बच्चे की अंगुली पकड़ भाग रहा था आतंकी डॉ.जलीस अंसारी, मुंबई फोटो भेजकर कराई पहचान फिर दबोचा
कानपुर में मुंबई सीरियल ब्लास्ट का मास्टर माइंड डॉ.जलीस अंसारी एक बच्चे की अंगुली थामकर सबको झांसा देने की फिराक में था।
लखनऊ, जेएनएन। कानपुर में मुंबई सीरियल ब्लास्ट का मास्टर माइंड डॉ.जलीस अंसारी एक बच्चे की अंगुली थामकर सबको झांसा देने की फिराक में था। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार उसने कानपुर नगर में एक धार्मिक स्थल में शरण ली थी, जहां से निकलने पर उसने रास्ते में एक व्यक्ति के साथ जा रहे बच्चे की अंगुली पकड़ ली थी, जिससे उस पर किसी को संदेह न हो। सबको ऐसा लगे कि वह परिवार के साथ जा रहा है।
कानपुर रेलवे स्टेशन के पास जलीस उस बच्चे से अलग हो गया था। इसी बीच एसटीएफ के एक सिपाही ने डॉ.जलीस को बहाने से रोका और कहा कि आप तो अजमेर जेल में बंद थे। सिपाही ने झांसा दिया कि वह भी अजमेर जेल में बंद था और वहीं पहले उनकी मुलाकात भी हुई थी। सिपाही जब डॉ.जलीस को बातों में फंसाए था, तभी उसकी फोटो खींचकर मुंबई एटीएस के अधिकारी को वाट्सएप पर भेजी गई। ओके आते ही एसटीएफ ने डॉ.जलीस को दबोच लिया।
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अयोध्या में ढांचा विध्वंस के बदले में किए थे धमाके
डॉ.जलीस ने पांच दिसंबर 1993 को अपने साथी अलवी, इमरान व हसन के साथ मिलकर अयोध्या में ढांचा विध्वंस का बदला लेने की साजिश के तहत हावड़ा व दिल्ली जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों में बम रखे थे। छह दिसंबर 1993 की सुबह कोटा (राजस्थान) व कानपुर में ट्रेनों में धमाके हुए थे। पुलिस के अनुसार डॉ.जलीस हैदराबाद, मालेगांव (मुंबई) पुणे, अजमेर व अन्य स्थानों पर हुए धमाकों में भी शामिल था।
डॉ.बम के नाम से भी है पहचान
आइजी एसटीएफ अमिताभ यश के अनुसार डॉ.जलीस को आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के भारत का ट्रेड एंड टेक्निकल हेड रहने के कारण डॉ. बम के नाम से भी जाना जाता है। वह सिमी, हूजी व इंडियन मुजाहिदीन संगठनों के साथ जुड़ा रहा।
16 जनवरी की सुबह मुंबई से भाग निकला था, एसटीएफ ने पकड़ा
बता दें कि मुंबई सीरियल ब्लास्ट समेत 50 से अधिक आतंकी हमलों का मास्टर माइंड डॉ.जलीस अंसारी शुक्रवार को कानपुर में गिरफ्तार कर लिया गया। वह अजमेर सेंट्रल जेल से 21 दिनों की पैरोल पर छूटा था और मुंबई स्थित अपने आवास पर रह रहा था। वहां से 16 जनवरी को वह फरार हो गया था। एक समय दाऊद का खास रहे 68 वर्षीय डॉ. जलीस अंसारी का घर मुंबई के अग्रीपाड़ा इलाके के मोमिनपुरा मोहल्ले में है। पैरोल की शर्तों के अनुसार उसे रोज स्थानीय थाने में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी थी। 16 जनवरी को वह नमाज अदा करने के बहाने के घर से निकला और फिर लौटकर नहीं आया। उसके बेटे जैद ने पुलिस को यह सूचना दी तो मुकदमा दर्ज कर पूरे देश में उसकी गिरफ्तारी के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया। मुंबई एटीएस ने उसके संतकबीरनगर जाने की आशंका जताते हुए यूपी एसटीएफ से सहयोग मांगा था। एसटीएफ ने उसे कानपुर रेलबाजार के निकट फेथफुलगंज में एक मस्जिद के समीप गिरफ्तार किया।