लखनऊ में पार्किंग में खड़ी इलेक्ट्रिक बसों में उपद्रवियों ने की तोड़फोड़, जानें-पूरा घटनाक्रम
पीएम ने जिन इलेक्ट्रिक बसों को जनता की सुविधा के लिए बीते माह शुरू किया था उन्हें अराजकतत्वों ने परिसर में घुसकर तोड़ डाला। उनकी खिड़कियों के शीशे और विंड स्क्रीन तोड़ डाली। उपद्रवियों द्वारा की गई इस हरकत के दौरान मौजूद सुरक्षाकर्मी परिसर से भाग खड़ा हुआ।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। पीएम ने जिन इलेक्ट्रिक बसों को जनता की सुविधा के लिए बीते माह शुरू किया था, उन्हें अराजकतत्वों ने परिसर में घुसकर तोड़ डाला। उनकी खिड़कियों के शीशे और विंड स्क्रीन तोड़ डाली। उपद्रवियों द्वारा की गई इस हरकत के दौरान मौजूद सुरक्षाकर्मी परिसर से भाग खड़ा हुआ। बस चलाने वाली कंपनी ने इस मसले में पीजीआई थाने में शिकायत दर्ज कराई है। बावजूद इसके अब तक पुलिस इन घटना के लिए जिम्मेदारों को तलाश नहीं पाई है।
बीते माह प्रधानमंत्री ने राजधानी लखनऊ में इलेक्ट्रिक बसों का लोकार्पण कर उन्हें सौंपा था। इनमें से 60 बसें लखनऊ को मिली थीं। यह सभी बसें अभी रूट पर फर्राटा भी भर नहीं पाई थीं कि बीते हफ्ते उपद्रवियों के भेंट चढ़ गईं। बीती पांच नवंबर की रात कुछ लोगों द्वारा इलेक्ट्रिक बस संख्या यूपी 32 पीएन-5823 को रायबरेली रोड पर वृंदावन योजना में बनीं पी-4 पार्किंग में तोड़ दिया गया। सिटी बस प्रबंधन का कहना है कि लोग लाठी-डंडो से लैस होकर परिसर में रात को घुसे और इलेक्ट्रिक बस में तोड़फोड़ शुरू कर दी। खिड़कियों और विंड स्क्रीन के शीशे तोड़ने के बाद वह लोग सुरक्षाकर्मी को ढूंढने लगे। हालात देख वह मौके से भाग निकला और इसकी सूचना अधिकारियों को दी। इसके बाद अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों से वार्ता कर इसकी तहरीर पीजीआई थाने में दीं। कंपनी के शोभित श्रीवास्तव ने इस मसले पर शिकायत दर्ज कराई है। आठ दिन बीतने के बाद भी अभी किसी को पकड़ा नहीं जा सका है।
जिन नगर बसों को जनता की सुविधा के लिए लाया गया था उन्हें अकारण ही तोड़-फोड़ दिया गया। शिकायत दर्ज कराने के बाद भी अभी तक किसी को भी पकड़ा नहीं गया है। सुरक्षाकर्मी सहमा हुआ है। कुछ स्थानीय अराजकतत्वों द्वारा यह किया गया है। -पल्लव बाेस, प्रबंध निदेशक सिटी बस