Kamlesh Tiwari Murder Case : वकील समेत तीन गिरफ्तार, दोनों हत्यारोपितों से कराया गया सामना
कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में बरेली के मौलाना कैफी अली के बाद वकील मु.नावेद रजा सिद्दीकी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
लखनऊ, जेएनएन। हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में बरेली के मौलाना कैफी अली के बाद वकील मु.नावेद रजा सिद्दीकी के साथ लखीमपुर के निवासी रईस व आसिफ को भी गिरफ्तार किया है। वकील नावेद के कहने पर रईस व आसिफ ने हत्यारोपित अशफाक व मोईनुद्दीन को मोबाइल व रुपये उपलब्ध कराये थे। पुलिस ने शुक्रवार को हत्यारोपित अशफाक व मोइनुद्दीन से वकील नावेद का सामना कराया। पुलिस बयानों के आधार पर अब तक सामने आये तथ्यों की कड़ियां जोड़ी गईं। आरोपित वकील व लखीमपुर निवासी दोनों युवकों की भूमिका हत्यारोपितों के मददगार के रूप में सामने आई है। वकील नावेद को साक्ष्य छिपाने का भी आरोपित बनाया गया है। कमलेश हत्याकांड में अब तक गिरफ्तार आरोपितों की संख्या 10 हो गई है।
बरेली निवासी वकील नावेद से पुलिस ने लंबी पूछताछ की। हत्यारोपितों का कार से नेपाल सीमा तक पहुंचाने से लेकर उनके बीच हुई बातचीत की सिलसिलेवार पड़ताल की गई। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार हत्यारोपितों से सामना कराने पर वकील ने उनकी मदद की बात स्वीकार कर ली, जिसके बाद पुलिस ने वकील पर कानूनी शिकंजा कसना शुरू कर दिया। आरोपित नावेद ने हत्यारोपितों के नेपाल से वापस आने में भी अहम भूमिका निभाई थी। नावेद के कहने पर ही लखीमपुर में रईस व आसिफ ने हत्यारोपितों की मदद की थी। रफीक की मोबाइल शॉप है और आसिफ की कार पार्ट्स की दुकान है।
कमलेश हत्याकांड में साजिशकर्ता सूरत (गुजरात) निवासी मौलाना मोहसिन शेख सलीम, फैजान, राशिद अहमद खुर्शीद अहमद पठान, नागपुर निवासी सैयद आसिम अली, बरेली निवासी मौलाना कैफी अली, हत्यारोपित अशफाक व मोइनुद्दीन को गिरफ्तारी की गई थी। शुक्रवार को तीन और आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि अब तक की जांच में जिन लोगों की भूमिका सामने आई है, उनकी गिरफ्तारी की गई है। पुलिस ने साजिशकर्ताओं की भूमिका के कई साक्ष्य जुटाए हैं। पुलिस कुछ अन्य लोगों की भूमिका की पड़ताल भी कर रही है। साक्ष्य मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।