अब यूपी के 36 जिलों में तलाशे जाएंगे टिड्डियों के अंडे, अभियान चलाकर नष्ट करेगा कृषि विभाग
कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने टिड्डी निरोधक अभियान की समीक्षा में टिड्डियों को नष्ट करने के लिए ट्रैक्टर स्प्रेयर्स की कमी मानी और 1777 अतिरिक्त स्प्रेयर्स खरीदने पर सहमति दी है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में टिड्डियों का प्रकोप भले ही कम हुआ हो, लेकिन खरीफ की फसलों पर उनके दोबारा हमले की आशंका कम नहीं हुई है। प्रदेश के जिन 36 जिलों में टिड्डियों ने रात में डेरा डाला था, वहां उनके प्रजनन की संभावना जतायी जा रही है। इन जिलों में टिड्डियों के अंडों की तलाश कर उन्हें नष्ट करने का अभियान चलाया जाएगा। कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने मंगलवार को टिड्डी निरोधक अभियान की समीक्षा के दौरान टिड्डियों को नष्ट करने के लिए ट्रैक्टर स्प्रेयर्स की कमी मानी और 1777 अतिरिक्त स्प्रेयर्स खरीदने पर सहमति प्रदान की।
कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने टिड्डियों के कारण फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के निर्देश अफसरों को दिए गए। शाही ने टिड्डी प्रभावित जिलों का भ्रमण करने के निर्देश देते हुए जल्द रिपोर्ट देने को कहा। साथ ही गांवों में जागरूकता अभियान जारी रखने और खरीफ फसलों की दृष्टि से तैयारी रखने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि प्रदेश के 57 जिलों से टिड्डियों के दल गुजरे और 36 में रात्रि प्रवास किया। रात्रि प्रवास वाले जिलों में रक्षा रसायनों का स्प्रे कराया जा रहा है। अपर मुख्य सचिव डॉ.देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि कुछ टिड्डी दल नेपाल व बिहार की सीमा में प्रवेश कर गए है। उनकी वापसी की सूचना नहीं है। उन्होंने प्रदेश मुख्यालय व जिलों में स्थापित कंट्रोल रूम को सक्रिय रखने की हिदायत भी दी।
सहयोग करने वाले विभागों का आभार : टिड्डियों के हमले से प्रदेश में किसानों का अधिक नुकसान न होने देने के लिए विभिन्न विभागों को आभार पत्र लिखा जाएगा। इस अभियान में कृषि विभाग के 5400 ट्रैक्टर मांउटेड स्प्रेयर्स के अलावा गन्ना विभाग व चीनी मिलों के 29,744 छिड़काव यंत्र तथा अग्निशमन विभाग की 840 गाड़ियां भी प्रयोग में लाई गईं। कृषि निदेशक सौराज सिंह ने बताया कि पेड़ों व ऊंचे स्थानों पर बैठी टिड्डियों को नष्ट करने में अग्निशमन की गाड़ियों का विशेष योगदान रहा। बैठक में राज्य मंत्री लाखन सिंह राजपूत, आलोक सिन्हा, वीपी सिंह व आनंद त्रिपाठी भी मौजूद थे।