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Kamlesh Tiwari Murder Case : अशफाक ने सीरिया में की थी फंडिंग, खुले कई राज Lucknow news

सभी आरोपितों का कराया गया आमना सामना। इस्लामिक स्टूडेंट एसोसिएशन को आसिम के जरिए भिजवाए थे एक लाख 60 हजार रुपये। 21 अक्टूबर की रात सूरत में ठहरे थे दोनों हत्यारोपित।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 24 Oct 2019 09:03 PM (IST)Updated: Fri, 25 Oct 2019 08:20 AM (IST)
Kamlesh Tiwari Murder Case : अशफाक ने सीरिया में की थी फंडिंग, खुले कई राज Lucknow news
Kamlesh Tiwari Murder Case : अशफाक ने सीरिया में की थी फंडिंग, खुले कई राज Lucknow news

लखनऊ, जेएनएन। कमलेश तिवारी के हत्यारोपितों से पूछताछ में लखनऊ पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं। पूछताछ में पता चला है कि हत्यारोपित अशफाक ने सीरिया में फंडिंग भी थी। आरोपित ने नागपुर से पकड़े गए हत्या की साजिश के आरोपित आसिम के जरिए इस्लामिक स्टूडेंट एसोसिएशन को रुपये भेजे थे। अशफाक ने अपने खास लोगों से सीरिया के नाम पर रुपये एकत्र किए थे।

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एटीएस और एसटीएफ ने बुधवार पूरी रात अशफाक और मोइनुद्दीन से पूछताछ की। इस दौरान डीजीपी समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। सभी आरोपितों का आमना-सामना कराया गया, जिसके बाद कई रहस्यों से पर्दा उठता चला गया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि सीरिया में उसने इस्लामिक हमलावरों की मदद करने के लिए रुपये एकत्र किए थे। हालांकि उसने किसी आतंकी संगठन से ताल्लुक होने की बात से इंकार किया है। खुफिया एजेंसियों की पड़ताल में भी अब तक आइएसआइएस अथवा किसी अन्य आतंकी संगठन की भूमिका नहीं पाई गई है।

दिल्ली में भी मौजूद था मददगार

शाहजहांपुर से दिल्ली पहुंचे दोनों आरोपितों का एक मददगार दिल्ली में भी मौजूद था। 20 अक्टूबर की रात भर ट्रेन से सफर कर दोनों दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन पर उतर गए थे। अगले दिन दोनों दिल्ली में टहलते रहे। यहां से उन्हें मददगार ने पोरबंदर एक्सप्रेस का टिकट कराया और फिर आरोपित सूरत पहुंच गए। सूत्रों के मुताबिक सूरत में दोनों आरोपित अपने करीबियों के पास गए और वहीं पर रात गुजारी। सूत्रों के मुताबिक गुजरात एटीएस ने दिल्ली से ही दोनों आरोपितों के पीछे अपनी टीम लगा दी थी, जो आरोपितों के साथ ट्रेन में भी मौजूद थी।

बरेली के बड़े मौलाना ने दिया था संरक्षण

बरेली में एक दरगाह के बड़े मौलाना ने दोनों की मदद की थी। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि मौलाना कैफी अली दोनों को बड़े मौलाना के पास ले गया था। बड़े मौलाना को अशफाक और मोइनुद्दीन ने कमलेश तिवारी की हत्या की जानकारी दी थी। इसपर बड़े मौलाना के निर्देश पर दोनों के ठहरने समेत अन्य इंतजाम किए गए थे।

बढ़ाई गई आरोपितों की सुरक्षा

कमलेश तिवारी के हत्यारोपितों पर हमले की आशंका को लेकर पुलिस ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस ट्रांजिट रिमांड पूरी होने से पहले उन्हें मजिस्ट्रेट के सामने पेश करेगी, जिसके बाद दोनों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया जाएगा। एसएसपी ने एएसपी पश्चिम को आरोपितों की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा है।


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