LU paper leak case: STF ने 32 लोगों के बयान किए थे दर्ज- जिसे दोषी माना, लविवि ने दी क्लीनचिट
पेपर लीक प्रकरण पांच सदस्यीय टीम की चौंकाने वाली रिपोर्ट। एसटीएफ की रिपोर्ट को लविवि कर रहा दरकिनार। एसटीएफ ने 36 पेज की रिपोर्ट की थी तैयार।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्वविद्यालय में पेपर लीक प्रकरण को लेकर एसटीएफ ने जिस ऋचा मिश्रा को आरोपित माना था, उसे विश्वविद्यालय ने अपनी आंतरिक रिपोर्ट में क्लीन चिट दे दी। ऐसा तब है जब हसनगंज पुलिस एसटीएफ की रिपोर्ट के शासन से वापस आने का इंतजार कर रही है।
निरस्त नहीं की जाएगी परीक्षा, घोषित होगा परिणाम
लविवि में कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय की अध्यक्षता में हुई परीक्षा समिति की बैठक में पेपरलीक प्रकरण की जांच कर रही समिति ने तर्क रखा कि पेपर लीक ऋ चा मिश्रा तक ही सीमित है। इससे आम छात्र संबंधित नहीं था। इस आधार पर एलएलबी थर्ड ईयर थर्ड सेमेस्टर के प्रश्न पत्र नं. 2620, 2621, 2622 और 2623 परीक्षा निरस्त नहीं की जाएगी और परिणाम घोषित किए जाएंगे। विवि सूत्रों का कहना है कि जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि वायरल हुए ऑडियो में करीब 25 फीसदी सवाल आए पेपर से मेल खाते हैं। ऐसे में लविवि द्वारा गणित हाई पॉवर कमेटी के पूरी कार्य प्रणाली पर ही सवाल उठ रहे हैं। पूरा मामला सामने आने के बाद समिति ने ऋचा मिश्रा पर कोई भी कार्रवाई करने की संस्तुति तक नहीं की। इतना ही नहीं विधि विभाग के प्रोफेसरों को भी दोष मुक्त मान लिया गया।
एसटीएफ ने जांच के बाद लगाए थे यह आरोप
एसटीएफ ने 31 दिसंबर को अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी। इस रिपोर्ट में माना गया था कि लविवि के लॉ का पेपर लीक करने के मामले में वायरल ऑडियो की आवाज प्रोफेसरों, लविवि के पूर्व वीसी और आरोपित ऋचा मिश्रा की ही है। एसटीएफ ने लविवि के पूर्व वीसी प्रो. एसके शुक्ल, आरोपित ऋचा मिश्रा, शेखर अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉ. आमोद कुमार सचान, परीक्षा नियंत्रक डॉ. एके मिश्र, विधि संकाय के शिक्षक प्रो. अशोक सोनकर, प्रो. सतीश पांडेय, प्रो. आरके सिंह, शिक्षक सीपी सिंह, सिटी लॉ कॉलेज के प्रबंधक विजय सहित 32 लोगों के बयान दर्ज किए थे।
सीसीटीवी फुटेज की भी हुई पड़ताल
एसटीएफ ने सिटी लॉ कॉलेज परीक्षा केंद्र का डीवीआर जब्त कर सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल की थी। 36 पेज की रिपोर्ट बनायी, जिममें माना गया कि लविवि के पूर्व वीसी प्रो. एसके शुक्ल, ऋचा मिश्रा, प्रो. सोनकर, प्रो. सतीश पांडेय और प्रो. आरके सिंह सहित सात लोगों की वायरल आडियो में आवाज सही है। पेपर फोन पर बताया गया है। पेपर लीक हुआ है।
कॉल डिटेल से बातचीत की पुष्टि
लविवि के पूर्व कुलपति और प्रोफसरों से लगातार संपर्क में ऋचा मिश्रा थीं। सभी आरोपित बयान में अपनी आवाज की बात से मुकरे लेकिन आपस में परिचय होने की बात नहीं नकार सके थे। मोबाइल कॉल डिटेल में दोनों ओर से कई बार फोन किए जाने की पुष्टि भी हुई थी। एसटीएफ की जांच रिपोर्ट 48 दिनों से शासन में लंबित है। वहीं हसनगंज पुलिस का कहना है कि एसटीएफ रिपोर्ट के बिना वह आगे की कार्रवाई नहीं कर सकते हैं।