रेल पटरी पर दौड़ता 200 बेड वाला भारतीय सेना का अस्पताल
किसी भी आपदा के समय सेना पटरियों पर भी सैकड़ों की जान अपनी एंबुलेंस ट्रेन के जरिए बचा सकती है।
लखनऊ, [अंशू दीक्षित]। भारतीय सेना के पास रेल पटरी पर चलता फिरता आधुनिक अस्पताल भी है। इसे एंबुलेंस ट्रेन के नाम से जाना जाता है। किसी भी आपदा के समय सेना पटरियों पर भी सैकड़ों की जान अपनी एंबुलेंस ट्रेन के जरिए बचा सकती है।
कई ऑपरेशन एक साथ करने की जहां सुविधा उपलब्ध है। वहीं, 200 लोगों को एक समय में भर्ती करके उपचार किया जा सकता है। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक इस एंबुलेंस ट्रेन का सेना समय-समय पर इस्तेमाल कर रही है। अब इस एंबुलेंस ट्रेन को लखनऊ लाया गया। आसियान व आसियान प्लस के अठारह देशों के संयुक्त अभ्यास के दौरान इस एंबुलेंस ट्रेन को भी सेना द्वारा प्रदर्शित करते हुए इसकी खूबियां बताई जाएंगी। यह ट्रेन वातानुकूलित कोच से लैस है। दस कोच वाली ट्रेन में आधुनिक चिकित्सा सुविधा है। सैन्य अधिकारियों के मुताबिक, एक 200 बेड वाले अस्पताल में जो सुविधाएं होती है, उससे भी बेहतर सुविधाएं इसमें है। टेन में ही प्री ऑपरेटिव थियेटर, ऑपरेशन थियेटर, पोस्ट ऑपरेटिव के साथ ही आटो क्लेव के लिए जगह दी गई है।
कैसे पहुंचती है आपदा वाले स्थान पर ट्रेन
आपदा स्थान तक ट्रेन एंबुलेंस पहुंचना संभव नहीं है। ऐसे में एंबुलेंस के जरिए मरीज नजदीकी स्टेशन तक लाए जाते हैं और सेना उनकी मदद अपनी एंबुलेंस ट्रेन के जरिए करती है। मरीजों को जैसे-जैसे आराम मिलता जाता है। उन्हें वार्ड में शिफ्ट किया जाता है और फिर नजदीकी अस्पताल में शिफ्ट किया जाता है। इसमें ऑपरेशन थियेटर, आइसीयू के साथ ही आधुनिक बेड भी हैं, जिन्हें मरीज ऊपर नीचे कर सकता है।
डाक्टरों के साथ पैरामेडिकल स्टाफ भी मौजूद
एंबुलेंस ट्रेन में चौबीस घंटे डाक्टरों के अलावा पैरामेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहता है। इसमें महिला नर्स व ब्रदर भी हैं।