Move to Jagran APP

लखीमपुर खीरी हिंसा: रिमांड पर लेने के बाद आशीष मिश्रा मोनू से क्राइम ब्रांच व एसआइटी ने शुरू की पूछताछ

Lakhimpur Kheri Violence Case लखीमपुर खीरी की पुलिस ने रिमांड मिलने के बाद मंगलवार को आशीष मिश्रा को लखीमपुर खीरी जिला जेल से अपनी कस्टडी में लिया है। तीन दिन तक क्राइम ब्रांच के साथ ही शासन से गठित नौ सदस्यीय एसआइटी आशीष मिश्रा से पूछताछ करेगी।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 12 Oct 2021 11:03 AM (IST)Updated: Tue, 12 Oct 2021 04:30 PM (IST)
लखीमपुर खीरी हिंसा: रिमांड पर लेने के बाद आशीष मिश्रा मोनू से क्राइम ब्रांच व एसआइटी ने शुरू की पूछताछ
आशीष मिश्रा मोनू को रिमांड पर लेकर पुलिस क्राइम ब्रांच के दफ्तर में पहुंची

लखनऊ, जेएनएन। लखीमपुर खीरी की हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों की मृत्यु के मामले के मुख्य आरोपित आशीष मिश्रा मोनू की रिमांड पुलिस ने ले ली है। सीजेएम लखीमपुर खीरी ने सोमवार को पेशी के बाद केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू की तीन दिन की रिमांड मंजूर की थी।

loksabha election banner

लखीमपुर खीरी की पुलिस ने रिमांड मिलने के बाद मंगलवार को आशीष मिश्रा को लखीमपुर खीरी जिला जेल से अपनी कस्टडी में लिया है। तीन दिन तक क्राइम ब्रांच के साथ ही शासन से गठित नौ सदस्यीय एसआइटी आशीष मिश्रा से पूछताछ करेगी। पुलिस जिला कारागार से आशीष मिश्रा मोनू को रिमांड पर लेकर पुलिस लाइन में बने क्राइम ब्रांच के दफ्तर में पहुंची है। लखीमपुर खीरी हिंसा कांड के मुख्य आरोपित केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्र को एसआइटी ने रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। अदालत की अनुमति के बाद मंगलवार सुबह ठीक सवा दस बजे एसआइटी ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ आशीष मिश्र को कस्टडी में लेकर जेल से बाहर निकाला और उनको पूछताछ के लिए एक बार फिर क्राइम ब्रांच के दफ्तर में लेकर आई है। जहां एसआइटी प्रभारी डीआइजी उपेंद्र अग्रवाल व उनकी आठ सदस्यीय टीम आशीष से उन सभी सवालों के उत्तर जान रही है जो उन्होंने शनिवार को हुई 12 घंटे की पूछताछ में पुलिस को नहीं दिए।

एसआइटी ये पता करने में जुटी है कि क्या आशीष वारदात के वक्त अपनी थार जीप में मौजूद थे या नहीं। उस काफिले में कुल कितनी गाड़ियां थीं जिससे किसान मारे गए। उस काफिले में कुल कितने पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल थेे। जो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की अगवानी के लिए रविवार दोपहर बाद बनवीरपुर के लिए निकले थे। वारदात के बाद आशीष व अन्य लोग घटना स्थल से कैसे बच निकले। एसआइटी के सवालों में इस अहम सवाल का भी जवाब तलाशा जाएगा कि क्या लखनऊ के कांट्रेक्टर अंकितदास भी उस काफिले में शामिल था जो डिप्टी सीएम की अगवानी के लिए बनवीरपुर से निकला था। पता ये भी चला है कि ऐसे सभी सवालों के बाद पुलिस आशीष मिश्र को ऐसे कई स्थानों पर ले जाएगी जिसका ताल्लुक वारदात से है। पुलिस आशीष से ऐसे लोगों के बारे में भी पूछताछ करेगी जिसने इस घटना में आशीष की मदद की और घटना से जुड़े सुबूतों को नष्ट किया। फिलहाल एसआइटी की पूछताछ जारी है और पुलिस रिमांड के पहले दिन निर्णायक सुबूतों के मिलने की उम्मीद है।इसी दफ्तर में आशीष मिश्रा मोनू को तलब करने के बाद शनिवार को क्राइम ब्रांच की टीम ने करीब 12 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.