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अयोध्या में सरयू नदी के गुप्तार घाट पर IWAI की टीम का गिरा लंगर, अब रामायण क्रूज के लिए होगा पग-पग तकनीकी सर्वे

Ayodhya News अत्याधुनिक उपकरणों के साथ शुरू हुआ सरयू नदी का तलस्पर्शी तकनीकी सर्वे। 340 किलोमीटर का लंबा सफर तय कर पहुंची टीम। रामायण क्रूज को उतारने की तैयारी को दिया जा रहा अंतिम रूप। चार से पांच दिनों का वक्त लगेगा।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 02:24 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jan 2021 02:24 PM (IST)
अयोध्या में सरयू नदी के गुप्तार घाट पर IWAI की टीम का गिरा लंगर, अब रामायण क्रूज के लिए होगा पग-पग तकनीकी सर्वे
Ayodhya News: अत्याधुनिक उपकरणों के साथ शुरू हुआ सरयू नदी का तलस्पर्शी तकनीकी सर्वे।

अयोध्या, जेएनएन। Ayodhya News: घाघरा-गंगा संगम स्थल से राष्ट्रीय जलमार्ग-40 पर नदी की विपरीत धारा में चली इनलैंड वाटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (आइडब्ल्यूएआइ) की चार सदस्यीय टीम ने सरयू नदी के गुप्तार घाट पर लंगर डाल दिया है। तमाम विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए 340 किलोमीटर का लंबा सफर तय कर लगभग 14 दिनों में यहां पहुंची टीम ने लग्जरी रामायण क्रूज को उतारने के लिए सरयू नदी का तलस्पर्शी तकनीकी सर्वे शुरू कर दिया है। 

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अत्याधुनिक उपकरणों से लैस टीम सरयू नदी को पग-पग पर खंगालेगी। इस कार्य में चार से पांच दिनों का वक्त लगेगा। गुप्तार घाट से अयोध्या तक हो रहा सर्वे पूर्ण होने बाद यह तय हो जाएगा कि अयोध्या में उतारा जाने वाला लग्जरी रामायण क्रूज कैसा होगा, जो कम पानी में भी वर्ष भर पर्यटकों को आध्यामिक यात्रा का अनुभव करा सकें।

आइडब्ल्यूएआइ की टीम गुप्तारघाट से अयोध्या तक लगभग 10 किलोमीटर का तकनीकी सर्वे करेगी। टीम सरयू नदी की लंबवत गहराई मापेगी। प्रत्येक 50 मीटर पर टीम सरयू नदी के एक छोर से दूसरे छोर की चौड़ाई मापेगी। हर 50 मीटर के बीच नदी के वाटर लेवल से नीचे की कहां और कितनी गहराई है, इसे दर्ज किया जाएगा। प्रत्येक 50 मीटर प्वाइंट पर इको साउंडर, जीपीएस और तकनीकी उपकरणों के जरिए नदी की गहराई के साथ ही उसका अक्षांश-देशांतर रेकार्ड कर मैप तैयार किया जाएगा। रिपोर्ट में टीम लैंड और नदी का फुल फीचर तैयार करेगी। ऐसा इस लिए किया जा रहा है, जिससे क्रूज के पायलट को यह पता रहे कि जहाज को कहां से कितनी दूरी तक, किस दिशा में, नदी में कितन चलाया जा सकता है।

वर्तमान में नदी का जलस्तर और अप्रैल के अंत में नदी के घटते जलस्तर के अनुमान के मुताबिक तलस्पर्शी तकनीकी सर्वे रिपोर्ट तैयार की जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर ही लग्जरी रामायण क्रूज का मॉडल और डिजाइन फाइनल होगी। यह क्रूज कोलकाता के कोचीन शिपयार्ड में शिप बिल्डर्स तैयार करेंगे। आइडब्ल्यूएआइ की चार सदस्यी टीम में असिस्टेंट हाइड्रो ग्राफिक सर्वेयर संजय कुमार शुक्ल, जूनियर सहायक सर्वेयर अविनाश कुशवाहा, पायलेट मनोज कुमार और नार्डिक क्रूज लाइन प्राइवेट लिमिटेड के मास्टर (सारन) सुजीत मंडल शामिल हैं।

दिव्य दीपोत्सव पर प्रधानमंत्री कर सकते हैं क्रूज की लांचिंग

लग्जरी रामायण क्रूज को अयोध्या में दिव्य दीपोत्सव से पूर्व उतारने की तैयारी है। क्रूज का संचालन करने वाली नार्डिक क्रूज लाइन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर विकास मालवीय की माने तो पूरी तनमयता से इस महत्वाकांक्षी योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस कार्य में केंद्र सरकार की सहयोगात्मक भूमिका अहम है। क्रूज का शुभारंभ प्रधानमंत्री के हाथों से कराने की तैयारी है। वाराणसी में अलकनंदा क्रूज पर ही प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने शिव की नगरी के वैभव को आत्मसात किया था।


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