Mining Scam in UP:कम नहीं हो रहीं गायत्री प्रसाद प्रजापति की मुश्किलें, अवैध कमाई पर ED फिर करेगी पूछताछ
Mining Scam in UP उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार में परिवहन के बाद खनन मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति ने वर्ष 2012-17 के दौरान मंत्री रहते हुए आय से छह गुना अधिक संपत्तियां बनाईं। इस दौरान वैध स्रोतों से उनकी आय 50 लाख रुपये के करीबी थी।
लखनऊ, जेएनएन। अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति बीते करीब साढ़े तीन वर्ष से जेल में बंद हैं। बालिका के दुष्कर्म के मामले में पॉक्सो एक्ट की कार्रवाई झेलने वाले प्रजापति के खिलाफ अवैध धन के मामले में भी आरोपित हैं। आय से छह गुणा अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में अब एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम प्रजापति से एक बार फिर पूछताछ करेगी। प्रदेश में खनन घोटाले की पड़ताल तेज होने के बाद अब गायत्री प्रसाद प्रजापति पर भी शिकंजा कसा जाना तय है।
उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार में परिवहन के बाद खनन मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति ने वर्ष 2012-17 के दौरान मंत्री रहते हुए आय से छह गुना अधिक संपत्तियां बनाईं। इस दौरान वैध स्रोतों से उनकी आय 50 लाख रुपये के करीबी थी, जबकि उनके पास तीन करोड़ से अधिक की संपत्तियां मिलीं। वर्ष 2012-17 के दौरान मंत्री रहते हुए गायत्री प्रजापति ने आय से छह गुना अधिक संपत्तियां बनाईं। वैध स्रोतों से उनकी आय 50 लाख रुपये के करीबी थी, जबकि उनके पास तीन करोड़ से अधिक की संपत्तियां मिलीं। विजिलेंस को 22 ऐसी बेनामी संपत्तियों की भी जानकारी मिली, जो इसी अवधि में प्रजापति के करीबियों के नाम पर खरीदी गईं। ये संपत्तियां करीबी रिश्तेदारों, निजी सहायकों और ड्राइवरों के नाम पर हैं। गायत्री के खिलाफ विजिलेंस ने भी लगभग दो माह पहले आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया था। इसकी जांच में गायत्री की आय से छह गुना अधिक संपत्ति सामने आई थी। जांच में गायत्री की लखनऊ, अमेठी, सुलतानपुर व प्रतापगढ़ में 21 संपत्तियां सामने आई थीं। इससे पहले बीती चार सितंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को अंतरिम जमानत दी थी।
खनन घोटाले में भी शिकंजा कसा: खनन घोटाले में पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति से अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जल्द ही दोबारा पूछताछ करेगी। कौशाम्बी के डीएम रहे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी आइएएस सत्येंद्र सिंह के ठिकानों पर सीबीआइ की छानबीन के बाद उत्तर प्रदेश में खनन घोटाले की पड़ताल तेज हो गई है। इसी घोटाले में गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया है।
लखनऊ जिला जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के अमेठी के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय के छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपया की अवैध सम्पत्ति का मामला सामने आया था। इस मामले में पूर्व मंत्री के गायत्री प्रसाद प्रजापति के बाद उनके पुत्र अनिल प्रजापति को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। अनिल प्रजापति के खिलाफ लखनऊ में खरगापुर गोमती नगर निवासी बृज भवन ने गोमती नगर विस्तार थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
सामूहिक दुष्कर्म के आरोप : अखिलेश सरकार में मंत्री रहे प्रजापति सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में लखनऊ जेल में बंद हैं। गायत्री प्रजापति के खिलाफ 2017 में सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज हुआ था। केस में तीन जून, 2017 को गायत्री के अलावा छह अन्य पर चार्जशीट दाखिल की गई थी। इसके साथ 18 जुलाई, 2017 को लखनऊ की पॉक्सो स्पेशल कोर्ट ने सातों आरोपियों पर केस दर्ज करने का आदेश दिया था।