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Leap Year 2020: चार साल में एक मना Leap Year का बर्थ डे और Anniversary सेलीब्रेशन

लखनऊ में लीप ईयर 29 फरवरी को पैदा होने वाले और शादी करने वाले करेंगे सेलीब्रेट।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sat, 29 Feb 2020 05:00 AM (IST)Updated: Sat, 29 Feb 2020 08:33 AM (IST)
Leap Year 2020: चार साल में एक मना Leap Year का बर्थ डे और Anniversary सेलीब्रेशन

लखनऊ, जेएनएन। सालगिरह के जश्न का हर किसी को इंतजार रहता है। फिर चाहे वह जन्मदिन हो या फिर विवाह की वर्षगांठ, सभी इस दिन को यादगार बनाना चाहते हैं। जिनकी सालगिरह 29 फरवरी को आता है, उनके लिए इस जश्न का इंतजार चार साल लंबा होता है। इसलिए इसे मनाने की उत्सुकता और जोश भी उनमें चार गुना होता है। शहर के ऐसे लोग जो इस बार लीप ईयर पर अपने यादगार दिनों की खुशियां मनाते हैं, उनके सेलिब्रेशन पर जितेंद्र उपाध्याय की रिपोर्ट 

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विकास के इस दौर में भी परिवार नामक सशक्त संस्था की शुरुआत शादी के सात फेरों से होती है। इस यादगार पहल को हर कोई अपने-अपने तरीके से मनाता है, लेकिन जब यह दिन चार साल बाद आए तो इसे और खास बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाती। 29 फरवरी को शादी की सालगिरह या फिर जन्मदिन के लिए खास तैयारियां की जा रही हैं।

शादी के 28 साल, मनाएंगे सातवीं सालगिरह

आशियाना के अशोक कुमार रघुवंशी की शादी को 29 फरवरी 1992 को अंजू सिंह रघुवंशी से हुई थी। शादी के 28 साल बाद सातवीं सालगिरह मना रहे हैं। अंजू का कहना है कि चार साल बाद एक बार फिर यह उल्लास का दिन आया है। रिश्तेदारों के साथ ही परिवार के लोगों के साथ इस उत्सव को मनाने की तैयारियां पूरी हो गई हैं। आशियाना के सेक्टर-जे स्थित सत्संग स्थल पर आयोजन होगा। उनका कहना है कि एक ओर जहां हर साल शादी की सालगिरह न होने का मलाल भी रहता है, तो दूसरी ओर चार साल का उल्लास एक साल मनाने के बाद तैयारी का समय भी मिल जाता है। हमें दूसरों की बनिस्पत इस दिन का कुछ ज्यादा ही बेसब्री से इंतजार रहता है।

अली-फरजान का जन्मदिन

29 फरवरी 2012 को फातिमा हॉस्पिटल में अली और फरजान का जन्म हुआ। दोनों के होने की खुशी में पहला जन्मदिन तो अस्पताल में मनाया, लेकिन अब तीसरे बर्थ डे को बालागंज के पुराना तोपखाना में मनाने की तैयारी हो रही है। दोनों के दादा एसएच नवाब जहां जन्मदिन की खुशी मनाने को लेकर उत्साहित हैं तो अपने दोस्तों को भी आमंत्रित कर चुके हैं। पिता फैज हैदर भी चार साल में एक बार पडऩे वाले बच्चों के जन्मदिन की दावत की तैयारी करने में लगे हैं। रिश्तेदारों के साथ साथी शिक्षकों को भी वह परिवार के साथ आमंत्रित कर रहे हैं। उनका कहना है कि चार साल में जन्मदिन आने पर बच्चे तो हर साल मायूस होते हैं, लेकिन इस उनकी मायूसी दूर करने का इंतजाम किया गया है। हम जश्न को बहुत भव्य तरीके से मनाते हैं ताकि चार साल की कसक मिट जाए।

ताज के दीदार के साथ मजबूत होगा प्यार का रिश्ता 

29 फरवरी 2013 को शादी के बंधन में बंधे गोमतीनगर के विजयंत खंड-दो निवासी आलोक सिंह पत्नी ऋचा सिंह के साथ ताज नगरी आगरा में सालगिरह का जश्न मनाने जा रहे हैं। प्यार के इस खूबसूरत भवन के आगे दोनो एक बार फिर चार साल बाद एक दूसरे को प्यार का उपहार देंगे और इस रिश्ते को और मजबूत करने की शपथ लेंगे। आलोक का कहना है कि एक मार्च को मेरा जन्मदिन होता है। जन्मदिन तो हर साल मनाते हैं, लेकिन शादी के बंधन को मनाने का दिन चार साल बाद आता है। इसलिए इसका शिद्दत से इंतजार रहता है। कभी-कभी तो मलाल होता है कि हर साल यह क्यों नहीं आता, लेकिन चार साल बाद सबकुछ दूर हो जाता है। दोस्तों के साथ ही रिश्तेदारों की बधाइयां आने लगी हैं। सालगिरह को याद बनाने के लिए इस बार ताज महल परिसर में एक दूसरे को शादी की मुबारकबाद देंगे। 

क्या होता है लीप ईयर 

पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है, जिसके कारण दिन-रात होते हैं और मौसम परिवर्तन होता है। पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा करने में लगभग 365.242 दिन का समय लगता है। एक साल में 365 दिन होते हैं। ऐसे में 0.242 दिन का समय चार वर्ष में जुड़कर एक दिन हो जाता है। यही एक दिन हर चार वर्ष में फरवरी में जुड़ जाता है, जो 28 से 29 दिन का हो जाता है और वह साल 365 के बजाय 366 दिन का हो जाता है। जब भी साल में 366 दिन या फरवरी में 29 दिन आते हैं, तब वह साल लीप ईयर होता है।  

लीप ईयर पता करने का नियम 

आपको जिस भी साल के बारे में पता करना है कि वह लीप ईयर है या नहीं? इसके लिए सबसे पहले आप उस वर्ष को चार की संख्या से भाग दे सकते हैं। यदि भाग करने के अंत में शेष शून्य बचता है तो वह वर्ष लीप ईयर होगा। यदि शेष शून्य नहीं होता है तो वह वर्ष लीप ईयर में नहीं माना जाएगा।

जैसे 2020 की संख्या को चार से भाग दीजिए। चार की संख्या से भाग देने पर भागफल 505 आता है और शेष शून्य बचता है। ऐसे में वर्ष 2020 लीप ईयर होगा। 2020 से पहले 2004, 2008, 2012 और 2016 भी लीप ईयर थे।


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