ईवीएम से नहीं हार से बौखलाए केजरीवाल, मायावती और अखिलेश यादव
बैलेट या ईवीएम से चुनाव कराने के आरोपों पर भाजपा नेता ओम माथुर ने कहा कि अरविंद केजरीवाल, मायावती, अखिलेश यादव, सभी अपनी हार से बौखला गए हैं।
लखनऊ (जेएनएन)। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 19 जिलों के भाजपा पदाधिकारियों का प्रांतीय प्रशिक्षण वर्ग ग्रेटर नोएडा के ईशान इंस्टीट्यूट में संपन्न हुआ। इसमें पार्टी की कार्य प्रणाली पर विचार रखने के लिए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी ओम माथुर भी गत दिवस पहुंचे। इस दौरान उनसे विभिन्न मुद्दों पर दैनिक जागरण संवाददाता अरविंद मिश्रा ने खास बातचीत की। प्रस्तुत हैं प्रमुख अंश -
यह भी पढ़ें: योगी सरकार की चौथी कैबिनेट में महापुरुषों के नाम की 15 छुट्टियां रद
- प्रदेश में प्रचंड बहुमत से भाजपा की सरकार तो बन चुकी। अब आगे क्या?
भाजपा की जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रणनीति व पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत का नतीजा है। प्रदेश की सपा सरकार के कुशासन से आजिज लोगों के आक्रोश की जीत है। भाजपा का लक्ष्य कांग्रेसमुक्त भारत है। पार्टी इसे पूरा करने में जुटी है।
- संगठन में बदलाव कब तक? पश्चिम उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा?
प्रदेश के संगठन में बदलाव बहुत जल्द होगा। लेकिन, इसकी तिथि अभी तय नहीं है। देखिए, चुनाव से पहले ही हमें पता था कि हम पूरे प्रदेश में मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं और अच्छी सीटें जीतेंगे। हमारा यह विश्वास सही साबित हुआ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हमने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। संगठन में भी पश्चिम उत्तर प्रदेश को अच्छा और उचित प्रतिनिधित्व मिलेगा।
यह भी पढ़ें: भाजपा सरकार में आज़म को खतरा नहीं उनकी भैंस भी नहीं गायब होगी
- गुर्जर समाज को मंत्रीमंडल में जगह मिलेगी?
प्रदेश के मंत्रीमंडल में सभी जाति-वर्ग का पूरा ध्यान रखा गया है। गुर्जर समाज को जगह न मिलने को जाति से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। भाजपा 'सबका साथ, सबका विकास की राह पर चलने वाली पार्टी है। गुर्जर समाज का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।
- गोकशी के मुद्दे पर प्रदेश सरकार ने जो हड़बड़ी दिखाई, सही थी?
देखिए, यह भाजपा के संकल्प पत्र में है। हमने किसी तरह की हड़बड़ी नहीं दिखाई है। कोई अराजकता नहीं होने दी। मीट कारोबारी मुख्यमंत्री से मिले और संतुष्ट होकर भी लौटे। अवैध बूचडख़ाने बंद कराने के लिए एनजीटी का आदेश है, कानून भी है। पूर्व की सरकार ने इस पर काम नहीं किया। हमने सिर्फ इसे सख्ती से लागू किया है। लाइसेंस वालों को किसी तरह की परेशानी नहीं हुई है। हम चाहते हैं कि प्रदेश में पशुधन भी बढऩा चाहिए। पशुधन बढऩे से किसान खुशहाल होंगे। दुग्ध उत्पादन भी बढ़ेगा।
तस्वीरः ऐसे बन रही यूपी में देशी शराब
- कई दल ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगा रहे हैं?
अरविंद केजरीवाल, मायावती, अखिलेश यादव, सभी अपनी हार से बौखला गए हैं। पंजाब, दिल्ली, गोवा पर क्या कहेंगे। पंजाब में अगर आप हारी है, तो भाजपा को भी वहां सत्ता नहीं मिली। बैलेट या ईवीएम से चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग को फैसला करने दें। शोर मचाने से कोई फायदा नहीं होगा।
- सपा सरकार ने भट्टा पारसौल के मुकदमे वापसी का ऐलान किया था लेकिन नहीं हुए। भाजपा का क्या रुख है?
देखिए, सरकार को बने अभी एक माह ही हुआ है। पार्टी किसानों का अहित नहीं होने देगी। भट्टा पारसौल का मामला कानूनी है। सभी पहलुओं का ध्यान रखना होगा।