Move to Jagran APP

अयोध्या: चालक की लापरवाही से स्कूल बस पलटी, 13 बच्चे घायल

अध्योध्या के पूराकलंदर थाना क्षेत्र के पुरखेपुर गांव के पास चालक की लापरवाही से स्कूल बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें 13 बच्चे घायल हो गए।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 04:46 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 04:46 PM (IST)
अयोध्या: चालक की लापरवाही से स्कूल बस पलटी, 13 बच्चे घायल
अयोध्या: चालक की लापरवाही से स्कूल बस पलटी, 13 बच्चे घायल

फैजाबाद, जेएनएन। पूराकलंदर थाना क्षेत्र के पुरखेपुर गांव के पास गुरुवार की सुबह बच्चों को लेकर स्कूल जा रही बस ड्राइवर की लापरवाही के चलते गड्डे में गिरकर पेड़ से जा टकराई। बस में सवार 13 बच्चों सहित परिचालक घायल हो गया। चालक मौके से भाग निकला। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को बस से निकाला गया। मौके पर पहुंचे अभिभावक बच्चों को लेकर अस्पताल रवाना हो गए। आक्रोशित भीड़ को पुलिस ने समझाकर शांत कराया।

loksabha election banner

सुबह तकरीबन आठ बजे अवध इंटरनेशनल स्कूल की बस कुछ बच्चों को लेकर जा रही थी। लापरवाह चालक मोबाइल फोन पर बात करने लगा। अनियंत्रित बस तकरीबन सात फिट गहरे गड्ढे में गिरकर पेड़ से जा टकराई। बच्चों की चीख सुनकर दौड़े ग्रामीणों ने सभी को बाहर निकाला। स्कूल और अभिभावकों को फोन पर सूचना दी। मौके पर पहुंची पूराकलंदर थाना पुलिस को ग्रामीणों के आक्रोश का शिकार होना पड़ा। प्रधान रामप्रकाश वर्मा, नीरज तिवारी, बृजेश तिवारी, रङ्क्षवद्र ओझा, दीपेंद्र पांडेय ने बताया कि बच्चों को मामूूली चोटें आईं हैं। थानाध्यक्ष अरङ्क्षवद तिवारी ने बताया कि बस को कब्जे में ले लिया गया है। घायल बस परिचालक रामअछैबर पुत्र जगई कुमहिया थाना महराजगंज को जिला चिकित्सालय भेजा गया है। 

घायल होने वाले बच्चे

हर्ष तिवारी, पलक तिवारी, प्रशंसा तिवारी, आशुतोष तिवारी, सगुन व गुनगुन निवासी गंगौली, योगेश पांडेय, आद्रिका पांडेय, वैष्णवी पांडेय, शुभी पांडेय निवासी पुरखेपुर, अंबुज ओझा निवासी अंजना, पीयूष तिवारी पुरसाये थाना महराजगंज, देवांश पुत्र गणेश तिवारी ऐमी आलापुर थाना महाराजगंज है। 

11 बजे तक पीएससी का नहीं खुला ताला

चोटिल बच्चों को लेकर ग्रामीण पीएचसी की ओर भागे तो पता चला कि वहां ताला पड़ा है और कोई मौजूद नहीं है। लापरवाही का आलम ऐसा रहा कि स्थानीय लोगों ने चिकित्सकों का पता लगाना चाहा तो किसी का फोन नहीं उठा। घटनास्थल से ढाई किलोमीटर दूर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शांतीपुर का ताला गुरुवार की दोपहर 11 बजे तक नहीं खुला। ग्रामीणों ने कहा, पीएचसी में चिकित्सक मौजूद होते तो घायल बच्चों को प्राथमिक उपचार मिल जाता। ग्राम प्रधान तालुकदार ङ्क्षसह सहित अन्य ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र पर प्रतिदिन ऐसी लापरवाही देखने को मिल रही है। जिम्मेदार ही सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.