KGMU में इलाज के अभाव में रात भर तड़पता रहा बदमाशों से भिड़ने वाला बहादुर किराना व्यवसायी
लखनऊ में 30 अप्रैल की शाम जानकीपुरम सेक्टर एच छुइयापुरवा चौराहे के पास ज्वैलरी शॉप पर बदमाशों ने बोला था धावा। बहादुर किराना व्यवसायी ने जान पर खेलकर लूट की थी नाकाम। परिवारीजनों ने लगाया आरोप उच्चाधिकारियों से गुहार के बाद शनिवार सुबह 10 बजे से शुरू हुआ इलाज।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में ज्वैलरी शॉप में लूट की वारदात को नाकाम करने में भिड़ंत के दौरान बदमाशों की गोली से घायल किराना व्यवसायी पीयूष अग्रवाल रात भर इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में तड़पता रहा। यह आरोप उनके पिता राजेश अग्रवाल का है। उन्होंने बताया कि रात में प्राथमिक उपचार के बाद बेटा दर्द से कराहता रहा गुहार पर गुहार करते रहे पर कोई डाक्टर उसे देखने नहीं आया। सुबह उच्चाधिकारियों से शिकायत की तो 10 बजे डाक्टर और मेडिकल स्टाफ ने बेटे को देखकर इलाज शुरू किया। उधर, बदमाशों की तलाश में जुटी पुलिस ने ज्वैलर्स अनुराग अवस्थी की दुकान से बरामद सीसी फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान कर ली है। उनकी तलाश में दबिश दे रही है।
बदमाशों से निहत्था भिड़ा था किराना व्यवसायी: दरअसल, बीते शुक्रवार देर शाम जानकीपुरम सेक्टर एच छुइयापुरवा चौराहे के पास ज्वैलर्स अनुराग अवस्थी की दुकान पर असलहा लैस बदमाशों ने धावा बोला था। पड़ोसी किराना व्यवसायी पीयूष अग्रवाल अपनी जान की परवाह किए बिना ही बदमाशों से भिड़ गया। इस दौरान बदमाशों ने खुद को फंसता देख फायरिंग कर भाग निकले। जिसमें किराना व्यवसायी को गोली कान के नीचे लगी थी।
सीसी कैमरे की मदद से बदमाशों की बाइक बरामद: पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने घटनास्थल को जाने वाले मार्ग पर कई स्थानों में लगे सीसी कैमरों की मदद से बदमशों की बाइक का नंबर भी बरामद कर लिया है। इसके अलावा दुकान में लगे सीसी कैमरे से बदमाशों की फोटो मिल गई है। इस आधार पुलिस ने बदमाशों का पता लगा लिया है। बदमाशों की पहचान हो गई है। अब बदमाशों की तलाश में जाकीनपुर, गुडंबा समेत सीतापुर, हरदोई में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं। इंस्पेक्टर फरीद अहमद ने बताया कि बदमाशों की तलाश में दबिश दी जा रही है। कई अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं। चौराहे पर खड़े दिखे बदमाश, सीसी कैमरे में हुए कैद पुलिस ने छुइयापुरवा चौराहे पर लगे सीसी कैमरे की पड़ताल की। उसमें चौराहे पर बदमाश खड़े दिखे हैं। पुलिस ने कैमरे की रिकार्डिंग देखी तो बदमाशों की साफ फुटेज मिल गई। चेहरे भी साफ नजर आ रहे हैं। उसी आधार पर पुलिस ने बदमाशों की पहचान की है।