पांच करोड़ के बजट से Revive होगी एल्डिको की झील, एलडीए ने शुरू की मुहिम
डीएम एवं लविप्रा उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने बताया कि एल्डिको झील के पीछे जो छोटी छोटी झीले हैंउनकी कनेक्टिविटी मुख्य झील से की जाएगी। इससे पहले एल्डिको झील का लेवल ठीक किया जाएगा। उद्देश्य होगा कि पानी झील में बरकरार रहे।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विकास प्राधिकरण लविप्रा रायबरेली रोड स्थित एल्डिको में झील को जीवित करने जा रहा है। बरसात व झीलों के पानी से एल्डिको झील के अस्तित्व को बचाने के लिए लविप्रा ने कवायद तेज कर दी है। इसी क्रम में 20 मार्च को झील का टेंडर होने जा रहा है। इससे उम्मीद जग गई है कि साल के अंत तक झील एक बार फिर पुराने रूप में दिख सकेगी। इसके अलावा जमुना झील, काला पत्थर और बुद्ध्ेश्वरन तालाब का काम होने जा रहा है।
डीएम एवं लविप्रा उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने बताया कि एल्डिको झील के पीछे जो छोटी छोटी झीले हैं,उनकी कनेक्टिविटी मुख्य झील से की जाएगी। इससे पहले एल्डिको झील का लेवल ठीक किया जाएगा। उद्देश्य होगा कि पानी झील में बरकरार रहे। इसके अलावा झील में मुहल्लों के घरों से गंदा पानी न आए इसके लिए ठोस नीति बनाई जाएगी। स्थानीय लोगों केसहयोग से झील को भविष्य में संरक्षित रखने के लिए एल्डिको स्थानीय समितियों से मिलकर काम करने पर विचार बना रहा है। उद्देश्य होगा कि यहां से झील को जीवित करने के बाद जब प्राधिकरण निकले तो झील की देखरेख समिति व स्थानीय लोग कर सके। कई किमी. में फैली झील पर अतिक्रमण तो नहीं हुआ है, लेकिन कूड़े से पटने जरूर लगी थी।
अभियंताओं ने बताया कि झील को जीवित करने के लिए पांच करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके लिए नियमित मानीटरिंग के साथ जो पद्ध्ति अपनाई जाएगी, उसके लिए विशेषज्ञों से राय भी ली जाएगी। वहीं झील कूड़ा, गंदा पानी, मावेशी और कोई शख्स बिना अनुमति के प्रवेश न कर पाए, उसके लिए क्लोज सर्किट टीवी कैमरे लगाने पर भी प्राधिकरण विचार कर रहा है।
फिर लौटेगी पुरानी रौनक
रायबरेली रोड स्थित एल्डिको झील को देखकर ही हजारों लोगों ने यहां अपने मकान लिए थे। आसपास के लोग मार्निंग वॉक करने के लिए झील के चारों ओर टहलते थे। एक बार फिर से यह सब देखने को मिलेगा। स्थानीय लोग झील का पुराना स्वरूप देखने के लिए उत्साहित हैं।