यहां दारोगा जी संभालते हैं मंचन की कमान, श्रीराम को सजाते हैं रावण
खदरा स्थित श्री जनता रामलीला समिति और मौसमगंज रामलीला समिति के ग्रीन रूम में रामलीला मंचन से पहले कलाकार कैसे हाेते हैं तैयार। जागरण टीम ने इसका जायजा लिया।
लखनऊ, जितेंद्र उपाध्याय। अभिनय मानव जीवन में समाहित रहता है। बचपन से ही उस अभिनय की अनुभूति अपनों को होने लगती है। अभिनय को तराशने वाले सशक्त कलाकार की श्रेणी में आ जाते हैं और इसे जीवन में आत्मसात करने वाले आगे बढ़ जाते हैं। खदरा और मौसम गंज में युवा कलाकार भी अपने अंदर के अभिनय को मंच पर उतारने का प्रयास करते हैं। उनके इस प्रयास को मंच के पीछे के कलाकार धार देते हैं। मंच के पीछे के अभिनेता भले ही मंच पर नजर न आएं, लेकिन वे रामलीला के पात्रों को अभिनय के लिए तैयार करते हैं। आइए आपको बताते हैं खदरा स्थित श्री जनता रामलीला समिति और मौसमगंज रामलीला समिति के ग्रीन रूम का हाल।
शिव मंदिर में आकार लेते हैं किरदार
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को मर्यादित ढंग से मंच पर मंचित होता देख हम उत्साहित होते हैं और हमें उनके आदर्शों की अनुभूति का भी अनुभव कलाकार कराते हैं। खदरा की श्री जनता रामलीला में पिछले 25 वर्षों से रावण का किरदार निभाने वाले सोनू मिश्रा अब किरदारों को सजाने का काम करते हैं। पवन तिवारी और किशन कुमार शर्मा समिति के उपाध्यक्ष के साथ ही कलाकारों को किरदार के अनुरूप तैयार करते हैं। हरे श्याम रस्तोगी मेकअप करते हैं तो ब्रज मोहन निषाद और राम नाथ निषाद के निर्देशन में रामलीला निर्बाध रूप से मंच पर मंचित होती है। आरके द्विवेदी, राम अधार वर्मा व ब्रजमोहन निषाद कलाकारों के अंदर मर्यादित मंचन की ऊर्जा का संचार करते हैं।
पिता-पुत्र और भाई निभाते हैं किरदार
मौसमगंज की रामलीला में दारोगा के पद पर तैनात शिव कुमार के हाथ में मंचन की कमान रहती है। बतौर निर्देश वह श्रीराम से लेकर रावण तक को अपने इशारों पर नचाते हैं। अभिषेक और अमन दोनों सगे भाई श्रीराम लक्ष्मण का किरदार मंच पर जीवंत करते हैं तो उनके पिता राजेश त्रिपाठी कला संचालक के साथ ही कई किरदारों को निभाते हैं। आशीष प्रकाश रावण तो अनूप श्रीवास्तव और अनुज श्रीवास्तव मेकअप करते हैं। आशीष विश्वकर्मा वस्त्र सज्जा कर किरदारों को उनके अनुरूप तैयार करते हैं।