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लखनऊ के इंस्पायर अवार्ड में बरती जा रही लापरवाही, अब तक स्कूलों ने अपलोड नहीं किए मॉ़डल

कक्षा छह से 10वीं तक के बाल विज्ञानियों को आगे बढ़ाने के लिए शुरू की गई इंस्पायर अवार्ड मानक प्रदर्शनी में लापरवाही बरती जा रही है। चयनित विद्यार्थियों को मॉडल बनाने के लिए 10-10 हजार रुपये सरकार ने दिए लेकिन अब स्कूल मॉडल अपलोड करवाने में आनाकानी कर रहे हैं

By Dharmendra MishraEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 01:29 PM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 01:29 PM (IST)
लखनऊ के इंस्पायर अवार्ड में बरती जा रही लापरवाही, अब तक स्कूलों ने अपलोड नहीं किए मॉ़डल
इंस्पायर्ड अवार्ड प्रदर्शनी में छात्रो को बाल वैज्ञानिक बनाने के नाम पर 10-10 हजार लेने के बाद भी आनाकानी।

लखनऊ, जागरण संवाददाता।  स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा छह से 10वीं तक के बाल विज्ञानियों को आगे बढ़ाने के लिए शुरू की गई इंस्पायर अवार्ड मानक प्रदर्शनी में लापरवाही बरती जा रही है। राजधानी में चयनित विद्यार्थियों को मॉडल बनाने के लिए 10-10 हजार रुपये सरकार ने दिए। लेकिन अब तमाम स्कूल मॉडल अपलोड करवाने में आनाकानी कर रहे हैं।

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ऐसे में माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने मॉडल अपलोड करने के लिए अंतिम तिथि बढ़ाकर सात दिसंबर कर दी है। दरअसल, इस बार जिला एवं राज्य स्तरीय इंस्पायर अवार्ड मानक 2020-21 प्रदर्शनी आनलाइन आयोजित की जाएगी। इसके लिए पिछले साल दिसंबर में कक्षा से 10वीं तक के विज्ञान में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों से मॉडल का आइडिया लिया गया था।

लखनऊ मंडल मे 254 विद्यार्थी चयनित हुए थे। फिर इन चयनित आइडिया वाले विद्यार्थी को मॉडल बनाने के लिए 10-10 हजार रुपये खाते में भेज दिए गए। चूंकि इस बार प्रदर्शनी आनलाइन लगनी है। ऐसे में 30 नवंबर तक चयनित विद्यार्थियों के मॉडल को मानक कम्पीटीशन एप्प (गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध) के माध्यम से अपलोड किया जाना था, लेकिन लखनऊ में 28, सीतापुर से 25 तथा जनपद उन्नाव से अभी भी 14 मॉडल नहीं अपलोड किए गए। इसे लेकर लखनऊ मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक सुरेंद्र तिवारी ने कड़ी नाराजगी जताई है। जो स्कूल अपने चयनित छात्रों का मॉडल मानक कम्पीटीशन एप्प पर अपलोड नहीं करवाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

मॉडल को इस तरह करना होगा अपलोडः सबसे पहले मानक कम्पीटीशन ऐप को गूगल प्ले स्टोर से एंड्रॉयड फोन पर स्टॉल करना होगा। फिर क्लिक करके स्कूल के प्रिंसिपल को छात्र का रेफरेंस नंबर डालना होगा। यह रेफरेंस नंबर ही छात्र का यूजर आइडी भी होगा। प्रिंसिपल के मोबाइल नंबर पर ओटीपी जाएगा। वही छात्र का पासवर्ड होगा। इसी के जरिए लॉग इन करना होगा। प्रोटोटाइप मॉडल के दो मिनट का वीडियो (अधिकतम 13 एमबी) अथवा आडियो या मॉडल के साथ बच्चे की चार फोटो अपलोड करनी होंगी।

यहां करें संपर्कः यदि मॉडल अपलोड करने में कोई समस्या आती है मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डा. दिनेश कुमार के मोबाइल नंबर 9415012946 पर संपर्क किया जा सकता है।


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