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मिराज-सुखोई परखेंगे एक्सप्रेस-वे का दम, आठ लड़ाकू विमानों की लैंडिंग

युद्ध के समय आगरा एक्सप्रेस का इस्तेमाल हो सकेगा या नहीं वह इसका आकलन होगा। भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान 21 नवंबर को इस पर रफ्तार भरेंगे।

By Nawal MishraEdited By: Published: Tue, 15 Nov 2016 08:17 PM (IST)Updated: Wed, 16 Nov 2016 11:24 PM (IST)
मिराज-सुखोई परखेंगे एक्सप्रेस-वे का दम, आठ लड़ाकू विमानों की लैंडिंग

लखनऊ (जेएनएन)। इमरजेंसी और युद्ध के समय आगरा एक्सप्रेस का इस्तेमाल भारतीय वायुसेना कर सकेगी या नहीं वह इसका आकलन करेगी। यातायात शुरू होने से पहले भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान 21 नवंबर को आगरा एक्सप्रेस वे पर रफ्तार भरेंगे। वायुसेना के सुखोई और मिराज 2000 लड़ाकू विमान दोपहर एक बजे आगरा एक्सप्रेस वे पर दो किलोमीटर तक अपनी पूरी क्षमता से रफ्तार भरेंगे।

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सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 21 नवंबर को आगरा एक्सप्रेस वे का लोकार्पण करेंगे। भारतीय वायुसेना लोकार्पण से पहले आगरा एक्सप्रेस वे पर अपने विमानों की लैंडिंग कराएगी। वायुसेना नवंबर के पहले और फिर दूसरे सप्ताह में आगरा एक्सप्रेस पर विमानों की लैंडिंग कराना चाहती थी, लेकिन राज्य सरकार की ओर से 21 नवंबर को लैंडिंग कराने का प्रस्ताव मिला। वायुसेना अब 21 नवंबर की दोपहर एक बजे ग्वालियर से आए चार मिराज 2000 और बरेली से आने वाले चार सुखोई विमानों की लैंडिंग कराएगी। यह आठ लड़ाकू विमान करीब 300 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से एक्सप्रेस वे पर दो किलोमीटर लैंडिंग करते हुए बिना रुके वापस उड़ जाएंगे। इसके अलावा तीन सुखोई विमान आसमान में फ्लाई पास्ट का प्रदर्शन करेंगे। वायुसेना ने इससे पहले 21 मई 2015 को यमुना एक्सप्रेस वे पर मिराज 2000 विमानों की लैंडिंग करायी थी। आगरा एक्सप्रेस वे पर अपने लड़ाकू विमानों की लैंडिंग को देखने मध्य वायुकमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल एसबीपी सिन्हा विशेष विमान से पहले बख्शी का तालाब एयरफोर्स स्टेशन पहुंचेंगे और यहां से वायुसेना के ही हेलीकॉप्टर से कार्यक्रम स्थल पहुंचेंगे।

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इसलिए अहम है एक्सप्रेस-वे

रक्षा मामलों के जानकार बताते हैं कि वायुसेना के लिए युद्ध के समय एक्सप्रेस एक बेहतर विकल्प होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि दुश्मन को अपने वायुसेना स्टेशनों की जानकारी होती है। ऐसे में युद्ध के समय वायुसेना के पास एक और विकल्प रहेगा, जिसकी भनक दुश्मन को नहीं लग सकेगी। एक्सप्रेस वे की गुणवत्ता इतनी अच्छी होनी चाहिए कि उस पर 300 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से विमान की लैंडिंग हो सके। पाकिस्तान इसी तरह हाईवे का इस्तेमाल करता है। उसने पिछले दिनों अपने यहां के एक्सप्रेस हाईवे पर लड़ाकू विमानों की लैंडिंग कराई थी।

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