Kanpur Bikru Case: पूर्व एसएसपी अनंतदेव ने एसअइटी के समक्ष दर्ज कराया बयान
Kanpur Bikru Case दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमले के बाद सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में एसआइटी ने जांच तेज कर दी है।
लखनऊ, जेएनएन। अपहरण तथा धमकी के मामले में दुर्दांत गैंगस्टर विकास दुबे को दबोचने के लिए दो जुलाई को आधी रात के बाद बाद दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमले के बाद सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में एसआइटी ने जांच तेज कर दी है। बिकरू कांड के बाद जारी तीन ऑडियो क्लिप को भी जांच में शामिल करने वाली एसआइटी ने तत्कालीन एसएसपी कानपुर अनंत देव तिवारी का भी बयान दर्ज कराया।
विकास दुबे के फंड मैनेजर जयकांत वायजपेयी यानी जय वाजपेयी के बेहद खास माने जाने वाले अनंतदेव तिवारी फिलहाल डीआइजी पीएसी के पद पर मुरादाबाद में तैनात हैं। एसआइटी ने बलिदानी सीओ देवेंद्र मिश्रा के पत्र तथा वायरल ऑडियो क्लिपस में तीन को अपनी जांच में शामिल किया है। इसी बाबत अनंतदेव तिवारी का बयान दर्ज कराया गया है।
अनंतदेव तिवारी सोमवार को लखनऊ में एसआईटी के दफ्तर बापू भवन में अपना बयान दर्ज कराने पहुंचे थे। इस मामले में उन्होंने टीम के सामने बयान दर्ज कराते हुए अपनी सफाई पेश की और उससे संबंधित कुछ दस्तावेजी साक्ष्य भी उपलब्ध कराए। एसआईटी ने अनंतदेव की ओर से पेश किए गए सभी दस्तावेजों को ऑन रिकॉर्ड ले लिया है। अनंतदेव तिवारी पर आरोप है कि शहीद सीओ देवेन्द्र मिश्र ने चौबेपुर के निलंबित एसओ विनय तिवारी के खिलाफ पत्र, व्हाट्स एप और ईमेल से शिकायत दी थी। उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। विकास दुबे के खजांची जय वाजपेयी के खिलाफ एडवोकेट सौरभ भदौरिया ने बयान दर्ज कराए। उसके बाद उन्हेंं और पूछताछ के लिए पुलिस टीम मुख्यालय ले गई। यहां पर उन्होंने जय के खिलाफ दस्तावेजी साक्ष्य दिए।
तीनों ऑडियो क्लिप को एसआईटी ने जांच में किया शामिल
कानपुर के पूर्व डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्रा व तात्कालिक एसपी (आरए) बृजेंद्र के बीच बातचीत के तीन ऑडियो वायरल हुए थे। तीनों ऑडियो को एसआईटी ने जांच में शामिल किया है। वायरल ऑडियो में दिवंगत डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्रा बृजेंद्र से बता रहे हैं कि चौबेपुर एसओ विनय तिवारी क्षेत्र में जुआ खिलवाता है, जिसकी शिकायत उन्होंने तात्कालिक एसएसपी अनंत देव तिवारी से की थी। शिकायत पर जांच चल रही थी, लेकिन विनय तिवारी जुआ खिलवाने वालों से पांच लाख रुपये लेकर अनंत देव तिवारी को दे आया। इसके बाद विनय तिवारी पर चल रही जांच खत्म कर दिया गया। इस ऑडियो में डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्रा तो विनय तिवारी पर अपराधी विकास दुबे के पैर छूने की बात भी कह रहे हैं।
पूर्व एसएसपी अनंतदेव तिवारी की कई तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। इन तस्वीरों में वह विकास दुबे के फंड मैनेजर कहे जाने वाले जय वाजपेयी के साथ दिेखाई दे रहे हैं। यह भी बात सामने आने लगी कि विकास दुबे से भी अनंत देव की नजदीकियां थी।
बेटियों ने दी थी शहीद सीओ की अनंतदेव के नाम चिट्ठी
शहीद सीओ देवेन्द्र मिश्रा की बेटी ने एक पत्र उजागर किया था, जो सोशल मीडिया में वायरल हो गया था। पत्र को सीओ ने अनंतदेव तिवारी को लिखा था और विकास दुबे के साथ चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी की सांठगांठ का जिक्र था। पत्र वायरल होने पर पुलिस विभाग में खलबली मच गयी थी और पुलिस कार्यालय ने इस पत्र को सिरे से खारिज कर दिया। शासन ने आईजी लखनऊ लक्ष्मी सिंह को जांच सौंपी थी, जिसके बाद डीआईजी अनंत देव को लखनऊ एसटीएफ से हटाकर पीएसी में ट्रांसफर कर दिया गया था।
जांच-पड़ताल जारी
बिकरू में आठ पुलिसकॢमयों की हत्या के केस में अपर मुख्य सचिव संजय आर भूसरेड्डी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) की जांच-पड़ताल जारी है। इनको 30 अगस्त तक अपनी जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपनी है। एसआईटी ने कानपुर के बिकरू कांड में अब तक 16-17 लोगों के बयान दर्ज कराए हैं। जांच करने के लिए एसआईटी कानपुर के बिकरू गांव भी पहुंची थी, जहां कई ग्रामीणों के बयान दर्ज कराए गए थे। इन दिनों एसआईटी काफी तेज गति से जांच कर रही है।
इनके अलावा एक रिटायर्ड जज इस कांड की न्यायिक जांच तथा सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी केएल गुप्ता तथा सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की कमेटी भी बिकरू कांड व विकास दुबे एनकाउंटर की जांच कर रही है।