Tiddi Dal Attack : यमन और मिस्र देशों से आए टिड्डी दल मचा रहे उत्पाद, सतर्कता बढ़ी
Tiddi Dal Attack प्रदेश टिड्डी दलों से आक्रांत 24 जिलों में देखी गई सक्रियता।
लखनऊ, जेएनएन। Tiddi Dal Attack : पाकिस्तान के रास्ते देश में दाखिल हुईं टिड्डियों के आठ से अधिक छोटे-बड़े दल प्रदेश के विभिन्न जिलों में सक्रिय हो गए हैं। बुंदेलखंड, पूर्वांचल, मध्य और पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई जिले टिड्डियों से आक्रांत हैं। शनिवार को कम से कम 24 जिलों में टिड्डी दल सक्रिय दिखे। खतरे को देखते पूरे प्रदेश को अलर्ट कर दिया गया है। आगरा के बाद टिड्डी दल के झांसी, हमीरपुर, कानपुर देहात तक आने की संभावना बढ़ गई तो पूर्वांचल में गोरखपुर-बस्ती मंडल के जिलों में दल देखा गया।
अंबेडकरनगर, सुलतानपुर, प्रयागराज, सोनभद्र, मीरजापुर के रास्ते बिहार की ओर दल ने रुख किया है। फसलों, बागों और धान की नर्सरी से टिड्डियां भगाने के लिए बच्चों से लेकर बड़े तक दिनभर थाली, ढोल आदि बजाकर शोर मचाते रहे।
दरअसल, दूसरे दौर में टिड्डी दल भूमध्य सागर के आसपास बसे देशों यमन और मिस्र से आए हैं। टिड्डी दलों ने प्रयागराज व आसपास के जिलों में फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। टिड्डियों के तीन दल चार दिन पहले मध्य प्रदेश के रीवा और शहडोल के जंगल से प्रयागराज आए। दो दलों का यमुनापार में डेरा रहा, जबकि एक दल भदोही और दूसरे दिन जौनपुर चला गया था। प्रयागराज के दो दलों में एक मीरजापुर और दूसरा प्रतापगढ़ चला गया था। गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर, देवरिया जिलों में भी इनके दल देखे गए। गोरखपुर के 15 गांवों में पेड़ों पर टिड्डियों के दल जमे हैं। महराजगंज जिले के पनियरा व फरेंदा क्षेत्र तथा कुशीनगर के विकास खंड तमकुहीराज के गांवों में भी इनका दल पहुंच गया है। अंबेडकरनगर में 35 गांव तो सुलतानपुर में 24 से अधिक गांवों में टिड्डियों के झुंड ने फसलों को चपेट में ले लिया। अमेठी के दो विकास खंडों में टिड्डियों के झ़ुंड देखे गए। वाराणसी, आजमगढ़, जौनपुर, मिर्जापुर और मऊ होते हुए गाजीपुर की तरफ टिड्डी दल बढ़ गया है। वाराणसी, मऊ, गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़, जौनपुर, सोनभद्र, मीरजापुर, चंदौली, भदोही में टिड्डी दल के आगमन को देखते प्रशासन सतर्क है।
इसी बीच हरियाणा के फरीदाबाद के रास्ते टिड्डी दल ने शनिवार को ग्रेटर नोएडा में घुसा टिड्डी दल कई टुकड़ों में बंटकर पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई जिलों में छा गया। ग्रेटर नोएडा के बाद यह दल हाथरस, अलीगढ़, बुलंदशहर से होकर गुजरा लेकिन बुलंदशहर में इसने ज्यादा नुकशान पहुंचाया। दूसरा टिड्डी दल राजस्थान सीमा से आगरा के रास्ते दाखिल हुआ। इस बीच बुंदेलखंड के झांसी में टिड्डियों के लगभग एक किलोमीटर चौड़े व 2.5 किलोमीटर लंबे दल ने हमला किया। शाम को यह दल जालौन में प्रवेश कर गया।
कृषि रक्षा अधिकारियों के मुताबिक पछुआ हवा के कारण यह दल बहुत देर तक एक जगह टिक नहीं पा रहे हैं। जगह जगह प्रशासन के साथ ग्रामीणों ने ढोल, ड्रम, थाली, कनस्तर बजाकर टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया। किसानों को इसमें सफलता भी मिली। हालांकि प्रशासन ने किसानों को चौकन्ना रहने की सलाह दी गई है।