लखनऊ, जेएनएन। कृष्णा नगर के निजी होटल में गुरुवार को मृत पाए गए प्रेमी युगल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक प्रेमी ने पहले प्रेमिका के शरीर पर नुकीले चम्मच से दर्जनों बार जख्म दिया। उसके बाद गला दबाकर हत्या कर दी। इसके साथ ही युवती की पीठ पर भी बेल्ट से मारने के निशान मिले हैं। नैंसी की हत्या करने के बाद उसका प्रेमी राहुल बाद में खुद फांसी के फंदे पर झूल गया। राहुल की मौत फंदा कसने से हुई है। इसके साथ ही उसके शरीर पर भी कुछ खरोच के निशान मिले हैं। इससे जाहिर है कि मौत से पहले दोनों में खूब झगड़ा हुआ था। इसके बाद राहुल ने नैंसी को मारना शुरू कर दिया। नैंसी ने खुद को उससे बचाने की कोशिश भी की थी। मगर राहुल उसपर भारी पड़ गया।
दोनों शवों का पोस्टमार्टम भी शुक्रवार को दोपहर बाद शुरू हो सका। क्योंकि उनकी कोरोना रिपोर्ट नहीं आ सकी थी। डीसीपी मिडिल सोमेन वर्मा ने बताया कि राहुल ने नुकीली चम्मच से घायल कर व गला दबाकर नैंसी की हत्या की थी। उसके बाद खुद फांसी को फांसी लगा ली थी। चेकआउट का समय पूरा होने के बाद भी जब दोनों कमरे से नहीं निकले तो होटल के कर्मचारी दरवाजा खटखटाने गए। दरवाजा नहीं खुलने पर उन्हें शक हुआ तो पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने पहुंचकर देखा तो दोनों के शव कमरे से बरामद हुए।
प्यार की कसम देकर आखिरी बार मिलने के लिए था बुलाया
नैंसी तुम्हें अपने प्यार की कसम। आखिरी बार ही मिलने आ जाओ और कहकर राहुल फोन पर रोने लगा। नैंसी उसकी बातों में आकर अपनी मां को बताकर उससे मिलने चली गई। जब उसकी फोन दोपहर बाद बंद हो गया तो मां को चिंता हुई। उन्होंने नैंनसी के पिता राजकुमार को बताया तो उनके होश उड़ गए। पिता के मुताबिक राहुल की संगत बिगड़ जाने पर बेटी ने उससे दूरी बना ली। इस पर उसने ब्लैक मेल करना चालू कर दिया। घटना के दिन भी आखिरी बार मिलने की बात कह बुलाया और वही किया जो कहा। राहुल ने मेरी बेटी को मार डाला।
नैंसी ने मरने से पहले की थी घर फोन करने की कोशिश
कृष्णा नगर में होटल में प्रेमिका नैंसी ने प्रेमी राहुल के कांटे वाले चम्मच से गोदने के दौरान खुद को बचाने के लिए संघर्ष किया। साथ ही नैंसी ने अपना फोन ऑन कर घर फोन करने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं रही। बुधवार शाम से बंद जा रहा फोन गुरुवार को अचानक ऑन हो गया था। जो पिता के फोन मिलाने पर उठा नहीं
रात में फोन कर करता था परिवार को परेशान
नैंसी के दूरी बनाने पर कथित प्रेमी राहुल उसको फोन पर परेशान करने लगा। उसके फोन न उठाने पर मां व पिता के मोबाइल पर फोन करता। इसके चलते पिछले छह माह से परिवारीजन रात में फोन एरोप्लेन मोड पर कर देते थे। मामा डॉ. पंकज वर्मा के मुताबिक लोकलाज के चलते पुलिस से शिकायत नहीं की। जिसके चलते राहुल के हौसले बुलंद हो गए।
घर नहीं गया नैंसी का शव
परिवारजन नैंसी के शव को घर न ले जाकर सीधे भैरव घाट ले गए। पिता के मुताबिक बेटी का शव की ऐसी स्थित नहीं है कि घर ले जाएं, ऊपर से कोरोना की गाइड लाइन। नैंसी के अंतिम दर्शन के लिए परिवारीजन सीधे घाट पर ही पहुंचे।
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