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फेयरनेस क्रीम से त्वचा हो रही कमजोर, कई बीमारियों का खतरा-ऐसे करें अपनी स्‍क‍िन का बचाव

केजीएमयू के त्वचा रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ स्वास्तिका ने बताए बीमारियों से बचाव के उपाय। कहा-स्टेरॉयड और एंटी फंगल दवा का मनमाना सेवन कर रहा बीमार।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Fri, 06 Mar 2020 12:58 PM (IST)Updated: Sat, 07 Mar 2020 08:33 AM (IST)
फेयरनेस क्रीम से त्वचा हो रही कमजोर, कई बीमारियों का खतरा-ऐसे करें अपनी स्‍क‍िन का बचाव
फेयरनेस क्रीम से त्वचा हो रही कमजोर, कई बीमारियों का खतरा-ऐसे करें अपनी स्‍क‍िन का बचाव

लखनऊ, जेएनएन। गोरे रंग की ललक हर किसी में दिख रही है। इसके लिए कॉस्मेटिक और फेयरनेस क्रीम का अधाधुंध इस्तेमाल हो रहा है। इनमें मिला स्टेरॉयड त्वचा को कमजोर कर देता है। स्टेरॉयड व्यक्ति की त्वचा की लेयर पतली कर देता है। ऐसे में चेहरे पर चमक आ जाती है। लोग इसे त्वचा का निखार समझते हैं। मगर, कुछ ही दिन में चेहरे पर लालिमा छाने लगती है। धूप लगने पर चेहरा लाल होने लगता है। यह समस्या धीरे-धीरे बीमारी में तब्दील हो जाती है। दैनिक जागरण के 'हेलो डॉक्टर' में केजीएमयू के त्वचा रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ. स्वास्तिका मौजूद रहीं। उन्होंने त्वचा संबंधी रोगों के निदान के उपाय बताए।

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स्टेरॉयड से हो रहीं ये बीमारियां

डॉ. स्वास्तिका के मुताबिक एंटी फंगल दवा के तौर पर ही स्टेरॉयड क्रीम व टैबलेट का प्रयोग किया जा रहा है। क्रीम जहां स्किन को पतली कर देती है, वहीं फंगस अंदर लेयर में चला जाता है। यह स्थिति अल्सर तक की बन जाती है। मनमानी ढंग से टैबलेट खाने से किडनी, हार्ट, लिवर, डायबिटीज और ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या हो रही है।

ये हैं त्वचा रोग : अर्टिकेरिया, डर्मोग्राफिज्म, मेलाज्मा, टीनिया इंफेक्शन, स्कैबीज, एकेन आदि त्वचा रोग हैं।

इस बार मनाएं ड्राई होली

यह ठंड-गर्म का मौसम है। ऐसे में वायरस एक्टिव होने का खतरा रहता है। कोरोना का भी खतरा मंडरा रहा है। लिहाजा, भीड़भाड़ वाली जगह से दूरी रखें। होली गीले रंग से खेलने के बजाय सूखे रंग, हर्बल गुलाल आदि से खेलें। हैवी मेटल वाले रंग त्वचा को खराब कर सकते हैं।

ऐसे पहचानें मिलावटी रंग

रंगों में मरकरी, लेड, क्रोमियम आदि का मिश्रण है, जोकि नुकसान कर सकता है। रंग खरीदते वक्त उंगली से रगड़कर देख लें। रंग में यदि छोटे-छोटे कण हों तो उसे न लें।

रंगों से होती है ये दिक्कत

त्वचा में छाले, त्वचा का झुलसना, काले धब्बे, छोटे-छोटे लाल दाने पडऩा, एलर्जी, आंखों की लालिमा, कार्निया डैमेज व अस्थमा अटैक का खतरा आदि। खासकर गीला रंग आंख के लिए और सूखा रंग सांस रोगियों के लिए नुकसानदेह है। 

पाठकों के सवालों के द‍िए जवाब 

सवाल : 60 वर्ष उम्र है। सिर से माथे तक रुखापन है और दाने निकल आते हैं।-पीके मित्तल, लखनऊ

जवाब : आप कोल्ड क्रीम बंद कर दें। इससे स्किन के छिद्र बंद हो रहे हैं। डॉक्टर को दिखाकर शैंपू और क्रीम का इस्तेमाल करें।

सवाल : होली में रंग खेलना है। एलर्जी से बचाव के लिए क्या करें। -संजीव, लखीमपुर

जवाब : गीले के बजाय सूखे रंग (गुलाल) से होली खेलें। शरीर में नारियल का तेल लगा लें। कपड़े से शरीर को ढंके रहें। अस्थमा की दिक्कत है तो रंग खेलने से परहेज करें।

