Lucknow Nagar Nigam: मंत्री आशुतोष टंडन बोले- एप पर दर्ज शिकायतों का निराकरण न करने पर हो कड़ी कार्रवाई
Lucknow Nagar Nigam नगर विकास मंत्री ने लखनऊ वन सिटीजन एप को लांच किया। महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि एप के माध्यम से शहर को और साफ रखने में मदद मिलेगी और स्वच्छ सर्वेक्षण में लखनऊ की भागीदारी बढ़ेगी।
लखनऊ, जेएनएन। Lucknow Nagar Nigam: नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल'ने लखनऊ वन सिटीजन एप को लांच करते हुए कहा कि पहले दिन से ही लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। गोमतीनगर विस्तार में स्थानीय निकाय निदेशालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री ने कहा कि अगर एप पर कोई शिकायत करता है तो अधिकारी व कर्मचारी झूठी रिपोर्ट लगाते हैं तो उन्हें चिंहित कर ऐसी कठोर कार्रवाई होनी चाहिए, जिसका प्रभाव अन्य अधिकारी और कर्मचारियों पर पड़ना चाहिए।
एप की तारीफ करते हुए नगर विकास मंत्री ने कहा कि इससे शहरवासियों को काफी राहत होगी और वह तमाम जानकारियां एप से जुटा सकेंगे। मंत्री ने कहा कि अब तकनीक का ही दौर है और इसे आगे बढ़ाया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री की जनधन योजना का जिक्र करते हुए मंत्री ने कहा कि तकनीक के कारण ही जनधन योजना से हर किसी का बैंक खाता खोला जा सका था। इस अवसर पर महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि एप के माध्यम से शहर को और साफ रखने में मदद मिलेगी और स्वच्छ सर्वेक्षण में लखनऊ की भागीदारी बढ़ेगी।
नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने लखनऊ वन सिटीजन के बारे में जानकारी दी और बताया कि एप चारों भागों में बांटा गया है। इसमे नगर निगम से संबंधित सेवाएं, मेरे आसपास, हेल्पलाइन और लखनऊ स्मार्ट सिटी की सेवाओं को शामिल किया गया है। नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि एप के माध्यम से मिलने वाली शिकायतों का त्वरित निस्तारण के लिए नगर निगम की तरफ से एक डेडीकेटेड कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां तीन पालियों में कर्मचारियों की तैनाती की गई है। जो एप पर आने वाली शिकायतों को दर्ज करने के साथ ही संबंधित अधिकारी को कार्रवाई के लिए नगर निगम अधिकारी एप (स्मार्ट 311) पर ट्रांसफर करेंगे। संबंधित अधिकारी शिकायत का निस्तारण कर उसकी रिपोर्ट एप स्मार्ट 311 अपलोड करेंगे,जो शिकायतकर्ता को भी मिल जाएगी। स्मार्ट 311 के माध्यम से शिकायतों के निस्तारण के साथ ही गंदगी फैलाने वाले, कूड़ा जलाने, प्रतिबंधित पॉलीथीन का उपयोग करने, मलबा एकत्र करने आदि पर जुर्माना प्राप्त करते हुए एम-चालान किए जाने का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि लखनऊ वन सिटीजन एप से शहर से जुड़े लोगों को तमाम तरह की जानकारी घर बैठे ही हो सकेगी। शिकायतकर्ता से प्राप्त फीड बैक के आधार पर नगर निगम के कार्यों और सेवाओं की गुणवत्ता में और अधिक सुधार किया जा सकेगा।
नगर निगम की सेवाएं
लखनऊ वन सिटीजन एप में नगर निगम से जुड़ी शिकायतों में मृत पशुओं का निस्तारण, सफाई न होना,कूड़ा एकत्र होना, घर घर से कूड़ा एकत्र न होना, रोड लाइट, सड़कों व फुटपाथ की मरम्मत (पैचवर्क) मलबा निस्तारण, सीवर लाइन का चोक होना, जलभराव की शिकायतें दर्ज हो सकेंगी। इसी तरह भवन कर कितना बकाया है और उसका भुगतान भी किया जा सकेगा। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ ही आइजीआरएस पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के संबंध में भी जानकारी मिल सकेगी।
मेरे आसपास
इस एप के माध्यम से शहर में संचालित 180 सामुदायिक और 189 सार्वजनिक शौचालयों, होटलों, अस्पताल, स्कूल, सामुदायिक भवनों, पार्क, यातायात से जुड़ी जानकारी और आसपास के एटीएम के बारे में पता चल सकेगा।
हेल्प लाइन
एप की खासियत यह है कि एंबुलेंस सेवा, महिला सेवा, नगर निगम कॉल सेंटर और इमरजेंसी के फोन नंबर भी मिल जाएंगे।
प्रमाण पत्र भी बन सकेंगे
नगर निगम के अलावा अन्य विभागों से जारी प्रमाण पत्र भी बन सकेंगे। जैसे आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, अधिवास प्रमाण पत्र से संबंधित आवेदन की जानकारी के साथ ही ई-वाहन व ई अस्पताल से संबंधित जानकारी भी एप पर उपलब्ध होगी।