सोलह साल बाद सच होगा सात सौ आवंटियों का सपना, लखनऊ के बसंत कुंज में मिलेंगे भूखंड
लविप्रा अपने सैकड़ों आवंटियों को नहीं दे पाया था प्लाट। सोमवार को सचिव लविप्रा पवन कुमार गंगवार ने सात सौ आवंटियों को भूखंड देने पर सहमति दे दी है। वहीं 25 ऐसे आवंटी हैं जिनका रिकार्ड प्राधिकरण के पास नहीं है ऐसे लोगों को अभी इंतजार करना होगा।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) अपने उन आवंटियों को पहले बसंत कुंज योजना में प्लॉट देगा, जो किसी विवाद के कारण नहीं मिल सके हैं। सोलह साल बाद ऐसे आवंटियों को प्राथमिकता पर प्लॉट देने का पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। सोमवार को सचिव लविप्रा पवन कुमार गंगवार ने सात सौ आवंटियों को भूखंड देने पर सहमति दे दी है। वहीं 25 ऐसे आवंटी हैं, जिनका रिकार्ड प्राधिकरण के पास नहीं है, ऐसे लोगों को अभी इंतजार करना होगा। क्योंकि प्राधिकरण बिना जांचे परखे ऐसे लोगों को प्लॉट देने पर विचार कर रहा है। इसको लेकर प्राधिकरण पुलिस में मामला भी फाइलों के गुम होने का दर्ज करा सकता है।
लविप्रा जिन्हें प्लॉट देने जा रहा है उनमें बसंत कुंज योजना के सेक्टर ओ के 425 और सेक्टर एन के 230 आवंटी हैं। इसके बाद जो बचेंगे, उन्हें प्राधिकरण बुकलेट छपवाकर बेचेगा। डीएम व लविप्रा उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने ऐसे आवंटियों को प्लाॅट देकर निस्तारित करने के निर्देश दिए हैं। गंगवार ने बताया कि लीज प्लॉन व अन्य कार्रवाई भी पूरी हो चुकी है। दो चार दिन में बचे हुए कार्य पूरे कर लिए जाएंगे और बैठक में जो बिन्दु बचे हैं, उन्हें चर्चा करके योजना को गति देने का काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नया अलॉटमेंट से पहले बसंत कुंज के आवंटियों को प्लॉट दिए जाएंगे, जिन्हें अलग-अलग कारणों से मिल नहीं सके। इसकी सूची लविप्रा ने पहले ही तैयार करवा ली थी। उधर मोहान रोड योजना के लिए मार्च तक इंतजार करना पड़ सकता है। क्योंकि अब बसंत कुंज योजना में प्लॉट देने का काम प्राधिकरण शुरू करने की तैयारी में है।
पूर्व अफसरों को खूब किए समायोजन
अपने चहेतों लोगों को पूर्व उपाध्यक्ष ने खूब समायोजन बसंत कुंज से गोमती नगर विस्तार में किए। सचिव लविप्रा ने जब फाइल देखी तो इस पर नाराजगी जताई। सूत्रों के मुताबिक दर्जनों भूखंडों का बसंत कुंज योजना से गोमती नगर विस्तार, जानकीपुरम, शारदा नगर, कानपुर रोड में समायोजन किया गया है।