Lucknow Coronavirus News Update: मंत्री-IPS अफसर समेत 224 को कोरोना, लखनऊ में चार और की मौत; अब तब 3531 संक्रमित
Lucknow Coronavirus News Update गंभीर मरीजों को बेड मिलना हो रहा मुश्किल कई मरीजों की नहीं हो सकी भर्ती।
लखनऊ, जेएनएन। Lucknow Coronavirus News Update: लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण का प्रकोप कायम है। राजधानी में शनिवार को मंत्री-आइपीएस अफसर समेत 224 में कोरोना की पुष्टि हुई है। वहीं, मरीजों की घंटों अस्पताल में शिफ्टिंग नहीं हो पा रही है। सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने दोनों में कोरोना की पुष्टि की। मंत्री कमल रानी को पीजीआइ में भर्ती कराने का फैसला किया गया। वहीं, नवनीत सिकेरा को आनंदी वाटर पार्क कोविड सेंटर में भर्ती किया गया है। उधर, चार और लोगों की कोरोना से मौत हो गई। इसमें तीन राजधानी निवासी व एक बिहार के सहरान का है। ऐसे में अब राजधानी में 3531 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, 48 की अब तक मौत हो गई है।
हरदोई में चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी समेत 24 निकले पॉजिटिव
जिले में कोरोना रोजाना एक नया रिकॉर्ड बना रहा है। शनिवार की शाम को 46 पॉजिटिव केस के बाद देर रात आई रिपोर्ट में 24 और नए केस की पुष्टि हुई है। जिसमें महिला अस्पताल के चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी के साथ ही पिहानी कोतवाली का एक पुलिसकर्मी भी शामिल है। अब जिले कोरोना संक्रमितों की संख्या 575 पहुंच गई है। शनिवार की शाम आई रिपोर्ट में कलेक्ट्रेट के 30 कर्मचारी शामिल थे। रात आई रिपोर्ट में भी 6 कर्मचारी शामिल हैं।
बहराइच में एक और मिला कोरोना संक्रमित
जिले में कोरोना संक्रमण थम नहीं रहा है। शनिवार को जिला अस्पताल में टुनाइट मशीन की जांच में एक और पॉजिटिव आया है। जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 204 हो गई है। इनमें 142 स्वस्थ होकर घर पहुंच गए हैं। 61 का इलाज कोविड अस्पताल में चल रहा है।
गोंडा में दो और मौतें
वहीं, गोंडा में दो और मौतों की पुष्टि हुई है। मृतकों में एक मरीज नगर क्षेत्र का है, जिसकी मृत्यु लखनऊ केजीएमसी में हुई। दूसरा मामला खरगूपुर क्षेत्र का है, वहां 35 वर्षीय महिला की मौत बहराइच मेडिकल कॉलेज में हुई है। सीएमओ ने की इसकी पुष्टि।
राजधानी में शुक्रवार को 151 लोग वायरस की चपेट में आ
सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक उन्नाव जनपद के विधायक बंबा लाल में कोरोना की पुष्टि हुई है। उन्हें पीजीआइ में भर्ती कराया गया है। वहीं परिवारजनों के सैंपल संग्रह किए गए हैं। इसके अलावा ओमेक्स सिटी में एक, वृंदावन में दो, विकासनगर में दो, इंदिरा नगर में नौ, गोमती नगर में 11, चौक में चार, कृष्णा नगर में दो, रकाबगंज में तीन, आइआइएम रोड के दो, कैंट के छह, सीतापुर रोड के दो, मानक नगर के एक, अमौसी के एक, इटौंजा के दो, डालीगंज के एक, रायबरेली रोड के पांच, एलडीए कॉलोनी कानपुररोड के चार, लालपुर का एक, खुर्रम नगर का एक, तिरावा का एक, महानगर के चार, नील माथा का एक, अलीगंज में नौ, शारदा