KBC के हॉटसीट पर रायबरेली की फरहत नाज, पहले दिन जीते 80 हजार
KBC-12 पहले दिन का एपिसोड खत्म होने तक जीते अस्सी हजार। शादी के बाद किया स्नातक 12 साल से मदरसा में पढ़ा रहीं। लखनऊ के मौलवीगंज में फरहत का मायका है। पिछले 12 साल से रायबरेली में आयशा लिल बनात मदरसा में पढ़ा रहीं फरहत।
लखनऊ, जेएनएन। पढ़ाई का शौक तो बचपन से रहा, पर 18 साल की उम्र में हुई शादी ने कॉलेज का साथ छुड़वा दिया। कॉलेज छूटा, पर किताबों से दोस्ती नहीं। पुस्तकों से इसी दोस्ती ने रायबरेली की फरहत नाज को कौन बनेगा करोड़पति के हॉटसीट तक पहुंचा दिया। मंगलवार को पहले दिन का एपिसोड खत्म होने तक फरहत अस्सी हजार रुपये जीत चुकी थीं। बेटे दानिश के साथ केबीसी पहुंचीं फरहत ने जीती हुई धनराशि से स्कूल खोलने की इच्छा जताई है, जिससे वो जरूरतमंदों बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दे सकें।
फरहत का मायका लखनऊ के मौलवीगंज में है। पिछले 12 साल से रायबरेली में आयशा लिल बनात मदरसा में पढ़ा रहीं फरहत खुद एमए द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं। फरहत कहती हैं कि पिता, भाई समेत परिवार के बाकी सभी सदस्य अच्छे पदों पर काम करते रहे। मुझे हमेशा से ही ये प्रेरित करता। स्नातक प्रथम वर्ष में थी, जब शादी हो गई। मुझे अपनी पढ़ाई पूरी करनी थी। शौहर और बाकी घरवालों ने मेरी इच्छा का सम्मान किया।
मैंने फिर से स्नातक की पढ़ाई शुरू की। अब एमए अंतिम वर्ष में हूं। बीटीसी भी किया। फरहत के अनुसार शिक्षा ही वो जरिया जिससे हम अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं। स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बन सकते हैं। केबीसी को लेकर वह कहती हैं, केबीसी जब भी देखती तो मुझे लगता मैं भी वहां तक पहुंच सकती हूं। पहली बार कोशिश की और सफल हुई। सामान्य ज्ञान की किताबें पढ़ीं। अखबारों ने भी काफी मदद की।