रिसेप्शनिस्ट हत्याकांड: शहर में फैला ऑनलाइन फ्रेंड्स क्लब का जाल, Paytm से होते थे लेन-देन
होटल में रिसेप्शनिस्ट की हत्या का मामला। जेल भेजे गए आरोपित।
लखनऊ, जेएनएन। विभूतिखंड में होटल कर्मी कृष्ण प्रताप सिंह की हत्या के मामले में पड़ताल के दौरान पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं। आरोपितों से पूछताछ में पता चला है कि वह राजधानी में ऑनलाइन फ्रेंड्स क्लब के नाम पर देह व्यापार का धंधा संचालित करते थे। मुख्य आरोपित अभय ने दो अलग-अलग नाम से वेबसाइट भी बना रखी थी।
सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र के मुताबिक फ्रेंड्स क्लब में शामिल युवक युवतियां वाट्सएप पर ही संपर्क में रहते थे। हत्याकांड की पड़ताल में आरोपितों की वाट्सएप पर बातचीत के साक्ष्य भी मिले हैं। बताया जा रहा है कि पूरे देश में क्लब का नेटवर्क फैला हुआ है। वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के जरिए लोगों को मेंबर बनाया जाता है, उसके बाद सदस्यों की मांग पर किसी भी शहर में लड़कियां उपलब्ध कराई जाती हैं। राजधानी पुलिस इस ऑनलाइन चक्रव्यूह को भेदने की तैयारी कर रही है। सूत्रों का कहना है कि क्लब के सदस्य अपने प्रोफाइल में गलत नाम, पता और फोन नंबर दर्ज करते हैं।
पेटीएम के जरिये लेन-देन के बाद धोखा भी
एस्कॉर्ट सर्विस या फ्रेंड्स क्लब में रुपयों का लेनदेन सर्वाधिक पेटीएम के माध्यम से होता है। होटल की बुकिंग भी उसी से की जाती है। सदस्यों से एडवांस में रुपये जमा करने के लिए कहा जाता है। कई बार लोग झांसे में आकर तय राशि की कुछ रकम पेटीएम के माध्यम से जमा कर देते हैं और ठगी के शिकार हो जाते हैं। रुपये मिलने के बाद सर्विस देने वाले उनका नंबर ब्लॉक कर देते हैं। लोग लोक-लाज के भय से पुलिस में शिकायत देने से कतराते हैं।
जेल भेजे गए आरोपित
कृष्ण प्रताप की हत्या के आरोप में उत्तराखंड के गदरपुर उधम सिंह नगर निवासी धीरज नारंग, राजापुरा अमेठी निवासी अभय उमरीडीहा गोंडा निवासी हरिओम और उसके साथी राधे को पुलिस ने रविवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। हर्ष विहार दिल्ली निवासी गुरमीत और खिचड़ीपुर रोड नई दिल्ली निवासी रूबी को पुलिस ने शनिवार को ही गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया था, जहां से दोनों को जेल भेजा गया था।