वाराणसी में प्रधानमंत्री की फ्लीट में चूक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे परसों जब वाराणसी आए तो प्रधानमंत्री की फ्लीट में ऐसी छोटी-छोटी चूक हुई, जो बड़ी घटना का कारण बन सकती थी। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने इस चूक को गंभीरता से लिया है। यह चूक जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की फांस
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे परसों जब वाराणसी आए तो प्रधानमंत्री की फ्लीट में ऐसी छोटी-छोटी चूक हुई, जो बड़ी घटना का कारण बन सकती थी। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने इस चूक को गंभीरता से लिया है। यह चूक जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की फांस बन सकती हैं।
सबसे बड़ी चूक यह हुई कि प्रधानमंत्री के यात्रा मार्ग पर तैनात ज्यादातर सुरक्षा कर्मियों को मालूम ही नहीं था कि कितनी वीवीआइपी फ्लीट गुजरनी है। एक-दो फ्लीट गुजरते ही सुरक्षाकर्मी निश्चिंत होकर प्रतिबंधित भीड़ यात्रा मार्ग पर छोड़ देते थे। जगतगंज से जब जापान के प्रधानमंत्री को गुजरना था, इसके पहले ही भीड़ को छोड़ दिया गया। जब सायरन बजा तो पुलिसकर्मी हड़बड़ाए, मगर जनता खुद पीछे हट गई थी। इसी भागमभाग में संस्कृत विश्वविद्यालय से निकलती लाल बत्ती कार आबे की मर्सिडीज को टक्कर मारते-मारते बची।
दूसरी चूक कचहरी के पास दिखी। यहां चार बाहरी कारें फ्लीट में घुस कर चलती देखी गईं। कब से और कहां से फ्लीट में घुसीं, यह किसी को पता नहीं चल पाया। तीसरी चूक तब दिखी जब गंगा आरती में शामिल होने के लिए जाते राज्यपाल तेलियाबाग के पास जाम में फंस गए। इस प्वाइंट पर भी मौजूद पुलिस वालों ने पीएम की फ्लीट के गुजरते ही ट्रैफिक को खोल दिया था। पुलिस ब्रीफिंग में तीन फ्लीट के बारे में बताया गया था। इस मामले में कहा यह भी गया था कि पीएम की फ्लीट के अलावा आला अधिकारियों की भी फ्लीट होगी। इन सबके बावजूद पुलिस वाले कई स्थान पर कंफ्यूज रहे। दो फ्लीट के बीच चार मिनट के अंतर को सुरक्षा कर्मी बहुत हल्के में ले रहे थे। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां ने चूक को गंभीरता से लिया है। फ्लीट में खामियों के विषय में मौखिक पूछताछ शुरू हो गई है।
पोस्ट इवेंट रिपोर्ट के बाद होगा विचार
डीआइजी वाराणसी एसके भगत ने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे के बाद की पोस्ट इवेंट रिपोर्ट अभी नहीं आई है। सुरक्षा के सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए प्रयास किया गया था कि जनता को कम से कम परेशानी हो। कहीं से कोई चूक सामने आएगी तो विचार किया जाएगा।