बाराबंकी में सात माह पहले अपहृत हुए किशोर की हत्या, गन्ने के खेत में मिला कंकाल-ऐसे हुई पहचान
बाराबंकी में गांव के ही रामहेत खेत में गन्ने की फसल काट रहे थे। यहां एक कंकाल मिला जिसकी हड्डियां बिखरी पड़ी थीं। पैंट व चप्पल से मौके पर पहुंचे बउवा के परिवारजन ने कंकाल बउवा का होने का दावा किया है।
बाराबंकी, संवादसूत्र। सात माह पहले अपहृत हुए किशोर का कंकाल गन्ने के खेत में पाया गया। किशोर के पिता ने रंजिश के चलते गांव के चार लोगों पर हत्या के उद्देश्य से अपहरण का मुकदमा लिखाया था। एसपी अनुराग वत्स व एएसपी पूर्णेंदु सिंह ने भी घटना स्थल का जायजा लिया। इस प्रकरण में पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट पिता ने हाई कोर्ट में गोहार लगाई थी, जिसके चलते दो पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर भी किया गया था।
रामनगर थाना के तेलवारी में रहने वाले राजवीर सिंह का पुत्र विरेंद्र प्रताप उर्फ बउवा 26 जून 2021 को खेत गया था। इसके बाद नहीं लौटा था। 23 जून को जमीन की रंजिश में विपक्षियों से हुए विवाद व धमकी के आधार पर राजवीर ने 27 जून को गांव के दिनेश सिंह के पुत्र विमल व शिवम, देवदत्त के पुत्र विवेक और रफीक के पुत्र सलमान पर अपहरण का मुकदमा लिखाया था। काफी प्रयास के बाद भी पुलिस बउवा का पता नहीं लगा सकी। कार्रवाई न होने से क्षुब्ध पिता ने हाई कोर्ट में गोहार लगाई थी। इसके बाद तत्कालीन एसपी ने दो पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया और सलमान व शिवम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन शव व साक्ष्य के अभाव में दोनों को छुड़ाना पड़ा। परिवारजन का आरोप है कि राजनीतिक दबाव के कारण पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी।
गुरुवार को गांव के ही रामहेत गुप्ता बटाई पर लिए गए रामनरेश सिंह के खेत में गन्ने की फसल काट रहे थे। यहां एक कंकाल मिला जिसकी हड्डियां बिखरी पड़ी थीं। मौके से मिली पैंट व चप्पल से मौके पर पहुंचे बउवा के परिवारजन ने कंकाल बउवा का होने का दावा किया है। एसपी, एएसपी, सीओ और कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। एसपी ने बताया कि बरामद अवशेषों से डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। साक्ष्यों के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।