नगर में दो, बिजनौर में एक, पेपर मिल में एक, अर्जुनगंज में एक, हजरतगंज में तीन, सरोजनी नायडू मार्ग का एक, फैजाबाद रोड का एक, सहादतगंज का एक, आलमबाग का तीन, तालकटोरा में तीन, ठाकुरगंज में दो, चिनहट में एक, हसनगंज में दो, वजीरगंज में दो हुसैनगंज में एक, जानकीपुरम में छह, मड़ियांव में दो, राजाजीपुरम में चार लोगों में कोरोना पाया गया। इसके अलावा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में मरीज पाए गए हैं।
इस दौरान 839 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। वहीं 61 रोगियों ने बीमारी से जंग जीत ली। उन्हें घर भेज दिया गया। ऐसे में 62 क्षेत्रों को कंटेनमेन्ट जोन बनाया गया। वहीं 24 कंटेनमेन्ट जोन से हटाया गया।
इलाज के लिए आफत
राजधानी में गंभीर मरीजों के इलाज के लिए बने सरकारी कोविड अस्पताल फुल हो गए। पीजीआइ, केजीएमयू व लोहिया संस्थान में मॉडरेट व सीविर मरीजों को बेड नहीं मिल सके। इसके अलावा लोकबंधु, साढ़ामऊ अस्पताल के भी अधिकतर बेड फुल रहे। ऐसे में रेलवे अस्पताल मरीज भेजे गए। दुबग्गा के निजी अस्पताल में वहीं गुरुवार को आए 308 मरीज व शुक्रवार को आए 150 मरीजों को भर्ती करने में स्वास्थ्य विभाग के पसीना छूट गया। शुक्रवार को शाम छह बजे तक सवा सौ के करीब मरीज भर्ती कराए गए। वहीं 50 से अधिक मॉडरेट मरीज घरों में इलाज के अभाव में पड़े हैं। वहीं एसिमटेमेटिक मरीजों को कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किया जा रहा है। इनमें अभी बेड पर्याप्त हैं।
इन अस्पतालों में बढ़ेंगे बेड
केजीएमयू-लोहिया संस्थान में कोविड के बेड़ बढ़ेंगे। केजीएमयू में करीब 36 बेड बढ़ा दिए गए हैं। लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंंह ने कहा कि जल्द ही कोविड अस्पताल में बेड़ बढ़कर 125 हो जाएंगे।
इलाज में लापरवाही का आरोप
केजीएमयू में कोविड आइसीयू में भर्ती जानकीपुरम निवासी जगदीश का इलाज चल रहा है। बेटा राहुल का आरोप है कि पिता की हालत गंभीर है। उनके इलाज में लापरवाही की जा रही है। यहां तक कि कई दिनों तक मरीज का डायपर तक नहीं बदला गया। इसका वीडियो भी सोशल साइट पर वायरल हुआ।
आनंदी वाटर पार्क बना कोविड केयर सेंटर
शासन ने होटल में बिना लक्षणों के मरीजों को क्वारंटाइन की अनुमति दे दी है। आनंदी वाटर पार्क को कोविड केयर सेंटर बनाने का फैसला किया। इसमें 120 कक्ष हैं। वाटर पार्क में शुक्रवार सुबह सात मरीज भर्ती के लिए भेजे गए। मगर, वापस आ गए। वहीं, शाम को शासन ने आदेश जारी कर दिया। ऐसे में अब मरीज भर्ती हो सकेंगे। मरीजों को सिंगल बेड रूम का 1600 व डबल बेड रूम के 2000 रुपये शुल्क प्रतिदिन देने होंगे। खानपान का अतिरिक्त पैसा लगेगा। वहीं मेडिकल स्टाफ सर्विस चार्ज एक मुश्त दो हजार रुपये देना होगा। वहीं, 25 फीसद सिंगल रूम महिला, बच्चों व बुजुर्गों के लिए आरक्षित रहेंगे। होटल में एक एमबीबीएस, एक आयुष, एक नर्स व एक पैरा मेडिकल स्टाफ 24 घंटे तैनात रहेगा। इसके अलावा पैनल में लीवाना, पिकेडली, हयात होटल को अभी शामिल किया गया है। होटल में क्वारंटीन होने पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा।