किचन में लगा स्वाद का तड़का तो बनी सफलता की रेसिपी
कुकिंग के चलते कई महिलाएं फूड चैनल्स पर सेलिब्रिटी बन चुकी हैं तो कई सोशल मीडिया पर अपनी रेसिपी की बदौलत चर्चा में हैं। ऐसी ही महिलाओं के शौक के सफर पर रिपोर्ट।
लखनऊ, (कुसुम भारती)। अद्भुत कल्पना और असीम आकार ही कला का आचार है। जब यह आवश्यकता से होकर जाता है तो सुख और आनंद पहुंचाता है। खाना पकाना कला भी है और जरूरत भी। इसीलिए कई महिलाओं ने किचन से बाहर निकलकर नहीं बल्कि वहीं रहकर सपने देखे और उनमें लगाया सफलता का तड़का। कुकिंग के चलते कई महिलाएं फूड चैनल्स पर सेलिब्रिटी बन चुकी हैं तो कई सोशल मीडिया पर अपनी रेसिपी की बदौलत चर्चा में हैं। ऐसी ही महिलाओं के शौक के सफर पर रिपोर्ट।
टीचिंग छोड़कर बनीं शेफ : पंकज भदौरिया
मास्टर शेफ का खिताब जीत चुकीं पंकज भदौरिया कहती हैं, लोग कुकिंग को साधारण काम समझते हैं पर मुझे इसी शौक ने यहां तक पहुंचाया है। मास्टर शेफ में जाने के लिए मैंने टीचिंग जॉब भी छोड़ दी थी। बताती हैं अब कुकिंग एकेडमी के जरिए लड़कियां चॉकलेट मेकिंग सीखकर घर से ही चॉकलेट का बिजनेस कर रही हैं, वहीं कुछ बेकरी प्रोडक्ट बनाकर अच्छी अर्निंग कर रही हैं। कई लड़कियां तो बड़े होटलों में बतौर शेफ काम भी कर रही हैं।
कुकरी में जीता यूपी का पहला खिताब : नीलिमा कपूर
वर्ष 2002 में खाना खजाना शो में यूपी की पहली विनर का खिताब जीतने वाली नीलिमा कपूर कहती हैं, पाक कला में माहिर गृहणी अपने किचन की साइंटिस्ट होती है क्योंकि वह हर रोज रिसर्च करती है। अचार या जैम को सुरक्षित रखने की कला एक परफेक्ट गृहणी अच्छी तरह जानती है। कहती हैं, एक आम गृहणी किचन में रहकर भी बहुत कुछ कर सकती है। बताती हैं कि आज मैं न केवल कुकरी शो में बतौर जज बल्कि कई कंपनियों के साथ जुड़कर काम भी कर रही हूं। साथ ही कुकरी-बेकरी क्लास भी देती हूं।
गृहणी हर रोज करती हैं रिसर्च : सुमन वैश्य
विभिन्न कुकरी प्रतियोगिताओं में 26 बार विनर रहीं, सुमन वैश्य कहती हैं, हर गृहणी चाहती है कि परिवार को हर दिन कोई नई रेसिपी बनाकर खिलाए। यही वजह है कि वह किचन में कुछ न कुछ नया स्वाद ट्राई करती रहती है। मैं हमेशा किचन में एक्सपरीमेंट करती रहती हूं ताकि न सिर्फ परिवार को बल्कि दूसरों को भी नई डिश खिला सकूं। आज टीवी चैनलों में और अन्य कुकरी कांटेस्ट में बतौर जज भी शामिल होती हूं। हाल ही में दूरदर्शन के लिए भी शो किया है।
हवाई यात्रा तक पहुंचाती हैं डिशेज : नंदिनी दिवाकर
कुकरी कांटेस्ट में 20 बार विनर रहीं नंदिनी दिवाकर कहती हैं, खाना बनाते समय किस मसाले का क्या रिएक्शन होगा यह भी एक गृहणी अच्छी तरह जानती है। मछली बनाते समय यदि इसमें दूध डाल दें तो इसका उल्टा रिएक्शन होता है। इसे खाने से शरीर में खुजली होने लगती है। वहीं, दही मिलाने से मछली और चिकन का स्वाद दोगुना हो जाता है। मैंने पान, नींबू, अंगूर व शहतूत के पत्तों के अलावा गुलकंद को भी अपनी रेसिपी में इस्तेमाल किया है। एक एयरलाइंस कंपनी के कुकरी कांटेस्ट में विनर रह चुकीं नंदिनी की नॉनवेज डिश को हवाई यात्रा के दौरान यात्रियों को परोसा जाता है।
सोशल मीडिया से फीडबैक लेती हैं : कुसुम शर्मा
विभिन्न कुकरी शो में हिस्सा ले चुकीं कुकिंग की शौकीन कुसुम शर्मा कहती हैं, भोजन का स्वाद मसालों और नमक के सही अनुपात पर निर्भर करता है। मसालों का सही अनुपात एक सुघड़ गृहणी ही अच्छी तरह जानती है। मेरे लिए तो कुकिंग न केवल शौक है बल्कि लोगों को खुशी देने का जरिया भी है। मौका होता है तो ज्यादातर लोगों को खिलाने की कोशिश करती हूं। बाकी अलग तरह की रेसिपी को सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचाती हूं और फीडबैक लेने की कोशिश करती हूं।