12.40 बजे वाराणसी एयरपोर्ट पर उतरा। वहीं 174 यात्रियों को लेकर दूसरा विमान 6 ई 9983 शाम 6.30 बजे एयरपोर्ट पर आया। दोनों विमानों से वाराणसी, प्रयागराज, आजमगढ़, रायबरेली समेत पूर्वांचल के कई जिलों के श्रमिक शामिल थे। एयरपोर्ट पर उतरे प्रवासी श्रमिकों के चेहरे पर अपने घर पहुंचने की खुशी साफ दिखाई पड़ रही थी।
गोरखपुर पहुंचे 187 कामगार
सदी के महानायक ने मुंबई से विमान बुक कर 187 मजदूरों को बुधवार सुबह गोरखपुर भेजा। 187 मजदूरों को लेकर एक विमान बुधवार को सुबह 8.30 बजे गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचा। मजदूर इस संकट की घड़ी में घर पहुंचाने अमिताभ बच्चन के प्रति आभार व्यक्त कर रहे थे। माहिम दरगाह और हाजी अली ट्रस्ट की पहल पर अमिताभ बच्चन और उनकी टीम, मजदूरों को घर भेजने के लिए ट्रेन का प्रबंध करने में जुटी थी। बुधवार को ही एक अन्य विमान मुंबई से मजदूरों डेढ़ सौ से ज्यादा मजदूरों को लेकर इलाहाबाद पहुंचा।
लखनऊ में उतरे 180 यात्री
अमिताभ बच्चन की पहल पर ही मुंबई में फंसे 180 श्रमिक गुरुवार सुबह उड़ान लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उतरे। दरअसल, अमिताभ मुंबई से प्रवासियों के लिए स्पेशल ट्रेनें चलवाने का प्रयास कर रहे थे। रेलवे की ओर से क्लीयरेंस नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने पूरा विमान बुक कर प्रवासियों को घर भेजने का जिम्मा उठाया। अमिताभ बच्चन की ओर से कुछ दिन पहले ही 10 बसों से प्रवासियों को लखनऊ और गोरखपुर समेत कई जिलों में भेजा गया था।
सपने में नहीं सोचा विमान यात्रा
वाराणसी में उतरी, रायबरेली की मेहरून्निसा ने कहा कि परिवार के साथ मुंबई में रहती थीं। लॉकडाउन के बाद काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। मैं सपने में भी नहीं सोची थी कि हवाई जहाज में यात्रा करने का मौका मिलेगा। इस महामारी में हवाई जहाज से हमें सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए लिए अमिताभ बच्चन को धन्यवाद।
सही मायने में महानायक
रायबरेली के शाहनवाज खान मुंबई में रहकर रिक्शा चलाते थे। उन्होंने कहा कि मेरे साथ मेरे परिवार के ही लोग रहते थे। घर आना चाहता था लेकिन पैसा नहीं होने के चलते मुंबई में ही फंसे थे। समस्याएं बढ़ती जा रही थी और पैसे भी खत्म हो रहे थे। मुझे जानकारी मिली की पीर मखदूम साहब ट्रस्ट द्वारा अमिताभ बच्चन के माध्यम से लोगों को उनके घर भेजा जाना है। वहां संपर्क करने के बाद परिवार के 15 सदस्यों का फार्म भरा और सुबह सात बजे अपने परिवार के साथ मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचा। जहां से विमान से वाराणसी एयरपोर्ट पर आया। इसी को कहते हैं असली महानायक।
एक रुपया भी खर्च नहीं हुआ
आजमगढ़ के प्रमोद कुमार ने बताया कि मुंबई में रहकर काम करता हूं। लॉकडाउन के चलते मुंबई में फंस गया। जहां काम करता था, वहीं से थोड़ी दूरी पर अमिताभ बच्चन की कंपनी के मैनेजर रहते हैं जिनके माध्यम से मुझे जानकारी मिली कि अमिताभ बच्चन मुंबई में फंसे लोगों को उनके घर भेज रहे हैं। मैंने उनके मैनेजर से संपर्क किया और फॉर्म भरने के बाद आज अपने घर जा रहा हूं। हवाई सफर के दौरान मेरा एक रुपये भी खर्च नहीं हुआ।