पत्थरों से नहीं पेड़ों से सजाया जाए नवाबी शहर लखनऊ
परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के परमाध्यक्ष और गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता स्वामी चिदानंद सरस्वती ने रविवार को राजधानी के गोमती तट का अवलोकन किया और सरकार कीपहल को सराहा। उन्होंने गोमती एक्शन परिवार की प्रबंध कार्यकारिणी की बैठक में गोमती तट पर पौधरोपण करने का आह्वान किया। उन्होंने नदवा कॉलेज
लखनऊ। परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के परमाध्यक्ष और गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता स्वामी चिदानंद सरस्वती ने रविवार को राजधानी के गोमती तट का अवलोकन किया और सरकार कीपहल को सराहा। उन्होंने गोमती एक्शन परिवार की प्रबंध कार्यकारिणी की बैठक में गोमती तट पर पौधरोपण करने का आह्वान किया। उन्होंने नदवा कॉलेज के सामने गोमती तट पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष व वरिष्ठ शिया धर्म गुरु मौलाना डॉ.कल्बे सादिक, मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्यागिरी और नवाब मीर जाफर अब्दुल्ला समेत कई गणमान्य लोगों की मौजूदगी में पौधरोपण किया। सभी का आह्वान किया कि आओ पत्थरों से नहीं पेड़ों से नवाबी शहर की आदि गंगा गोमती को निर्मल बनाया जाए।
इससे पहले सुबह नौ गोमती एक्शन परिवार के अध्यक्ष जयशंकर मिश्र, स्वामी ईश्वर दास, साध्वी भगवती सरस्वती व परमार्थ निकेतन के निदेशक राम महेश मिश्र, के साथ स्वामी चिदानंद ने गांधी सेतु, हनुमान सेतु और नदवा कॉलेज के सामने गोमती तट का स्थलीय निरीक्षण किया। इसके बाद राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान के सभागार में दीप प्रज्ज्वलित कर बैठक की शुरुआत की। परिवार के अध्यक्ष जय शंकर मिश्र ने कहा कि एक साल पहले आठ अगस्त को स्वामी जी की प्ररेणा से गंगा एक्शन परिवार की भांति गोमती एक्शन परिवार का गठन किया गया। गोमती को संवारने के लिए परिवार की ओर हर सलाह को सरकार ने लागू करने की पहल की। अपर नगर आयुक्त पीके श्रीवास्तव ने गोमती के साथ ही शहर को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। गोमती एक्शन परिवार के महासचिव राम महेश मिश्र और हनुमान सेतु मंदिर के सचिव दिवाकर त्रिपाठी ने परिवार की कार्य प्रणाली पर प्रकाश डाला। राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ.सीएस नौटियाल ने स्वामी चिदानंद को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया।
लोक निर्माण मंत्री से मिले स्वामी
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री शिव पाल यादव से मुलाकात की। उन्होंने गंगा, गोमती और मिड-डे फ्रूट योजनाओं के बारे में चर्चा की। गढ़मुक्तेश्वर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रमुख तीर्थ स्थल बनाने का प्रस्ताव भी सौंपा। मंत्री ने उनके प्रस्ताव पर विचार करने का आश्वासन दिया और गोमती एक्शन परिवार के जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के कार्यक्रमों की सराहना की। मुलाकात के दौरान डिवाइन शक्ति फाउंडेशन की साध्वी भगवती सरस्वती भी मौजूद थीं।