लखनऊ के काला पहाड़, जमुना और एल्डिको झीलों का होगा कायाकल्प, LDA खर्च करेगा दस करोड़
लखनऊ अवस्थापना निधि से दस करोड़ रुपये खर्च करेगा लखनऊ विकास प्राधिकरण। बुद्धेश्वरन तालाब के बीच में आकर्षण का केंद्र बनेगा टापू। वहीं जमुना झील का अस्तित्व बनाए रखने के लिए इसकी भी साफ-सफाई की जाएगी। साथ ही इसे लोगों के आकर्षण का केंद्र बनाया जाएगा।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) बुद्धेश्वरन तालाब और काला पहाड़, जमुना तथा एल्डिको झीलों का कायाकल्प करने जा रहा है। अवस्थापना निधि से दस करोड़ रुपये की लागत से ये तालाब और झीलें आने वाले चंद महीनों में अपने वास्तविक स्वरूप में दिखेंगी। ऐसा करने के लिए प्राधिकरण ने पूरा खाका तैयार किया है।
आस्था के प्रतीक बुद्धेश्वरन तालाब को और आकर्षित बनाने के लिए डेढ़ करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। तालाब के बीचों-बीच एक टापू बनाया जाएगा। उस टापू तक पहुंचने के लिए एक पुल बनेगा। लाइटिंग के साथ ही उसके आसपास बैठने की व्यवस्था भी होगी।
काला पहाड़ झील पर खर्च होंगे दो करोड़ रुपये: मोहान रोड स्थित काला पहाड़ झील जो एक समय लोगों के लिए जीवनदायिनी थी, अब उसके दिन भी बहुरने वाले हैं। स्थानीय लोगों के लगातार प्रयास से वर्षों से उपेक्षित पड़ी काला पहाड़ झील का सुंदरीकरण होगा। दो करोड़ की लागत से सफाई के साथ ही आसपास बैठने की भी व्यवस्था की जाएगी।
जमुना झील से हटेगा अतिक्रमण: जमुना झील जो अतिक्रमण से घिरी हुई है, उसके पुराने स्वरूप को भी लविप्रा वापस लाएगा। जमुना झील का अस्तित्व बनाए रखने के लिए इसकी भी साफ-सफाई की जाएगी। साथ ही इसे लोगों के आकर्षण का केंद्र बनाया जाएगा।
एल्डिको झील पर खर्च होंगे साढ़े चार करोड़ रुपये: लविप्रा रायबरेली रोड स्थित एल्डिको झील, जो दशकों से उपेक्षित पड़ी थी, उसका भी कायाकल्प साढ़े चार करोड़ की लागत से किया जाएगा। झील अपने वास्तविक स्वरूप में दिखे, इसके लिए लविप्रा कंसल्टेंट का चयन कर रहा है।