LockDown 3.0: CM योगी आदित्यनाथ का निर्देश: सभी कामगारों की सुरक्षित प्रदेश वापसी ही वरीयता
LockDown 3.0 योगी आदित्यनाथ सरकार लॉकडाउन से प्रभावित प्रदेश के प्रवासी कामगारों की सुरक्षित घर वापसी में जुट गई है।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण में लम्बे लॉकडाउन से सभी भयभीत तथा परेशान हैं। इस संकट की घड़ी में भी सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी टीम -11 के साथ हर मोर्चे पर डटे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वरीयता इस संकट की बड़ी घड़ी में प्रवासी कामगारों की घर वापसी है।
योगी आदित्यनाथ सरकार लॉकडाउन से प्रभावित प्रदेश के प्रवासी कामगारों की सुरक्षित घर वापसी में जुट गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लोकभवन में अपनी टीम-11 के साथ बैठक में लॉकडाउन की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि हर कामगार को मेडिकल स्कैनिंग के बाद सुरक्षित घर पहुंचाया जाए। उत्तर प्रदेश में विभिन्न प्रदेशों से अब तक 70,000 प्रवासी श्रमिक उत्तर प्रदेश वापस आ चुके हैं। प्रवासी श्रमिकों को लेकर आज से कल तक प्रदेश में 56 ट्रेन और आएंगी।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि सभी प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को सुरक्षित वापसी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। किसी भी प्रवासी श्रमिक को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसका ध्यान रखा जाए। उत्तर प्रदेश आ रहे प्रत्येक प्रवासी श्रमिक की मेडिकल जांच की जाए। मेडिकल जांच के बाद खाद्यान्न व भरण-पोषण भत्ता देकर घरों तक पहुंचाया जाए। यदि किसी में किसी भी बीमारी के लक्षण हैं तो तत्काल अस्पतालों में उपचार की व्यवस्था की जाए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि यह देखें कि ऐसे औद्योगिक संस्थानों में जो लाकडाउन के दौरान बंद थे, इसके बावजूद उन्होंने अपने सभी कामगारों/श्रमिकों को मानदेय उपलब्ध कराया है। अब भी उन सभी औद्योगिक संस्थानों में काम करने वाले कामगारों को आगे भी मानदेय मिलता रहे।
एक बार फिर अपील
इसी बीच सीएम ने एक बार फिर सभी प्रवासी कामगार तथा श्रमिकों से अपील की है कि वह लोग दूसरे प्रदेश से घर आने के लिए साइकिल से या पैदल न चलें। थोड़ा धैर्य रखें। पैदल चलना आपके स्वास्थ्य तथा सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है। यह परीक्षा की घड़ी है। धैर्य बनाए रखिए, आप सबकी सुरक्षित वापसी की व्यवस्था की जा रही है। सीएम से कहा कि हम अन्य राज्य सरकारों से समन्वय स्थापित करते हुए आपकी सुरक्षित वापसी की पूरी योजना को युद्धस्तर पर आगे बढ़ा चुके हैं। आप सभी कामगार व श्रमिक बहनों-भाइयों की उत्तर प्रदेश में सुरक्षित वापसी के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। उसी क्रम में अन्य राज्यों की सरकारों से समन्वय बना कर आप सभी की रेलगाड़ी और बसों के माध्यम से सुरक्षित वापसी सुनिश्चित कराने के लिए युद्ध स्तर पर कार्यवाही की जा रही है।
औरंगाबाद की घटना दर्दनाक
सीएम योगी आदित्यनाथ कहा कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद जनपद में हुई दुर्भाग्यपूर्ण रेल दुर्घटना से मन दुखी है। श्रमिक जनों की असामयिक मृत्यु हृदय-विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रभु श्री राम से प्रार्थना करता हूं।
राहत मित्र एप लॉन्च
बैठक के दौरान ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रवासी कामगारों के हितों की रक्षा में मददगार होने वाला एक मोबाइल एप भी लॉन्च किया। मुख्यमंत्री ने प्रवासी राहत मित्र एप का लोकार्पण किया। एप के जरिये उत्तर प्रदेश में आने वाले प्रवासी कामगारों को सरकारी योजनाओं के लाभ, उनके स्वास्थ्य की निगरानी और उनके कौशल के अनुसार भविष्य में आजीविका उपलब्ध कराने के लिए आंकड़े जुटाने का काम किया जाएगा। इस एप को राहत आयुक्त कार्यालय की ओर से तैयार कराया गया है।