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लखनऊ विश्वविद्यालय ने कॉलेजों से मांगा Qualified शिक्षकों का ब्योरा, PhD के नए आर्डिनेंस के तहत मांगी गई डिटेल

लखनऊ विश्वविद्यालय ने सम्बद्ध कालेजों में पीजी कोर्स में पढ़ाने वाले उन सभी शिक्षकों का ब्योरा मांगा है जो पीएचडी कराने के लिए अर्ह हैं। इस संबंध में विश्वविद्यालय ने कालेजों को बुधवार को पत्र भेजा है। इससे पहले 25 फरवरी तक लविवि के विभागों को दिया गया था समय।

By Rafiya NazEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 06:35 PM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 06:35 PM (IST)
लखनऊ विश्वविद्यालय ने कॉलेजों से मांगा Qualified शिक्षकों का ब्योरा, PhD के नए आर्डिनेंस के तहत मांगी गई डिटेल
लखनऊ विश्वविद्यालय में सभी दाखिले पीएचडी के नए आर्डिनेंस के अनुसार लिए जाएंगे।

लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्वविद्यालय ने सम्बद्ध कालेजों में पीजी कोर्स में पढ़ाने वाले उन सभी शिक्षकों का ब्योरा मांगा है जो पीएचडी कराने के लिए अर्ह हैं। इस संबंध में विश्वविद्यालय ने कालेजों को बुधवार को पत्र भेजा है। इससे पहले 25 फरवरी तक लविवि के विभागों को दिया गया था समय। 

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लविवि स्नातक कोर्सों के साथ ही पीएचडी दाखिले की प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में है। यह सभी दाखिले पीएचडी के नए आर्डिनेंस के अनुसार लिए जाएंगे। पहली बार विश्वविद्यालय रेगुलर के साथ पार्ट टाइम पीएचडी का भी मौका देगा। इसलिए विश्वविद्यालय के सभी विभागों से पीएचडी सीटों का ब्योरा मांगा गया था। कालेजों में पीजी कोर्स में पढ़ाने वाले उन शिक्षकों को भी शामिल किया जाना है जो पीएचडी कराने के लिए पात्र हैं। ऐसे में बुधवार को डीन एकेडमिक्स प्रो. राकेश चंद्रा ने कालेज डेवलपमेंट काउंसिल के डीन को पत्र भेज कर यह ब्योरा उपलब्ध कराने के लिए कहा है।

इसी आधार पर कालेजों को भी निर्देश भेजे गए हैं।कई विभागों से नहीं मिली सूचनाएंलविवि के कुलसचिव डा. विनोद कुमार सिंह ने सभी विभागों को पत्र जारी कर 25 फरवरी तक रेगुलर और पार्ट टाइम पीएचडी से संबंधित विवरण मांगा था। लेकिन बुधवार तक कई विभागों से सूचनाएं नहीं आ पाईं। डीन एडमिशन प्रो. वीके मिश्रा का कहना है कि जिन विभागों से पीएचडी सीटों का ब्योरा नहीं मिला है, उनसे संपर्क करके मंगवाया जा रहा है।


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