केजीएमयू लारी के न्यू ब्लॉक का विस्तार फंसा, ठंड में रहेगा बेड का संकट Lucknow News
केजीएमयू लॉरी कॉर्डियोलॉजी के न्यू ब्लॉक का निर्माण फंसा नहीं हो सका बेड विस्तार।
लखनऊ, जेएनएन। ठंड में हृदय रोगियों की संख्या बढ़ जाती है। अस्पतालों की ओपीडी से लेकर इमरजेंसी तक मरीजों की भीड़ रहती है। वहीं गंभीर मरीजों को इलाज के लिए फिर भटकना होगा। कारण, लारी विस्तार का प्रोजेक्ट का फंसना है।
दरअसल, लारी कार्डियोलॉजी के विस्तार होना था। वर्ष 2016 में आठ मंजिला न्यू ब्लॉक का शिलान्यास किया गया। इसमें 100 बेड व दो कैथ लैब का निर्माण होना था। दिसंबर वर्ष 2018 तक राजकीय निर्माण निगम को कार्य पूरा कर भवन को हैंडओवर करना था। मगर, वर्ष भर बाद भी भवन अधूरा पड़ा है। ऐसे में लारी में बेड नहीं बढ़ सके। लिहाजा, प्रदेश भर से आने वाले गंभीर रोगियों के इलाज के लिए भटकना तय है।
बढ़ाया धन, रिपोर्ट तलब
केजीएमयू के वित्त अधिकारी मो. जमा के मुताबिक भवन की लागत 47 करोड़ 58 लाख 86 हजार रुपये तय हुई थी। वहीं 45.01 करोड़ रिलीज कर दिया गया। रैंप आदि का निर्माण होना है। ऐसे में निर्माण करने वाली एजेंसी पुनरीक्षण बजट 76 करोड़ 44 लाख रुपये बताया है। शासन ने संबंधित प्रस्ताव पर केजीएमयू का जवाब मांगा है।
अभी लारी में 80 बेड
लारी में अभी आइसीयू व वार्ड मिलाकर कुल 80 बेड हैं। वहीं तीन कैथ लैब संचालित हैं। हर रोज 30 के करीब मरीजों की एंजियोग्राफी व एंजियोप्लास्टी होती हैं।
दो मंजिल पर मनोरोग वार्ड
भवन कुल आठ मंजिल होगा। अंडरग्राउंड पार्किंग होगी। वहीं फस्र्ट फ्लोर दो कैथ लैब, ईको लैब होंगी। इसके अलावा हृदय रोग की ओपीडी भवन में चलेगी। सातवें-आठवें तल पर मनोरोग विभाग होगा।