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Lucknow Coronavirus News: भर्ती के भय से ढाई हजार कोरोना मरीजों ने छिपाई बीमारी, होमआइसोलेशन मॉनिटरिंग में खुलासा

Lucknow Coronavirus News होमआइसोलेशन के ढाई हजार से अधिक मरीज दूसरे रोगों से गिरफ्त मिले। स्वास्थ्य विभाग की मॉनिटरिंग में हुआ खुलासा। घर पर एकाएक बिगड़ रही तबीयत अस्पताल भेजे गए मरीज। इस बीच जरा सी चूक उनकी जिंदगी पर भी भारी पड़ रही है।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Sat, 03 Oct 2020 06:59 AM (IST)Updated: Sat, 03 Oct 2020 08:07 AM (IST)
Lucknow Coronavirus News: भर्ती के भय से ढाई हजार कोरोना मरीजों ने छिपाई बीमारी, होमआइसोलेशन मॉनिटरिंग में खुलासा
Lucknow Coronavirus News: स्वास्थ्य विभाग की मॉनिटरिंग में हुआ खुलासा।

लखनऊ [संदीप पांडेय]। Lucknow Coronavirus News: कोरोना मरीज अस्पताल में अकेलेपन से घबरा रहे हैं। लिहाजा, भर्ती के भय में वह बीमारी छिपा रहे हैं। ऐसे में घर पर एकाएक उनकी तबीयत बिगड़ रही है। ऐसे में उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में शिफ्ट कराना पड़ा। इस बीच जरा सी चूक उनकी जिंदगी पर भी भारी पड़ रही है। शहर में होमआइसोलेशन के ढाई हजार से अधिक मरीज दूसरे रोगों से गिरफ्त मिले। यह खुलासा स्वास्थ्य विभाग की मॉनिटरिंग में हुआ। 

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शहर में 11 मार्च को पहला कोरोना मरीज पाया गया। पहले सभी पॉजिटिव मरीज अस्पताल में भर्ती किए गए। जुलाई में मरीजों की भरमार हो गई। लिहाजा, अस्पतालों में बेडों को लेकर मारामारी बढ़ गई। वहीं, होमआइसोलेशन को लेकर भी आवाज उठने लगी। ऐसे में सरकार ने 21 जुलाई को होमआइसोलेशन की सुविधा मुहैया करा दी। कोरोना के बिना लक्षण (एसिम्प्टोमेटिक) मरीजों को घर पर इलाज की सुविधा मिल गई। वहीं कोरोना के लक्षण वाले मरीज व 60 वर्ष की उम्र पार कर चुके संक्रमित बुजुर्गों को अस्पताल में भर्ती करने का आदेश है। ऐसे में कई मरीजों ने अस्पताल में भर्ती के भय से बीमारी छिपा ली। लिहाजा, कोविड कंट्रोल रूम में फोन पर गलत हिस्ट्री नोट कराकर होमआइसोलेशन एलॉट करा लिया। 

इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की मॉनिटरिंग में कई मरीज दूसरी बीमारी से गिरफ्त में मिले। वहीं, तबीयत बिगड़ने पर खुद कइयों ने कोविड अस्पताल के लिए कॉल की। लिहाजा, जुलाई से अब तक 2570 के करीब मरीज घर से एकाएक अस्पताल शिफ्ट कराने पड़े। 

डायबिटीज, किडनी, हार्ट की बीमारी पर डाला पर्दा 

शहर में गुरुवार तक 53 हजार 493 मरीज कोरोना के पाए गए। इसमें 709 मौत के शिकार हो गए। वहीं, कुल मरीजों में 38 हजार 739 को होमआइसोलेशन आवंटन किया गया। इस दौरान कोरोना मरीजों व उनके परिजनों ने फोन पर दूसरी बीमारी छिपाई। घर से अस्पताल शिफ्ट किए गए मरीजों में डायबिटीज, हृदय रोग, किडनी, अस्थमा, सीओपीडी, लिवर, कैंसर की बीमारी से घिरे मिले। सीएमओ कार्यालय प्रवक्ता योगेश चंद्र रघुवंशी के मुताबिक होमआइसालेशन के ढाई हजार से अधिक मरीजों को अस्पताल शिफ्ट कराया गया। लोग बीमारी न छिपाएं, ऐसा करने से उनके जीवन को ही खतरा है। 

10 दिन तक रखनी होती है सेहत पर नजर 

होमआइसोलेशन में भर्ती मरीज को दस दिन तक सेहत पर नजर रखनी होती है। इसके बाद वह होम क्वारंटाइन में रहता है। मसलन, 10 दिन बाद 14 दिन तक घर में ही रहे। मरीज को गुनगुना पानी, काढ़ा, पौष्टिक आहार के सेवन की सलाह दी जाती है। वहीं आवश्यता होने पर विटामिन सी, विटामिन डी व अन्य दवाएं भी डॉक्टर की सलाह पर लेनी होती है। 

घर पर मरीज रखें ध्यान

  • होम आइसोलेशन में रोगी को हर समय त्रिस्तरीय मास्क पहनना होगा। 
  • मास्क को आठ घंटे के प्रयोग के बाद या फिर गीला, गंदा लगने पर बदलना होगा। 
  • मास्क को रोगी एक प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइट से साफ करेगा। 
  • घर में चिह्नित किए गए कमरे में ही रहेगा। 
  • घर में बुजुर्ग व गंभीर रोगियों से दूर रहेगा। हाथों को 40 सेकेंड तक साबुन और पानी से धोना होगा। इसके लिए एल्कोहल युक्त हैंड सैनिटाइजर का भी प्रयोग किया जा सकता है।
  • रोगी अपनी व्यक्तिगत वस्तुएं किसी से साझा नहीं कर सकता है। 
  • कमरे में संपर्क में आने वाली वस्तुएं जैसे मेज, दरवाजे की कुंडी , हैंडल आदि को सोडियम हाइपोक्लोराइट से साफ करना होगा।
  • रोगी को चिकित्सक द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना होगा।
  • रोगी को प्रतिदिन अपने शरीर का तापमान मापना होगा

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