चार चरणों में होगा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण, सर्वाधिक एयर कनेक्टिविटी वाला राज्य उत्तर प्रदेश
Jewar International Airport नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण चार चरणों में किया जाएगा। एयरपोर्ट निर्माण में करीब 30 हजार करोड़ रुपये की खर्च होंगे। प्रथम चरण में एयरपोर्ट 2023-24 में शुरू किया जाएगा। इसकी क्षमता प्रतिवर्ष 1 करोड़ 20 लाख यात्रियों की वार्षिक की होगी।
लखनऊ, जेएनएन। देश की सर्वाधिक एयर कनेक्टिविटी वाले राज्य बनने की ओर अग्रसर उत्तर प्रदेश में एशिया का सबसे बड़ा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट गौतम बुद्ध नगर के ग्रेटर नोएडा के जेवर में बनेगा। विशाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण चार चरणों में होगा और 2023-24 से इसका संचालन प्रारंभ हो जाएगा।
गौतम बुद्ध नगर जिले के ग्रेटर नोएडा के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र भी औद्योगिक गतिविधियां और सर्विस सेक्टर का बड़ा केन्द्र बनेगा। इसके निर्माण का पहला चरण 2023-24 में पूरा होगा। 2024 में जेवर इंटनरनेशल एयरपोर्ट ऑपरेशनल हो जाएगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण चार चरणों में किया जाएगा। एयरपोर्ट निर्माण में करीब 30 हजार करोड़ रुपये की खर्च होंगे। प्रथम चरण में एयरपोर्ट 2023-24 में शुरू किया जाएगा। इसकी क्षमता प्रतिवर्ष 1 करोड़ 20 लाख यात्रियों की वार्षिक की होगी। दूसरे चरण में 2031 तक एयरपोर्ट की यात्री क्षमता तीन करोड़ की जाएगी। 2036 में इसकी क्षमता पांच करोड़ और 2040 में सात करोड़ यात्रियों की वार्षिक क्षमता का होगी।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए 1,334 हेक्टयर (करीब 3,300 एकड़) भूमि का अधिग्रहण किया गया है। पहले फेज में एयरपोर्ट को 1300 हेक्टेयर जमीन पर 10,050 करोड़ रुपये की लागत से 2024 तक तैयार किया जाएगा। पहले फेज के पूरा होने पर नोएडा एयरपोर्ट की क्षमता 1.2 करोड़ यात्रियों की होगी। इसके निर्माण के लिए ग्लोबल टेंडर के जरिये एटरपोर्ट निर्माण का कार्य स्विट्जरलैंड की ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी को दिया गया है। उत्तर प्रदेश अगले तीन वर्षो के अंदर देश के सबसे प्रमुख विमानन केन्द्र के तौर पर स्थापित हो जाएगा। उस समय तक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत का आधुनिकतम ग्रीनफील्ड (नया बनने वाला) एयरपोर्ट होगा। इसके अलावा राज्य में उस समय तक 16 अन्य एयरपोर्ट परिचालन में होंगे। एक तरह से यह देश में हवाई मार्गो से सबसे ज्यादा कनेक्टेड रहने वाला राज्य होगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अब दिल्ली में इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद एनसीआर क्षेत्र में दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा। नोएडा एयरपोर्ट के बनने के बाद दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़ को कम करने में मदद मिलेगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़ आगरा, दिल्ली, फरीदाबाद और आसपास के शहरों के लोगों को सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा।
उत्तर प्रदेश में अभी लखनऊ, वाराणसी तथा कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। इसके साथ ही साथ आगरा, कानपुर, गोरखपुर, प्रयागराज, गाजियाबाद के हिंडन तथा बरेली से भी घरेलू उड़ान का संचालन हो रहा है। अब 2022 में अलीगढ़, चित्रकूट, आजमगढ़, मुरादाबाद और श्रावस्ती में हवाई अड्डे तैयार हो जाएंगे। इसके बाद वर्ष 2023 में मुरपुर (सोनभद्र) और अयोध्या में एयरपोर्ट तैयार होने की संभावना है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट 5,845 हेक्टेयर जमीन पर बनेगा।