सवाल : मुंहासे निकले थे। अब गड्ढे पड़ गए। क्या करें? पंकज, अंबेडकरनगर

जवाब : इसके दाग तो दवा से कम किए जा सकते हैं। मगर, गड्ढे हटाने के लिए उसकी गहराई देखकर इलाज तय किया जाएगा। इसमें लेजर समेत तमाम प्रोसीजर होते हैं।

सवाल : 15 वर्ष का हूं। पीठ में त्वचा पर लाइनिंग जैसी पड़ जाती हैं।वैभव, सुलतानपुर

जवाब : शारीरिक विकास के दौरान यह होना आम है। इसे फोकल लीनियर इलास्टोसिस कहते हैं। घबराने की जरूरत नहीं है।

सवाल : 76 वर्ष का हो गया हूं। सिर मे खुजली बहुत होती है। रामचंद्र, सुलतानपुर

जवाब : आपको रूसी नहीं है तो एक बार डॉक्टर को दिखा लें। इसके बाद इलाज शुरू करें। बेवजह क्रीम, तेल न लगाएं। बालों में कलर लगाने से भी बचें।

सवाल : पत्नी के चेहरे में झाइयां हो गई हैं। क्या करें?मनोज, लखीमपुर

जवाब : चेहरे को धूप से बचाएं। इससे समस्या और बढ़ेगी। डॉक्टर को दिखा लें। कुछ दवा चलेगी, राहत मिल जाएगी।

सवाल : चार वर्ष पहले चेहरा झुलस गया था। गर्मी में स्किन में खिंचाव आ जाती है। कुलदीप, रायबरेली

जवाब : चेहरे पर नारियल का तेल लगाएं। डॉक्टर को दिखा लें। इसके बाद सुझाए गए स्कार जेल का उपयोग करें।

सवाल : दादी के पैर में खुजली है। राहत नहीं मिल रही है। अनिल कुमार, रुदौली

जवाब : आप दादी को डॉक्टर को दिखा रहे हैं। फायदा नहीं हो रहा हो तो दोबारा दिखाएं। राहत न मिले तो केजीएमयू में दिखा लें।

सवाल : ल्यूकोडरमा की समस्या है, क्या करें?अता हुसैन, फैजाबाद

जवाब : इस बीमारी से पीडि़त 100 में से 70 मरीज ठीक हो जाते हैं। इलाज की कई थेरेपी हैं। मगर यह मरीज देखकर भी तय की जा सकती है।

सवाल : होंठ सूखते हैं। चेहरे में रुखापन है। क्या करें?-अमरुद्दीन बलरामपुर

जवाब : लिप जेल लगाएं या रात में देशी घी होंठ पर लगा लें। पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं। दिक्कत दूर न होने पर चिकित्सक को दिखाकर फेसवॉश व मॉइश्च्यराइजर का प्रयोग करें।

सवाल : सीने पर कीलोइड है, क्या इलाज है?देवेंद्र, सीतापुर

जवाब : इस बीमारी का इलाज कई तरह से होता है। इंजेक्शन, क्रायोथेरेपी आदि हैं। प्लास्टिक सर्जन या त्वचा रोग विशेषज्ञ को दिखा लें।

सवाल : धूप में निकलते हैं तो चेहरा लाल हो जाता है। -कामता, सीतापुर

जवाब : फेयरनेस क्रीम न लगाएं। स्टेरॉयड की वजह से आपके चेहरे की स्किन पतली हो गई है। त्वचा रोग विशेषज्ञ को दिखा लें।

सवाल : त्वचा में रुखापन है। उंगली के बीच में खुलजी होती है।-प्रदीप,लखनऊ

जवाब : कोरोना वायरस को देखते हुए हाथ की सफाई पर हम लोग जोर दे रहे हैं। मगर, आपके मामले में उलट है। अब 15 बार हाथ धुलने के बजाय कम करें। नारियल का तेल लगाएं।

सवाल : बच्चे के गर्दन के नीचे और निजी अंग तक में दाने हैं। रमेश, लखीमपुर

जवाब : स्कैबीज बीमारी के लक्षण हैं। त्वचा रोग विशेषज्ञ को दिखाएं। नियमित इलाज कराएं।

सवाल : सोराइसिस है। खुजली बहुत होती है। नीलम, गोंडा

जवाब : बीमारी को लेकर तनाव न लें। आपका इलाज चल रहा है। उसे ब्रेक न करें। समय-समय पर डॉक्टर को दिखाते रहें।


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