पिता को लिवर देकर ‘श्रवण कुमार’ बन गया आकाश Lucknow news
केजीएमयू मेें दिल्ली व संस्थान के 22 डॉक्टरों की टीम ने 14 घंटे में किया ट्रांसप्लांट।
लखनऊ, जेएनएन। 48 वर्षीय पिता को लिवर कैंसर हो गया। धीरे-धीरे लिवर ने काम करना बंद कर दिया। डॉक्टरों ने जिंदगी बचाने के लिए ट्रांसप्लांट ही विकल्प बताया। डोनर की स्क्रीनिंग में पत्नी व बड़े बेटे का लिवर रिजेक्ट कर दिया गया। ऐसे में बीए में पढ़ रहा 22 वर्षीय आकाश पिता की जिंदगी बचाने के लिए आगे आया। फादर्स डे से पूर्व वह पिता को लिवर डोनेट कर जीवन का तोहफा दिया। ऐसे में सभी परिजनों के लिए वह 'श्रवण कुमार' बन गया।
मूल रूप से फैजाबाद निवासी विजय कुमार सोनी (48) मडिय़ांव में रह रहे थे। वह पेशे से ड्राइवर हैं। गत दिसंबर को उन्हें दस्त व पेट में दर्द शुरू हुआ। शहर के निजी गैस्ट्रो डॉक्टर को दिखाया। जांच के बाद चिकित्सक ने दिल्ली रेफर कर दिया। मार्च में विजय कुमार दिल्ली पहुंचे। यहां के डॉक्टर ने लिवर कैंसर की पुष्टि की। वहीं जिंदगी बचाने के लिए तत्काल ट्रांसप्लांट की सलाह दी। मगर, खर्चा अधिक होने पर परिजन राजधानी लौटे। उन्होंने अप्रैल में केजीएमयू में दिखाया। यहां जून में भर्ती किया गया। शुक्रवार को दिल्ली व केजीएमयू के 22 डॉक्टरों की टीम ने 14 घंटे में ऑपरेशन कर लिवर कैंसर के पहले मरीज में प्रत्यारोपण किया।
दो लोगों कालिवर रिजेक्ट होने पर बढ़ी चिंता
डॉक्टरों ने पहले पत्नी मालती के लिवर की मैचिंग कराई। मगर, जांच में मालती के लिवर का साइज छोटा के साथ-साथ हेपेटाइटिस-सी से ग्रसित मिला। वहीं बड़े पुत्र विकास सोनी का लिवर फैटी निकला। ऐसे में परिजनों में लिवर रिजेक्ट को लेकर चिंता बढ़ गई। वहीं आकाश का लिवर फिट पाया गया। रविवार को फादर्स डे से पूर्व लिवर दान कर आकाश ने पिता को जीवन का तोहफा दिया।
टीम में यह डॉक्टर रहे शामिल
केजीएमयू के डॉ. अभिजीत चंद्रा, डॉ. विशाल, डॉ. विवेक, डॉ. प्रदीप जोशी, डॉ. अनीता मलिक,डॉ. जीपी सिंह, डॉ. परवेज, डॉ. तन्मय, डॉ. एहसान, डॉ. नीरा कोहली, डॉ. मनोज कुमार, डॉ. अनित परिहार, डॉ. रोहित, डॉ. तूलिका चंद्रा, डॉ. अमिता जैन, डॉ. प्रशांत, डॉ. शीतल वर्मा, डॉ. ओपी सिंह, डॉ. एसएन शंखवार व दिल्ली के डॉ. सुभाष गुप्ता, डॉ. राजेश, डॉ.शालीन।
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