बॉलीवुड में करियर बनाने को लखनऊ-मुंबई के बीच सेतु बनेगा 'LFF'
लखनऊ फिल्म फोरम रील टॉक में अभिनेता चित्रांगदा सिंह सहित जुटे बॉलीवुड की कई दिग्गज हस्तियां। सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने किया कार्यक्रम का उद्घाटन।
लखनऊ, जेएनएन। मायानगरी मुंबई से नवाबों के शहर लखनऊ के बीच सेतु बनाने के उद्देश्य से रविवार को लखनऊ फिल्म फोरम (एलएफएफ) रील टॉक का आयोजन किया गया। एमरन फाउंडेशन की ओर से गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम का आगाज लोकसभा सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी सहित बॉलीवुड की कई मशहूर हस्तियों ने किया। कार्यक्रम में एक्ट्रेस चित्रांगदा सिंह व अनुप्रिया गोयनका, राइटर व डायरेक्टर अश्विनी अय्यर तिवारी, कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा व आइएएस से एक्टर बने अभिषेक सिंह ने बॉलीवुड के अनुभवों को साझा कर अभिनय के साथ इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से जड़े 71 नए आयामों पर चर्चा कर शहर के नए कलाकारों को आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया।
मुख्य अतिथि सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने वर्तमान समय में इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का कॉन्सेप्ट बहुत बदल रहा है। इस बदलती इंडस्ट्री में गुड लुकिंग व अच्छी आवाज से ही सफल नहीं हो सकते, हार्डवर्क बहुत जरूरी है। छोटे शहरों में टैलेंट की कमी नहीं है। यूपी और बिहार न होते तो बॉलीवुड इंडस्ट्री ध्वस्त हो गई होती। प्रदेश ने बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन, प्रियंका चोपड़ा व नवाजुद्दीन सिद्दीकी सहित कई हस्तियां दीं। बॉलीवुड में आए बदलाव की बड़ी वजह महिलाओं का बढ़ता दखल भी है। उन्होंने शासन स्तर पर बात कर प्रदेश के शहरों में रहने वाले युवा कलाकारों को बेहतर मौका मुहैया कराने का आश्वासन भी दिया। फाउंडेशन की अध्यक्ष रेणुका टंडन ने कहा कि लखनऊ फिल्म फोरम मुंबई-लखनऊ के बीच सेतु का काम करेगा। यह पहल शहर के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगी। अभिनय के साथ इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में प्रोडक्शन, राइटिंग, लाइटिंग, मार्केटिंग, सेट व हेयर-मेकअप सहित कई क्षेत्रों में युवा करियर बना सकते हैं। इस बीच बॉलीवुड से आए दिग्गजों ने संवाद कर युवाओं के सवालों का जवाब भी दिया। कार्यक्रम का आगाज भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति श्रुति सडोलकर काटकर ने गणेश वंदना कर की।
दर्शकों को भा रही छोटे शहरों की सादगी
बॉलीवुड रियलिस्टिक हो रहा है। दर्शकों को छोटे शहरों की कहानियां व सादगी भा रही है। इसलिए लखनऊ सहित अन्य शहरों में फिल्मों की शूटिंग बढ़ रही है। यह कहना है बरेली की बर्फी व निल बटे सन्नाटा जैसी हिट फिल्में बनाने वाली लेखक व निर्देशक अश्विनी अय्यर तिवारी का। उनकी अधिकांश फिल्में छोटे शहरों पर ही बेस थीं। उनका सुसराल शहर का है। वह कहती हैं कि छोटे शहरों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वहां के लोग अपने कल्चर से जुड़े हैं। उनकी सिम्पल सिटी लोगों को खींचती है। इन शहरों से जो लोग करियर बनाने आते हैं उनकी भाषा व अनुभव मुंबई में नहीं मिलता। यही वजह है कि मैंने अपनी फिल्मों में उसी शहर के कलाकारों को मौका दिया। इससे उस शहर का रोजगार बढ़ेगा। अच्छी बात यह है कि अब लखनऊ प्रोडक्शन फ्रेंडली हो गया है, जो मिनी इंडस्ट्री बन चुका है।
जिंदगी के अनुभव बनाते हैं परिपक्व अभिनेता
अभिनय से निर्देशन में आई चित्रांगदा सिंह ने लखनऊ में शूटिंग करने की बात कहीं। कहा कि, अगर यहां ट्रेंड प्रोडक्शन टीम मिलेगी तो वह जरूर शूटिंग करेंगी। वह इन दिनों सूरमा टू की शूटिंग करने जा रही हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंनें कहा कि वह सिर्फ एक्टर नहीं हैं, स्क्रिप्ट राईटिंग के साथ प्रोडक्शन भी कर रही हैं। वह अब खुद को पूरी तरह सिनेमा पर्सन मांगती हैं। उनकी पिछले दिनों आई सूरमा को दर्शकों को काफी पसंद किया था। उन्होंने अभी दो स्क्रिप्ट पूरी की है। एक सवाल के जवाब में चित्रांगदा ने कहा कि जिंदगी के अनुभव से हम परिपक्व अभिनेता बनते हैं। छोटे शहरों का भोलापन वहां के युवाओं का ट्रमकार्ड है। कलाकार बनने के लिए हां से ज्यादा ना सुनने की आदत डालें, मेहनत करें और अभिनय के कीड़े को जिंदा रखें।
खुलेगा पहला कास्टिंग सेंटर
सुपरहिट फिल्म दबंग व कबीर सिंह के कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा लखनऊ में अपना पहला कास्टिंग सेंटर खोलेंगे, इसके बाद देश के अन्य शहरों में सेंटर खोला जाएगा। वह कहते हैं कि वेब सीरीज के आने के बाद टैलेंटेड लोगों की डिमांड बहुत बढ़ गई है। इस समय कोई भी कलाकार फ्री नहीं है। फ्रेश टैलेंट को तलाशने के लिए छोटे शहर जाना पड़ता है, यहां कास्टिंग बहुत आसान है। आज की फिल्मों की कहानी आपके घर की कहानी जैसी है, जिसे स्क्रीन पर दिखाया जा रहा है। इसलिए सबकुछ रियल होना चाहिए। नए चेहरों को तलाशने के लिए मैं लखनऊ से कास्टिंग सेंटर खोलने की शुरूआत करूंगा। इंडस्ट्री में करियर बनाना हॉबी नहीं जिंदगी है। यह फुल टाइम जॉब है। वॉर सहित कई फिल्में व वेब सीरीज करने वाली कानुपर की अभिनेत्री अनुप्रिया गोयनका व दिल्ली में डिप्टी कमिश्नर से एक्टर बने आइएएस अभिषेक सिंह ने अपने अनुभव को साझा कर बदलती इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के बारे में युवाओं को जानकारी दी।