जमघट न जाम कर दें ट्रेनों व मेट्रो के पहिए, रेलवे ने बढ़ायी निगरानी
लखनऊ में दीपावली के बाद जमघट पर उडऩे वाली पतंगों के मांझे और तार ट्रेनों के साथ मेट्रो की रफ्तार पर ब्रेक लगा सकते हैं। पिछली कई घटनाओं को देखते हुए जमघट पर उडऩे वाली पतंगों ने लखनऊ मेट्रो और रेलवे प्रशासन दोनों की नींद उड़ा दी है।
लखनऊ, जेएनएन। दीपावली के बाद जमघट पर उडऩे वाली पतंगों के मांझे और तार ट्रेनों के साथ मेट्रो की रफ्तार पर ब्रेक लगा सकते हैं। पिछली कई घटनाओं को देखते हुए जमघट पर उडऩे वाली पतंगों ने लखनऊ मेट्रो और रेलवे प्रशासन दोनों की नींद उड़ा दी है। यूपी मेट्रो कारपोरेशन ने लखनऊ मेट्रो क्षेत्र के आसपास लोगों से पतंग न उड़ाने की अपील की है। जबकि पूर्वोत्तर रेलवे ने भी सतर्कता बढ़ा दी है। आरपीएफ के जवानों को पटरियों की पेट्रोलिंग के लिए तैनात किया जाएगा। रेलवे विद्युत अनुभाग के कर्मचारियों को भी तैनात किया जाएगा। जिससे किसी आपात स्थिति में ट्रेनों के संचालन पर अधिक प्रभाव न पड़े।
डालीगंज से ऐशबाग रेलवे स्टेशनों के बीच जहां पतंगों में बंधे तार व मांझे के कारण हर महीने 11 से 12 बार ओएचई ट्रिप होने के कारण ट्रेनें खड़ी हो जाती हैं। वहीं मेट्रो सर्विस पर भी आए दिन पतंगों के कारण असर पड़ता है। रेलवे और मेट्रो ने आसपास के इलाकों में कई बार जागरूकता अभियान चलाया है। अब दीपावली और जमघट पर आसमान पतंगों से पट जाता है। इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन ने लोगों से मेट्रो क्षेत्र में पतंग न उड़ाने की अपील की है। यूपी मेट्रो ने कहा है कि मेट्रो कॉरिडोर के पास पतंग उड़ाना बेहद खतरनाक है। जो पतंग उडऩे वाले व्यक्ति के लिए घातक व जानलेवा साबित हो सकता है। लखनऊ मेट्रो 25 हजार वोल्ट की धाराप्रवाह वाली ओवर हेड इलेक्ट्रिफिकेशन से चलती है।
इसके अलावाए पतंग का तार ओएचई के ट्रिपिंग का कारण भी बनता है। जिस कारण मेट्रो सेवाएं बाधित हो जाती हैं। इससे न केवल मेट्रो संपत्ति को नुकसान होता है, बल्कि यात्रियों को भी असुविधा होती है।