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Lucknow Coronavirus News: भारतीयों में कोविड के लक्षण विदेशियों से अलग, ICMR के शोध में नई जानकारी

Lucknow Coronavirus News भारतीयों में बुखार और सांस लेने में परेशानी नहीं बंद नाक और गले में खराश हैं कोरोना के प्रमुख लक्षण।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 19 Aug 2020 08:46 AM (IST)Updated: Thu, 20 Aug 2020 05:57 AM (IST)
Lucknow Coronavirus News: भारतीयों में कोविड के लक्षण विदेशियों से अलग, ICMR के शोध में नई जानकारी
Lucknow Coronavirus News: भारतीयों में कोविड के लक्षण विदेशियों से अलग, ICMR के शोध में नई जानकारी

लखनऊ, (कुमार संजय)। उत्तर भारत के कोरोना संक्रमित मरीजों में सांस और बुखार की परेशानी काफी कम मिल रही है। यह देश का पहला शोध है, जिसमें भारतीयों में लक्षण का पता लगाया गया है। अभी तक विदेशी शोध और अनुभवों के आधार पर देश के चिकित्सक लक्षणों से कोरोना संक्रमण की आशंका जानकर जांच या इलाज की दिशा तय करते रहे हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने अपने इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में बताया है कि कोरोना संक्रमित केवल 17 फीसद लोगों में बुखार और 5.6 फीसद में सांस की परेशानी पाई गई है।

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दूसरे देशों में बुखार प्रमुख लक्षण 

विशेषज्ञों का कहना है कि दूसरे देशों में बुखार कोरोना वायरस के प्रमुख लक्षणों के रूप में सामने आया है। इस अध्ययन में पता चला है कि सिर्फ 17.4 फीसद भारतीय मरीजों को ही संक्रमण के दौरान बुखार था।

144 मरीजों पर शोध

विज्ञानियों ने 144 मरीजों पर शोध किया, जो उत्तर भारत के अलग-अलग शहरों से थे। भारत के विपरीत चीन में 44 प्रतिशत संक्रमित मरीजों में जांच के दौरान बुखार पाया गया, जबकि अस्पताल में उपचार के दौरान 88 प्रतिशत मरीजों को बुखार रहता था। दूसरे देशों में भी कोरोना पीडि़त मरीजों में बुखार एक प्रमुख लक्षण रहा है।

44.4 फीसदी बिना लक्षण

सिम्प्टोमेटिक मरीजों में श्वसन संबंधी समस्याएं, गले में खराश और खांसी जैसे कोरोना के लक्षण देखे गए। इन मरीजों में से 44 प्रतिशत एसिम्प्टोमेटिक थे। इनमें अस्पताल में भर्ती होने से उपचार तक कभी बुखार नहीं देखा गया। इस आधार पर शोधकर्ताओं का आकलन है कि शुरू में भी कोरोना वायरस साइलेंट स्प्रेडर की तरह बिना लक्षण के लोगों को संक्रमित कर रहा था। शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला है कि चूंकि बहुत कम पॉजिटिव मरीजों को बुखार था। इस हिसाब से मरीजों की जांच और उपचार के दौरान दूसरे लक्षणों पर भी ध्यान देना चाहिए।

भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से हुए संक्रमित

शोधकर्ताओं ने पाया कि इन मरीजों को संक्रमण ऐसे राज्यों की यात्रा के दौरान हुआ, जो वायरस प्रभावित थे। कई मरीजों को भीड़भाड़ वाले इलाकों, एयरपोर्ट और अन्य सार्वजनिक स्थानों में किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से संक्रमण हुआ। इनमें एक हेल्थ वर्कर और एक प्रशासनिक अधिकारी भी थे, जो काम के दौरान संक्रमित हो गए।

उत्तर भारतीयों पर शोध के नतीजे

लक्षण                      प्रतिशत

बिना लक्षण               44.4

लक्षण                      55.6

बुखार                      17.4

नाक बंद                   21.5

गले में खराश             21.5

कफ                         34.7

बलगम                      3.5

सांस लेने में परेशानी     5.6

थकान                        1.4

मांसपेशियों में दर्द        3.5

डायरिया                     2.8

मिचली या उल्टी           2.1 


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