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पहाड़ों पर भारी बारिश से बहराइच के कई गांव बाढ़ की चपेट में, रेस्क्यू के दौरान पलटी नाव; दो बच्चे लापता

नेपाल में पहाड़ों पर हो रही लगातार भारी बारिश से गेरुआ सरयू कौड़ियाला व घाघरा नदी विकराल रूप ले चुकी हैं। अब तक 600 लोगों को पलायन करवाया जा चुका है। रेस्क्यू के दौरान पेड़ से टकराकर नाव पलटने से दो बच्चे लापता हो गए।

By Vikas MishraEdited By: Published: Wed, 20 Oct 2021 12:05 PM (IST)Updated: Wed, 20 Oct 2021 12:05 PM (IST)
पहाड़ों पर भारी बारिश से बहराइच के कई गांव बाढ़ की चपेट में, रेस्क्यू के दौरान पलटी नाव; दो बच्चे लापता
बहराइच में बड़खड़िया के मजरा नई बस्ती गांव में मंगलवार की शाम को अचानक बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया।

बहराइच, जागरण संवाददाता। नेपाल में पहाड़ों पर हो रही लगातार भारी बारिश से गेरुआ, सरयू, कौड़ियाला व घाघरा नदी विकराल रूप ले चुकी हैं। अब तक 600 लोगों को पलायन करवाया जा चुका है। रेस्क्यू के दौरान पेड़ से टकराकर नाव पलटने से दो बच्चे लापता हो गए। ग्राम पंचायत बड़खड़िया के मजरा नई बस्ती गांव में मंगलवार की शाम को अचानक बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया। इस दौरान प्रशासन व स्थानीय लोगों की टीम बाढ़ प्रभावित लोगों को नाव ने रेस्क्यू कर निकालने के प्रयास कर रहे थे।

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नई बस्ती गांव से नाव से करीब एक दर्जन लोगों को रात साढ़े 11 बजे बड़खड़िया प्राथमिक विद्यालय लाया जा रहा था। गांव से कुछ दूर जंगल में पहुंचते ही तेज लहरों में नाव पेड़ से टकराकर पलट गई। चालक लालाप्रसाद ने बताया कि सभी ने तैर कर अपनी जान बचा ली, लेकिन गांव के दो मासूम डूब गए। ओमप्रकाश का पुत्र गुलशन (05) व दयानंद का पुत्र अंकित (05) का कुछ पता नहीं लग सका। प्रशासनिक टीम व स्थानीय ग्रामीणों ने बालकों की काफी तलाश की, लेकिन घंटों बीत जाने के बाद भी नतीजा सिफर रहा।

दो दर्जन गांव घाघरा की जद मेंः घाघरा नदी थाना सुजौली क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांव को अपनी जद में ले चुकी है। ग्राम पंचायत चहलवा, बरखड़िया, सुजौली और जंगल गुलरिया का रामवृक्ष पुरवा, बिचला रेतवा, प्रेमनगर, चहलवा बंधा, मौरहवा, विजयनगर, नई बस्ती, तुलसीपुरवा, गुप्तापुरवा, कृष्णानगर, संपतपुरवा, धर्मपुर रेतिया, धनिया बेली, नौकापुरवा, रामपुर रेतिया, मुजवा, टिलवा, खैरीपुरवा, पारसपुरवा, त्रिलोकी आदि गांव बाढ़ की जद में आ चुके हैं। बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। लोग छत पर समय गुजारने को विवश हैं। मंगलवार की शाम से ही लाेगों को नाव से रेस्कयू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है।

व्यवस्था संभालने में जुटेः एसडीएम ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, तहसीलदार पियूष कुमार, जिला पंचायत सदस्य वीरबहादुर प्रकाश, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि चहलवा प्रीतम निषाद, ग्राम प्रधान बरखड़िया जयप्रकाश, ग्राम प्रधान सुजौली राजेश गुप्त, ग्राम प्रधान जंगल गुलरिया शिवकुमार, भाजपा नेता प्रमोद कुमार आर्य, प्रेमप्रकाश मौर्य, भगवानदास मौर्य, मेवालाल निषाद, गुलाबचंद, कुंवर बहादुर, ग्राम विकास अधिकारी सुशील सिंह व जितेंद्र वर्मा बाढ़ में फंसे गांव के लोगों को रेस्क्यू कर सरकारी स्कूल व पंचायत भवनों में सुरक्षित पहुंचाने एवं खानपान का प्रबंधन करने में जुटे हैं।

हजारों एकड़ फसलें बर्बादः ग्रामीणों के मुताबिक बाढ़ से हजारों एकड़ फसलें तबाह हुई हैं। सौ से अधिक कच्चे मकान ढह गए हैं। सैकड़ों पेड़ जमींदोज हो गए। सब्जी व धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।

बाेले जिम्मेदारः उप जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि पूरी रात कड़ी मशक्कत कर लोगों को नाव से रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। लोगों के रहने व भोजन की व्यवस्था की गई है। फंसे लोगों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। एनडीआरएफ की टीम बुलवाई गई है। मोटर बोट की व्यवस्था की जा रही है।


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