लखनऊ विश्वविद्यालय कारपोरेट सेक्टर्स में नौकरी के लिए छात्रों को करेगा ट्रेंड, एक्सपर्ट लेंगे क्लास
लखनऊ कामर्स विभाग की बोर्ड ऑफ स्टडी ने एमबीए फाइनेंस एंड एकाउंट कोर्स को दी मंजूरी। इस प्रोफेशनल कोर्स में 40 सीटों पर प्रवेश लिए जाएंगे। छात्र-छात्राओं को डिजिटल एकाउंटिंग इनोवेटिव एकाउंटिंग फारेसिंक एकाउंटिंग ग्रीन एकाउंटिंग सहित कई प्रमुख चीजों में ट्रेंड किया जाएगा।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्वविद्यालय (लविवि) का कामर्स विभाग अपने छात्रों को कारपोरेट सेक्टर से लेकर फाइनेंस आदि कंपनियों में नौकरी के लिए तैयार करेगा। इसके लिए विभाग नए सत्र से पीजी स्तर पर एमबीए फाइनेंस एंड एकाउंट कोर्स की शुरुआत करेगा। दो दिन पहले हुई बोर्ड आफ स्टडीज की बैठक में कोर्स के संचालन, फीस सहित सभी चीजें तय हो गई हैं। अब फैकल्टी बोर्ड से इसे मंजूर कराते हुए नए सत्र के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
लविवि के कामर्स विभाग के हेड प्रो. अवधेश कुमार ने बताया कि यह प्रोफेशनल कोर्स है। इसमें 40 सीटों पर प्रवेश लिए जाएंगे। छात्र-छात्राओं को डिजिटल एकाउंटिंग, इनोवेटिव एकाउंटिंग, फारेसिंक एकाउंटिंग ग्रीन एकाउंटिंग सहित कई प्रमुख चीजों में ट्रेंड किया जाएगा। छात्रों को ऐसा तैयार किया जाएगा, जिससे वह कारेपोरेट कंपनी, म्यूचुलअल फंड, स्टाक मार्केट, इंश्योरेंस सेक्टर आदि में बड़े स्तर पर रोजगार पास सकेंगे। कोर्स च्वाइस बेस क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) मोड पर संचालित होगा। इस कोर्स में स्नातक में 60 फीसद अंक वाले ही प्रवेश के लिए पात्र होंगे। प्रति सेमेस्टर कोर्स की फीस 40 हजार रुपये होगी।
एक्सपर्ट लेंगे क्लास: पीजी का यह नया कोर्स तैयार हो चुका है। इसमें चार सेमेस्टर होंगे। चार्टड एकाउंटेंट, फाइनेंस से लेकर प्रोफेशनल और कारपोरेट सेक्टर्स के एक्सपर्ट छात्र-छात्राओं की क्लास लेंगे। उन्हें बाजार की मांग, प्रमुख सेक्टर में काम करने के तरीके बताएंगे।
पहले और दूसरे सेमेस्टर में लैब ट्रेनिंग: प्रो. अवधेश कुमार के मुताबिक कोर्स में पहले और दूसरे सेमेस्टर में छात्र-छात्राओं को लैब में 40-40 घंटे की कम्प्यूटर ट्रेनिंग करना अनिवार्य होगी। उन्हें कंपनियों में एकाउंटिंग की सभी तकनीक की जानकारी भी दी जाएगी।