अभी दो दिन और कहर बनकर बरसेंगे बादल, मौसम विभाग ने UP में भारी बारिश की जारी की चेतावनी
मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के 18 जिलों और उनके आसपास 48 घंटों के दौरान भारी वर्षा की चेतावनी दी है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के 18 जिलों और उनके आसपास 48 घंटों के दौरान भारी वर्षा की चेतावनी दी है। कई जिलों में बाढ़ की स्थिति को देखते मुख्य सचिव आरके तिवारी ने मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को प्राथमिकता पर राहत और बचाव कार्यों में जुटने का निर्देश दिया है।
मौसम विभाग की चेतावनी के आधार पर राहत आयुक्त जीएस प्रियदर्शी ने चित्रकूट, प्रयागराज, सोनभद्र, मीरजापुर, चंदौली, वाराणसी, संत कबीर नगर, कौशांबी, प्रतापगढ़, सुलतानपुर, गाजीपुर, जौनपुर, आजमगढ़, बलिया, मऊ, देवरिया, गोरखपुर, अंबेडकरनगर के जिलाधिकारियों को अलर्ट जारी किया है।
मुख्य सचिव की ओर से शुक्रवार को जारी शासनादेश में सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को जिले में बाढ़ कंट्रोल रूम और बाढ़ चौकियों को 24 घंटे क्रियाशील रखने और उनमें पर्याप्त कार्मिकों को तैनात करने के लिए कहा है। बाढ़ की गंभीर स्थिति में राहत व बचाव कार्य के लिए पीएसी बाढ़ वाहिनी, राज्य व राष्ट्रीय आपदा मोचक बलों (एनडीआरएफ/एसडीआरएफ) और गोताखोरों की मदद लेने का निर्देश दिया है। बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत शिविर संचालित करने और उनमें भोजन, पेयजल, दवाइयों, रोशनी, शौचालय आदि की व्यवस्थाएं करने का निर्देश दिया है। पशुओं के लिए चारे और उचित स्थान की आवश्यक व्यवस्था कराने के लिए भी कहा है।
जलस्तर बढ़ने पर निकट के निवासियों को त्वरित संचार माध्यम से सूचित करने और उन्हें सुरक्षित शिविरों में पहुंचाने का निर्देश दिया है। बाढ़ से घिरे लोगों को निकालने के लिए नावों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की हिदायत दी है। तटबंधों की निगरानी और कटान रोकने के लिए समुचित और प्रभावी उपाय करने पर भी उन्होंने जोर दिया है। जिला स्तर पर बनायी गईं बाढ़ समितियों की बैठक करने और संबंधित विभागों को भी उचित व्यवस्थाएं करने का निर्देश दिया है। जिन 18 जिलों में अगले 48 घंटे के दौरान भारी बारिश की चेतावनी दी गई है, राहत आयुक्त ने जिलाधिकारियों को नागरिकों को इस बारे में जागरूक करने के साथ सीवर और नालियों की सफाई कराने के लिए कहा है ताकि जलभराव की स्थिति न पैदा हो।
बाढ़-बारिश पीड़ितों के आश्रितों को चार लाख की मदद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को दैवी आपदाओं में जान गंवाने वालों के आश्रितों को चार लाख रुपये आर्थिक सहायता 24 घंटे के भीतर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। साथ ही घायलों का समुचित उपचार करने का निर्देश दिया है। सरकारी आंकड़ों में बारिश के हादसों में शुक्रवार को प्रदेश में 44 लोगों की जान गई, जबकि 12 घायल हैं। इनमें से 38 की मौत के पीछे बाढ़ और बारिश है। ज्यादातर लोगों की मकान की छत या दीवार गिरने से जान गई। राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार अत्यधिक बारिश के कारण दीवार गिरने से प्रतापगढ़ में छह, अमेठी में पांच, चंदौली, वाराणसी व रायबरेली में चार-चार, प्रयागराज व महोबा में तीन-तीन, बाराबंकी व अंबेडकरनगर में दो-दो, कानपुर नगर, अयोध्या, जौनपुर, आजमगढ़ में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई। बिजली गिरने से कौशांबी में एक और नदी में डूबने से सहारनपुर में एक व्यक्ति की जान चली गई। वहीं सर्पदंश से रायबरेली में दो, सोनभद्र, फतेहपुर व गोरखपुर में एक-एक लोगों की मौत हो गई।