रिश्तों को रफ्तारः लखनऊ से अयोध्या होकर जनकपुर जाने के लिए बस सेवा शुरू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल पीएम केपी ओली ने जनकपुर से अयोध्या के बीच रिश्तों के लिए जिस मैत्री बस सेवा को हरी झंडी दिखाई थी वह शनिवार से चलने लगी।
लखनऊ (जेएनएन)। छह माह पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के पीएम केपी ओली ने जनकपुर से रामनगरी अयोध्या के बीच रिश्तों को प्रगाढ़ करते हुए जिस मैत्री बस सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था, शनिवार से उसने रफ्तार पकड़ ली। आलमबाग बस टर्मिनल से शनिवार को इसकी शुरुआत ठीक दोपहर दो बजे हुई। 28 यात्रियों को लेकर यह बस नेपाल के जनकपुर के लिए रवाना हुई। प्रमोद मिश्र जनकपुर के पहले यात्री बने। रास्ते में यात्रियों की संख्या 44 हो गई।परिवहन निगम के मुख्य प्रधान प्रबंधक एचएच गाबा, प्रधान प्रबंधक राजेश वर्मा, आरएम पल्लव बोस, एआरएम अमरनाथ सहाय ने इस जनरथ बस को रवाना किया। यह बस रविवार सुबह छह बजे जनकपुर पहुंचेगी। जनकपुर से दूसरे दिन बस दोपहर 12 बजे छूटेगी।
11 मई को हुई थी शुरुआत
जनकपुर से अयोध्या के बीच पहली बार यह बस 11 मई को चलाई गई थी। अयोध्या में सीएम योगी आदित्यनाथ ने नेपाल से आए लोगों का स्वागत किया था। लेकिन, परमिट और नेपाल में समितियां तय न हो पाने से इसका संचालन रोजाना नहीं हो पा रहा था। रोडवेज ने इसे भिट्टा मोड़ (बिहार-नेपाल बॉर्डर) तक चलाना शुरू कर दिया था। बस का नेपाल में प्रवेश नहीं हो पा रहा था।
ये होगा रूट
आलमबाग से अयोध्या, गोरखपुर, सलेमगढ़ (यूपी-बिहार बॉर्डर), गोपालगंज (बिहार), पिपरा कोठी, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, भिट्टा मोड़ (बिहार-नेपाल बॉर्डर), जनकपुर। पहले ही दिन बस रौनाही टोल प्लाजा के पास तकनीकी खराबी आने से यह बस फैजाबाद बॉर्डर पर घंटेभर खड़ी रही।