लखनऊ मेट्रो ने Go Smart Card की समय वैधता की दो घंटे, इसके बाद हर घंटे लगेंगे 10 रुपये
लखनऊ मेट्रो ने गो स्मार्ट कार्ड की वैधता का समय बढ़ाने का निर्णय थर्मल स्कैनिंग सैनिटाइज में समय लगने को लेकर किया।
लखनऊ, जेएनएन। यात्रियों का सफर सुकून भरा करने के लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) ने गो स्मार्ट कार्ड की समय वैधता 90 मिनट से बढ़ाकर 120 मिनट कर दी है। यह व्यवस्था दस सितंबर से लागू करने की तैयारी है। इसके पीछे उद्देश्य रखा गया है कि यात्री का स्टेशन परिसर में प्रवेश करते समय थर्मल स्कैनिंग, सैनिटाइजेशन, टोकन व गो स्मार्ट को पंच करने और जांच में लगने में जो समय खराब होता था, उसे बढ़ाया जाए। नार्थ साउथ कॉरिडोर के 23 किमी सफर में यात्री को करीब 45 मिनट लगते हैं।
मेट्रो ने नब्बे मिनट का समय दे रखा था। यूपीएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने यात्री सुविधाओं में इजाफा करते हुए इसे बढ़ाकर 120 मिनट करने की संस्तुति कर दी है। मेट्रो अफसरों ने बताया कि आठ सितंबर से ज्यादा यात्रियों का ग्राफ रहा। साढ़े आठ हजार से अधिक यात्रियों से नौ सितंबर को सफर किया। वहीं यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि एक स्टेशन पर यात्री अधिकतम 20 मिनट से ज्यादा नहीं रुक सकता। नियमानुसार अगर इससे ज्यादा रुकता है तो स्टेशन परिसर से निकलते समय उसके गो स्मार्ट कार्ड से दस रुपये अतिरिक्त कटेंगे। वहीं टोकन धारक आटोमेटिक फेयर गेट पर अगर टोकन को टच कराते हैं तो वह खुलेगा नहीं, जब तक स्टेशन कंट्रोलर के माध्यम से अतिरिक्त दस रुपये जमा नहीं करता। ऐसे में यात्रियों की सहूलियत के लिए यह समय सीमा गो स्मार्ट कार्ड व टोकन की 120 मिनट करने का निर्णय किया गया है। वहीं मेट्रो में यात्रियों का ग्राफ बढ़ना शुरू हो गया है। मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन 23 स्टेशनों में राइडर शिप बढ़ाने वाले स्टेशनों में बना हुआ है। वहीं एयरपोर्ट व चारबाग स्टेशन से यात्रियों का ग्राफ मेट्रो ने सोच रखा था, वह अभी रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। लखनऊ मेट्रो को उम्मीद है कि ट्रेनों का संचालन शुरू होने के बाद यात्रियों की संख्या मेट्रो में बढ़नी शुरू हो जाएगी।
स्टेशनों पर यात्रियों के लिए की गई व्यवस्था
स्टेशन के अंदर ऐसा स्थान, जहां यात्रियों को लाइन में खडो होना पड़ता है, जैसे टिकट काउंटर और टिकट वेडिंग मशीन, सुरक्षा जांव प्वाइंट और प्रवेश निकास द्वार पर पीले रंग के स्टीकर्स के साथ मार्किंग की गई है। . मेट्रो ट्रेन के भीतर सीट पर स्टीकर चस्पा किए गए हैं, यहां एक सीट छोड़कर यात्री बैठ रहे हैं। . लिफ्ट की फर्श पर भी स्टीकर लगाए गए हैं, इससे लिफ्ट में दो यात्री चढ़े और लिफ्टस के भीतर भी शारीरिक दूरी का पालन हो सके। . निजी सुरक्षा गार्डों को प्रशिक्षित किया गया है, जिससे सही से यात्रियों की जांच हो सके।
आगामी रविवार से मेट्रो को उम्मीदें
मेट्रो संचालन के समय यात्री साप्ताहिक अवकाश शनिवार व रविवार को मेट्रो में सफर करने के लिए आते थे। मेट्रो को उम्मीद है कि 22 मार्च से छह सितंबर 2020 तक मेट्रो का संचालन बंद होने से 13 सितंबर को मेट्रो में भीड़ होने के संभावना है। इसलिए लखनऊ मेट्रो ने अपनी ओर से तैयारियां शुरू कर दी है। साढ़े पांच माह बाद यह पहला शनिवार व रविवार है, जब मेट्रो चलेगी।
रविवार बाजार खुलने से मेट्रो में बढ़ेगी राइडर शिप
मेट्राे के संचालन से जुड़े अफसरों का मानना है कि इस रविवार को लाॅक डाउन नहीं रहेगा। इसलिए लोग खरीददारी करने के लिए आलमबाग, भूतनाथ मार्केट निकलेंगे। यही नहीं रविवार को गंजिंंग जो लॉक डाउन के कारण पूरी तरह से प्रभावित थी, इसमें भी रौनक लौटने की उम्मीद है। क्योंकि प्रदेश सरकार से शनिवार व रविवार को मार्केट पूरी तरह से खोल दिए हैं। अभी तक साप्ताहिक अवकाश होने के बाद भी लोग नहीं निकल पाते थे, क्योंकि लॉक डाउन हुआ करता था, इससे निजात मिल जाएगी।