जनाक्रोश रैलीः PM मोदी का सीना भले ही 56 से बढ़कर 57 इंच हो गया हो लेकिन दम नहीं-शिवपाल
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) की जनाक्रोश रैली में मुलायम सिंह के पहुंचते ही जान आ गई। शिवपाल ने कहा कि पीएम मोदी का सीना भले 56 से बढ़कर 57 इंच हो गया हो लेकिन दम नहीं है।
जेएनएन, लखनऊ। सपा से अलग होकर अपनी अलग पार्टी बनाने वाले शिवपाल यादव अपनी जनाक्रोश रैली में न सिर्फ भावुक हुए, बल्कि सामने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव को देख उनका दर्द भी छलका। सपा के चापलूसों और चुगलखोरों को नई पार्टी बनाने की वजह बताते हुए शिवपाल ने भाजपा पर हमला बोला। कहा कि इस पार्टी ने देश को रसातल में पहुंचा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सीना 56 इंच का है। अब शायद 57 इंच का हो गया होगा लेकिन इसमें दम नहीं है। पाकिस्तान और चीन भारत की जमीन दबाए बैठे हैैं और वह कुछ नहीं कर सके।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के गठन के बाद रमाबाई आंबेडकर मैदान में आयोजित अपनी पहली ही रैली में शिवपाल ने भारी भीड़ जुटाकर न सिर्फ सरकार बल्कि भतीजे अखिलेश यादव को भी ताकत दिखा दी। भाजपा को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि जब से यह सरकार आई है, लोग दुखी हैैं। देश विषम स्थितियों से गुजर रहा है। ऐसा क्यों है? ऐसा इसलिए है क्योंकि यह पार्टी भाई से भाई को लड़ाने के काम में जुटी है। दंगे कराना चाहती है। देश की वास्तविक समस्याओं पर उसका ध्यान नहीं है। देश पर 51 हजार 304 अरब रुपये का कर्ज है। एक हजार वर्ग मील पर पाकिस्तान का कब्जा है। 37 हजार किमी चीन दबाए बैठा है। मोदीजी, हम समझ चुके हैैं, आपके सीने में दम नहीं है।
चापलूसों-चुगलखोरों की वजह से यह हुआ
मंच पर मुलायम की मौजूदगी और सामने समर्थकों की भीड़। शिवपाल के भीतर का बांध फट पड़ा-'नेताजी सामने बैठे हैैं। जानते हैैं कि हम तो सपा में ही रहना चाहते थे। कभी कुछ नहीं मांगा। मंत्री-मुख्यमंत्री कोई पद नहीं। फिर यह नौबत क्यों आई?' फिर बात आगे बढ़ाई-'मैैंने हमेशा नेताजी के आदेश का पालन किया। सिर्फ अपना और नेताजी का सम्मान चाहता था।' इशारों में अखिलेश पर भी निशाना साधा और कहा कि परिवार के छोटों के आदेश का भी पालन किया। लेकिन चापलूसों, चुगलखोरों और जनाधारविहीन लोगों की वजह से यह पार्टी बनानी पड़ी। आपकी इजाजत से ही नई पार्टी बनाई।
आबादी के हिसाब से मिले आरक्षण
सेक्युलर मोर्चा को मिल रहे छोटे दलों के समर्थन से बन रहे समीकरणों की ओर संकेत करते हुए शिवपाल बोले कि सभी उपेक्षितों का हमारे यहां सम्मान है और उनकी ताकत से हम सरकार बदल देंगे। इसी के साथ उन्होंने आबादी के हिसाब से आरक्षण की मांग उठाई। कहा कि उनकी पार्टी देश भर में भाजपा के खिलाफ संघर्ष करेगी। समर्थकों के आगे झोली फैलाकर 'एक वोट और एक नोट' की अपील भी की। इससे पहले पार्टी महासचिव आदित्य यादव ने भी भाजपा पर ही हमला बोला। कहा कि आप उन्हें वोट देते हो और यह पार्टी ङ्क्षहदू-मुस्लिम के डिबेट में फंसा देती है। शहरों के नाम बदलने में जुट जाती है। अरे, दम है तो नए शहर बसाओ। मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव ने कहा कि वह चाचा शिवपाल के साथ कदम से कदम मिलाकर पार्टी को मजबूत करेंगी। बहुजन मुक्ति पार्टी के अध्यक्ष बीएल मातंग, पूर्व मंत्री शादाब फातिमा, राष्ट्रवादी क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष गोपाल राय आदि ने भी संबोधित किया।
बोले मुलायम-'सपा को मजबूत बनाइए, शिवपाल को आशीर्वाद'
समाजवादी पार्टी की टोपी पहने और लाल-नीला दुपट्टा डालकर रैली में पहुंचे मुलायम सिंह यादव अपने संबोधन में भी सपा को ही मजबूत बनाने की बात कहते रहे। कहा कि समाजवादी पार्टी सबको इंसान बनाती है। सबको साथ लेकर चलती है। इसको मजबूत बनाइए। इसकी ही सरकार बनेगी। इस पर शिवपाल समर्थकों ने नारेबाजी कर उन्हें प्रगतिशील पार्टी का नाम याद दिलाया। बगल में खड़े शिवपाल ने भी पार्टी का नाम बताया। नारेबाजी से नाराज मुलायम ने यहां तक कह दिया कि आप हमे अपना नहीं मानते हो। मानते होते तो मेरी बात सुनते। यदि बात नहीं सुननी है, तो मेरी सभा में मत आओ। हालांकि बाद में उन्होंने शिवपाल को मजबूत बनाने का आह्वान किया और कहा कि वह मेरा भाई है, शिवपाल को आशीर्वाद। इससे पहले मुलायम ने कहा कि देश में सांप्रदायिक ताकतें फिर सिर उठा रही हैैं। मैैंने हमेशा उनके खिलाफ संघर्ष किया। लगता है जीवन भर करना पड़ेगा।
मुलायम की छोटी बहू अपर्णां क्या बोलीं
मुलायम की छोटी बहू अपर्णां यादव ने कहा कि आज की रैली इस बात का सबूत है कि शेर को चोट नहीं देनी चाहिए। जब नेताजी (मुलायम) को चोट पहुंची तो वह शिक्षक से राजनेता बने। अब चाचा (शिवपाल) को चोट पहुंची है। देखिए क्या होता है? उल्लेखनीय है कि सपा से अलग होकर शिवपाल सिंह यादव आज अपनी पहली रैली के जरिए राजनीतिक ताकत का अहसास करा रहे हैं। उनके समर्थकों ने रैली को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है।
शिवपाल की जनाक्रोश रैली में भारी भीड़ जुटी है। रैली को सेक्युलर मोर्चा के बैनर से जुड़े 40 से अधिक छोटे दलों का भी समर्थन है। अपर्णा ने जनाक्रोश रैली मंच से कहा कि भारत एक सेक्युलर देश है। हमें पानी, बिजली, सड़क सब चाहिए पर आज हमको ऐसा कुछ नहीं मिला। किसान, मजदूर, युवा, किसी की भी सुनवाई नहीं हो रही है। आज परिवर्तन का दिन है, 2019 में आप तय करिए कि आपको किसको चुनना है। मैं आभारी हूं कि चाचा ने मुझे बोलने का मौका दिया, मैं तन मन धन हर तरह से आपके साथ हूं।