जनवरी से होंगी एमबीबीएस छात्रों की परीक्षाएं, जारी हुआ शैड्यूल
मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की परीक्षाएं जल्द होंगी। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने इसका आदेश जारी कर दिया है। कोरोना की वजह से परीक्षा को लेकर मेडिकोज असमंजस में थे। केजीएमयू ने जनवरी से परीक्षा कराने का प्रस्ताव भेजा है।
लखनऊ, जेएनएन। मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की परीक्षाएं जल्द होंगी। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने इसका आदेश जारी कर दिया है। कोरोना की वजह से परीक्षा को लेकर मेडिकोज असमंजस में थे। केजीएमयू ने जनवरी से परीक्षा कराने का प्रस्ताव भेजा है।
केजीएमयू में राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग का आदेश पहुंच चुका है। ऐसे में केजीएमयू ने परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी हैं। संस्थान से राज्य के 14 और मेडिकल कॉलेज जुड़ें हैं। सभी की परीक्षाएं जनवरी से प्रस्तावित की गई हैं। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक जनवरी में एमबीबीएस के फस्र्ट प्रोफेशन की परीक्षा प्रस्तावित की गई है। वहीं वहीं सेकेंड प्रोफेशन की अप्रैल में, फाइनल प्रोफेशन के पार्ट वन की अप्रैल में व फाइनल प्रोफेशन के पार्ट-टू की फरवरी-मार्च में परीक्षा कराने की योजना है। इसका प्रस्ताव परीक्षा विभाग द्वारा कुलपति को भेज दिया गया है। प्रस्ताव पर मुहर लगना बाकी है। केजीएमयू व उससे संबद्ध मेडिकल काॅलेजों के करीब 1500 छात्र परीक्षा में भाग लेंगे।
ऑपरेशन की तकनीक पर मंथन करेंगे देश-विदेश के डॉक्टर
केजीएमयू में ऑपरेशन की तकनीक पर मंथन होगा। इसमें देश-विदेश के सैकड़ों डॉक्टर जुड़ेंगे। दो दिवसीय कांफ्रेस में एक्सपर्ट एक-दूसरे से वर्चुअल जुड़ेंगे। इस दौरान सवाल-जवाब भी होंगे।सर्जन एसोसिएशन ऑफ इंडिया की यूपी शाखा द्वारा पांच से छह दिसंबर को वर्चुअल कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। आयोजक सचिव डॉ. सुरेश कुमार के मुताबिक कार्यशाला के चीफ पैट्रन ले.जनरल डॉ. विपिन पुरी व सर्जरी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. रमा कांत होंगे। वहीं पैट्रन विभागाध्यक्ष डॉ. अरुण सोनकर व शाखा के अध्यक्ष डॉ. एचएस पहवा होंगे। इस दो दिवसीय कांफ्रेंस में देश-विदेश के छह सौ के करीब डॉक्टर जुड़ेंगे। इसमें फफड़े की सर्जरी, हार्निया का ऑपरेशन, थॉयराइड की सर्जरी, पित्त की थैली का ऑपरेशन, ट्राॅमा सर्जरी, थोरेसिक सर्जरी, वीनस सर्जीरी, आंको सर्जरी, गैस्ट्रो सर्जरी, लैप्रोस्कोपिक सर्जरी आदि पर व्याख्यान होंगे। एक्सपर्ट सर्जरी की नई तकनीक पर चर्चा करेंगे। साथ ही अपने अनुभवों व केस स्टडी को एक-दूसरे से साझा करेंगे।