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उत्तर प्रदेश ही तय करेगा, केंद्र में किसकी सरकार बने और कौन प्रधानमंत्रीः मायावती

बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने कर्जा माफी योजना पर कांग्रेस को घेरते हुए मध्यप्रदेश समेत तीन राज्यों में किसानों को धोखा देने का आरोप लगाया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 10:12 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 07:46 AM (IST)
उत्तर प्रदेश ही तय करेगा, केंद्र में किसकी सरकार बने और कौन प्रधानमंत्रीः मायावती
उत्तर प्रदेश ही तय करेगा, केंद्र में किसकी सरकार बने और कौन प्रधानमंत्रीः मायावती

लखनऊ, जेएनएन। समाजवादी पार्टी से गठबंधन के बाद अपने 63 वें जन्मदिन पर बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने कर्जा माफी योजना पर कांग्रेस को घेरते हुए मध्यप्रदेश समेत तीन राज्यों में किसानों को धोखा देने का आरोप लगाया। सपा-बसपा कार्यकर्ताओं से पुराने गिले-शिकवे भुलाकर अपनी सरकार बनवाने की अपील भी की। भाजपा पर भी निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि झूठे चुनावी वादों की दाल अब नहीं गलेगी। उप्र ही तय करेगा कि केंद्र में किसकी सरकार बने और प्रधानमंत्री कौन होगा? 

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मंगलवार को बसपा दफ्तर में पत्रकारों को सपा से गठबंधन जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे भाजपा की नींद उड़ गयी है। मायावती ने हालिया विधानसभा चुनाव के नतीजों से भाजपा ही नहीं कांग्रेस को भी सबक लेने की जरूरत बतायी। उन्होंने कहा कि तीन राज्यों में बनी कांग्रेस सरकारों की कर्जमाफी योजना पर उंगलियां उठ रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि कर्जमाफी सीमा 31 मार्च 2018 क्यों निर्धारित की जबकि सरकार 17 दिसंबर 2018 को चुनी गयी। सिर्फ दो लाख रुपये के कर्ज माफ करने  की घोषणा हुई है। इसका कोई लाभ नहीं मिलेगा।

साहुकारों से लिए कर्ज माफी की नीति बने

मायावती ने किसानों को लुभाने के नजरिए से कहा कि देश के सारे किसानों का पूरा कर्जमाफ किया जाना चाहिए और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को पूरी ईमानदारी से लागू किया जाए। किसानों की समस्याओं का स्थायी समाधान किया जाए वरना आत्महत्याएं होती रहेंगी। मायावती ने कहा कि किसान 70 फीसद कर्ज साहूकारों से ही लेते हैं और इसे माफ करने की अभी कोई नीति नहीं है। उन्होंने भूमिहीन किसानों व मजूदरों के कर्ज माफ करने की पैरोकारी भी की। 

गरीब मुस्लिमों को मिले अलग आरक्षण

लोकसभा चुनाव निकट है तो मायावती ने मुस्लिमों को रिझाने का मौका भी न छोड़ा। गरीब सवर्णों को दस प्रतिशत आरक्षण देने का स्वागत करने के साथ ही मुस्लिमों को आर्थिक आधार पर अलग से आरक्षण की वकालत भी की। उन्होंने कहा कि आजादी के समय सरकारी नौकरियों में मुस्लिमों की संख्या 33 फीसद थी जो अब केवल 2-3 फीसदी ही रह गयी है। उन्होंने कहा, देश में पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, दलित व मजदूर वर्ग सबसे ज्यादा पीडि़त है और इनका हित कांग्रेस और भाजपा की सरकारों में न पहले सुरक्षित रहा है और न आगे रहने वाला है। मुसलमानों को जुमे की नमाज पढऩे से रोकने को अनुचित बताते हुए कहा कि भाजपा के लोग अब देवी-देवताओं की जाति भी बताने लगे हैं। 

रक्षा सौदों को दीर्घकालिक नीति बने

बसपा प्रमुख ने रक्षा सौदों के लिए दीर्घ कालिक नीति बनाना जरूरी बताते हुए राफेल और बोफोर्स घोटाले पर भाजपा -कांग्रेस पर तंज किया। उन्होंने कहा कि रक्षा सौदों के लिए सभी दल दीर्घकालिक नीति तैयार करें ताकि राफेल व बोफोर्स जैसे मामले भविष्य में न हों। मायावती ने जीएसटी और नोटबंदी से हुए नुकसान की याद भी दिलायी।

ब्लू बुक के 14 वें भाग का विमोचन

बसपा प्रमुख मायावती ने इस मौके पर बीते वर्ष भर की पार्टी की गतिविधियों पर लिखी गई अपनी किताब ब्लू बुक-मेरे संघर्षमय जीवन एवं बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा का विमोचन भी किया। फूलों से सजे सभा कक्ष में मायावती ने अपने पिछले जन्मदिन की तुलना में कम संबोधन किया। कार्यक्रम में उनके भतीजे आकाश की मौजूदगी चर्चा का मुद्दा रही।


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